यह आरती विशेष रूप से अहोई अष्टमी के दिन की जाती है, जब माताएँ अपनी संतान की खुशहाली और दीर्घायु की कामना करती हैं।
यदि कोई व्यक्ति अहोई माता का सच्चे मन सेे व्रत करता है और उनकी आरती करता हैं तो उसे माँ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि किसी महिला को संतान प्राप्ति में किसी तरह की समस्या आ रही है, तो माँ की आरती करने और पढ़ने से वह समस्या दूर हो जाती है और जल्द ही संतान प्राप्ति का सुख प्राप्त होता है। इसी के साथ अगर कोई महिला हमेशा अस्वस्थ रहते हैं तथा उन्हें किसी प्रकार का कोई रोग है तो अहोई माता की आरती करने से वे हमेशा स्वस्थ रहते है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अहोई माता की आरती करने से महिलाओं की संतान हमेशा सुखी व स्वस्थ रहती है। तो आइए माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पढ़ें अहोई माता की आरती (Ahoi Mata Ki Aarti In Hindi) सरल भाषा में।
जय अहोई माता,जय अहोई माता।
तुमको निसदिन ध्यावतहर विष्णु विधाता
॥ जय अहोई माता...॥
ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमलातू ही है जगमाता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावतनारद ऋषि गात
ा॥ जय अहोई माता...॥
माता रूप निरंजनसुख-सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावतनित मंगल पाता
॥ जय अहोई माता...॥
तू ही पाताल बसंती,तू ही है शुभदाता।
कर्म-प्रभाव प्रकाशकजगनिधि से त्राता
॥ जय अहोई माता...॥
जिस घर थारो वासावाहि में गुण आता।
कर न सके सोई कर लेमन नहीं धड़काता
॥ जय अहोई माता...॥
तुम बिन सुख न होवेन कोई पुत्र पाता।
खान-पान का वैभवतुम बिन नहीं आता
॥ जय अहोई माता...॥
शुभ गुण सुंदर युक्ताक्षीर निधि जाता।
रतन चतुर्दश तोकूकोई नहीं पाता
॥ जय अहोई माता...॥
श्री अहोई माँ की आरतीजो कोई गाता।
उर उमंग अति उपजेपाप उतर जाता
॥ जय अहोई माता...॥
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