समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
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समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा
ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष

शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा

समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर एवं शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर, खंडवा, कोल्हापुर
pooja date
5 जुलाई, शुक्रवार, आषाढ़ कृष्ण त्रयोदशी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

समृद्धि एवं निर्भयता प्राप्ति के लिए ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ संयुक्त पूजा विशेष शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ और महालक्ष्मी पूजा

सनातन धर्म में शिव की पूजा के लिए ज्योतिर्लिंगों और शक्ति की पूजा के लिए शक्तिपीठों को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। भगवान शिव के साथ शक्ति की पूजा करने से शुभ एवं शीघ्र फल की प्राप्ति होती है। श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है। कहा जाता है कि इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है। शिव पुराण के अनुसार अगर कोई इन सभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन नहीं कर पाता है, तो द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र करने से 12 ज्योतिर्लिंगों का आशीर्वाद मिलता है। मान्यता है कि ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को निर्भयता का आशीष एवं शिव जी की कृपा से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।

वहीं, कोल्हापुर महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान शिव की पत्नी सती ने दक्ष यज्ञ के दौरान आत्मदाह कर लिया था, तब भगवान शिव ने शोक में उनके शरीर को अपने साथ लेकर तांडव करने लगे, तभी भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर के टुकड़े कर दिए एवं उनके अंग जिन स्थानों पर गिरें वो पवित्र शक्तिपीठों के रूप में जाने गए। कोल्हापुर महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर में देवी सती का दिव्य नेत्र गिरा था। इस मंदिर में महालक्ष्मी के रूप में शक्ति की पूजा की जाती है, जिससे भक्तों को धन एवं समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। शिव पुराण के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को शिव और शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तो उसे कोई भी हरा नहीं सकता। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अम्बाबाई मंदिर में शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र पाठ एवं महालक्ष्मी पूजा का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष संयुक्त पूजा में भाग लें और शिव एवं शक्ति का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
समृद्धि की प्राप्ति
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का पाठ और शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अम्बाबाई मंदिर में महालक्ष्मी पूजा करके, भक्त भौतिक सुख, प्रयासों में सफलता और समग्र कल्याण का आशीर्वाद मांगते हैं। माना जाता है कि भगवान शिव एवं माँ महालक्ष्मी की संयुक्त पूजा करने से भक्त के जीवन में आर्थिक स्थिरता एवं विकास आती है।
puja benefits
निर्भयता की प्राप्ति
भय का नाश करने वाले भगवान शिव भक्तों को भय और असुरक्षा की भावना से बचाने के लिए के लिए पूजनीय हैं। शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का पाठ और महालक्ष्मी पूजा करके, भक्त जीवन की चुनौतियों और प्रतिकूलताओं का सामना करने के लिए साहस, आंतरिक शक्ति एवं निर्भयता की तलाश करते हैं। माना जाता है कि इस पूजा को करने से दिव्य कृपा प्राप्त होती है जिससे भक्त के मन में निर्भयता एवं आत्मविश्वास की भावना उत्पन्न होती है।
puja benefits
पापों से मुक्ति
शिव पुराण के अनुसार, द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का पाठ करने से 12 ज्योतिर्लिंगों का आशीर्वाद मिलता है। मान्यता है कि ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की दिव्य कृपा प्राप्त होती है। इस पवित्र स्थान पर पूरी श्रद्धा से स्तोत्र का जाप करने और प्रार्थना करने से भक्तों के पाप दूर हो जाते हैं और उन्हें आध्यात्मिक शुद्धि का अनुभव होता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर एवं शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर, खंडवा, कोल्हापुर

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर एवं शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर, खंडवा, कोल्हापुर
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, जिसे स्वयंभू लिंग माना गया है। यहाँ ज्योतिर्लिंग दो रूपों में विद्यमान है। एक को ममलेश्वर और दूसरे को ओंकारेश्वर के नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर ओंकारेश्वर से नर्मदा के दक्षिणी तट पर थोड़ी दूरी पर स्थित है। अलग-अलग होने के बावजूद भी इनकी गिनती एक ही में की जाती है। शास्त्रों के अनुसार ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ही सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। तीर्थयात्री अन्य सभी पवित्र स्थानों से जल लाकर ओंकारेश्वर में चढ़ाते हैं, तभी सभी तीर्थ यात्राएँ पूर्ण मानी जाती हैं, अन्यथा वे अधूरी मानी जाती हैं।

इसके अलावा, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित श्री महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी सती की आंखें इस स्थान पर गिरी थीं और तब से देवी लक्ष्मी यहीं निवास करती हैं। 7,000 साल पहले इस मंदिर में स्थापित देवी लक्ष्मी की मूर्ति को दिव्य और चमत्कारी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में निवास करने वाली देवी लक्ष्मी अपने भक्तों के घर और व्यापार से आर्थिक तंगी और दरिद्रता दूर करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन दोनों मंदिरों में भक्ति और विश्वास के साथ पूजा करने से भक्तों को शिव और शक्ति की कृपा से समृद्धि और निर्भयता का आशीर्वाद मिलता है।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे
आपके नाम-संकल्प के साथ संपन्न हुई पूजा का वीडियो आपके साथ साझा किया जाएगा और तीर्थ प्रसाद आपके द्वारा दिए गए पते पर भेजा जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे
आपके नाम-संकल्प से संपन्न हुई पूजा का वीडियो आपके साथ शेयर किया जायेगा एवं तीर्थ-प्रसाद आपके दिए गए पते पर भेजा जायेगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे
आपके नाम-संकल्प के साथ संपन्न हुई पूजा का वीडियो आपके साथ साझा किया जाएगा और तीर्थ प्रसाद आपके द्वारा दिए गए पते पर भेजा जाएगा।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे
आपके नाम-संकल्प के साथ संपन्न हुई पूजा का वीडियो आपके साथ साझा किया जाएगा और तीर्थ प्रसाद आपके द्वारा दिए गए पते पर भेजा जाएगा।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

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सुनील कुमार सैनी

चंडीगढ़

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों