साहस, शक्ति एवं अहंकार पर काबू पाने के लिए प्रातः काल विशेष सूर्य अर्घ्य एवं आदित्य हृदय स्तोत्रम्
साहस, शक्ति एवं अहंकार पर काबू पाने के लिए प्रातः काल विशेष सूर्य अर्घ्य एवं आदित्य हृदय स्तोत्रम्
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साहस, शक्ति एवं अहंकार पर काबू पाने के लिए प्रातः काल विशेष सूर्य अर्घ्य एवं आदित्य हृदय स्तोत्रम्
temple venue
श्री गलताजी सूर्य मंदिर, जयपुर
pooja date
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srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

साहस, शक्ति एवं अहंकार पर काबू पाने के लिए प्रातः काल विशेष सूर्य अर्घ्य एवं आदित्य हृदय स्तोत्रम्

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है, माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव को जल चढ़ाना, यानि सूर्य अर्घ्य देने से जातक की कुंडली पर सकारात्मक प्रभाव पडता है। इसके अलावा इस दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से शक्ति और साहस की प्राप्ति होती है। इस स्तोत्र का उल्लेख वाल्मिकी रामायण में किया गया है, जहां ऋषि अगस्त्य ने रावण पर हासिल करने के लिए भगवान राम को इसे सिखाया था। दिनांक 05 मई 2024 को जयपुर में विराजित श्री गलताजी सूर्य मंदिर में होने वाली इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से अवश्य भाग लें और सूर्यदेव का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
साहस, शक्ति की प्राप्ति
सूर्य को जीवन और शक्ति के स्रोत के रूप में पूजा जाता है जो कि असीमित शक्ति और साहस का प्रतिनिधित्व करते है। पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान राम रावण के साथ युद्ध के बाद थक गए थे, तो मुनि अगस्त्य प्रकट हुए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ किया, जिससे राम जी की ताकत फिर से बढ़ गई थी। मान्यता है कि सुबह के समय यानि (प्रातः काल) में, इस स्तोत्र के पाठ करने और सूर्य अर्घ्य देने से जातक को साहस और शक्ति प्राप्ति का वरदान मिलता है।
puja benefits
अहंकार पर काबू पाने के लिए
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य को अंधकार और अज्ञान को दूर करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। सूर्यदेव को उनकी विशालता और चमक के साथ निस्वार्थ प्रेम के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है जो कि अहंकार को दूर करने में मदद करते हैं। सूर्य अर्घ्य के साथ आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति खुद को अहंकार से मुक्त करता है, जिससे उसके स्वभाव में संतुलन और दयालुता का विकास होता है।
puja benefits
बेहतर स्वास्थ्य का आशीष
नौ ग्रहों में सूर्य को सबसे प्रभावशाली और शक्तिशाली ग्रह माना जाता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जब जातक की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है तो उसका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। सूर्य अर्घ्य और आदित्य हृदय स्तोत्र में भाग लेने से भक्तों को सूर्य देव की कृपा से अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

भुगतान के बाद, अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री गलताजी सूर्य मंदिर,जयपुर

श्री गलताजी सूर्य मंदिर,जयपुर
जयपुर में स्थित गलता जी सूर्य मंदिर ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल माना जाने वाला गलता जी मंदिर जयपुर शहर के पूर्व में 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर परिसर मूल रूप से कई मंदिरों का समूह है, जिनमें गलता जी मुख्य मंदिर है। तीर्थयात्री अपने पाप धोने के लिए यहां आते हैं, यहां सात कुंड मौजूद हैं, जिनमें सबसे पवित्र माना जाता है और इसका महत्व भी बहुत है क्योंकि माना जाता है कि यह आज तक कभी नहीं सूखा है।

गलता जी मंदिर का निर्माण दीवान राव कृपाराम ने करवाया था, जो महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय के दरबार में सेवक थे। मंदिर परिसर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। मान्यता है इस मंदिर में भगवान सूर्य देव की विशेष पूजा करने से जीवन में सुख समृद्धि, राजनीतिक, प्रशासनिक लाभ के साथ सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है। यहां राहु सूर्य ग्रहण दोष मुक्ति पूजा करने से चुनौतियों से मुक्ति के साथ मानसिक चिंता से राहत मिलती है।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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