माता के आशीर्वाद से जीवन को संपूर्ण बनाएं, 'तेरे दरबार में मैया' भजन पढ़ें!
ये भजन मां दुर्गा के दरबार में श्रद्धा और भक्ति से उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करता है। यह भजन भक्तों के दिल में मां दुर्गा के प्रति गहरी भक्ति और विश्वास जागृत करता है। इसे गाने से मन को शांति, मानसिक बल और आंतरिक शक्ति मिलती है। मां दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और समस्याओं का समाधान होता है। यह भजन भक्तों को मुश्किलों में साहस और शक्ति प्रदान करता है, साथ ही उनकी इच्छाओं को पूरा करने की प्रेरणा देता है।
तेरी छाया मे, तेरे चरणों मे,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो मे ॥
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है,
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है ॥
इक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है,
हर इक जुबां तेरे ओ मैया गीत गाती है,
बजते सितारों से मीठी पुकारो से,
गूंजे जहाँ सारा तेरे ऊँचे जयकारो से,
मस्ती मे झूमे तेरा दर चूमे,
तेरे चारो तरफ दुनिया ये घुमे,
ऐसी मस्ती भी भला क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है ॥
मेरी शेरों वाली माँ तेरी हर बात अच्छी है,
करनी की पूरी है माता मेरी सच्ची है,
सुख-दुख बँटाती है अपना बनाती है,
मुश्किल मे बच्चे को माँ ही काम आती है,
रक्षा करती है भक्त अपने की,
बात सच्ची करती उनके सपनो की,
सारी दुनिया की दौलत यही मिलती है,
तेरे दर बार मे मैया खुशी मिलती है ॥
रोता हुआ आये जो हँसता हुआ जाता है,
मन की मुरादो को वो पाता हुआ जाता है,
किस्मत के मारो को रोगी बीमारों को,
करदे भला चंगा मेरी माँ अपने दुलारौ को,
पाप कट जाये चरण छूने से,
महकती है दुनिया माँ धुने से,
फिर तो माँ ऐसी कभी क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है ॥
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