सूर्य के 1000 नामों का मंत्र जाप से जीवन में ऊर्जा, समृद्धि और शांति का वास होता है। इन नामों के उच्चारण से शारीरिक और मानसिक ताकत में वृद्धि होती है, जो आपके जीवन को रोशन कर देता है।
सूर्य के 1000 नामों का जाप विशेष रूप से ऊर्जा, शक्ति और समृद्धि के लिए किया जाता है। ये नाम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास में भी वृद्धि करते हैं। सूर्य के इन नामों का उच्चारण जीवन में सफलता, समृद्धि, और खुशहाली लाता है।
हिंदू धर्म में सूर्य देव को साक्षात् प्रत्यक्ष देवता माना गया है, जो पूरे संसार को प्रकाश, ऊर्जा और जीवन प्रदान करते हैं। उनकी उपासना से आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। सूर्य को समर्पित मंत्रों के जप से मानसिक शुद्धि, नकारात्मक ऊर्जा का नाश और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। प्रातः सूर्य को जल अर्पित करने और उनकी आराधना करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सूर्य देव की कृपा से हर कार्य में सफलता और कष्टों से मुक्ति मिलती है। उनकी पूजा से व्यक्ति जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, सूर्यमंत्रों का जाप संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपतियों के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। इससे उनकी इच्छा शीघ्र पूर्ण होती है। इसके अलावा सूर्य देव की उपासना से सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक रोग भी समाप्त होते हैं। यह व्रत विशेष रूप से हृदय रोग और त्वचा विकारों को दूर करने में लाभकारी माना जाता है।
हिंदू धर्म में मान्यता है कि सूर्य देव की आराधना से तेज, यश, बल और शक्ति प्राप्त होती है। वहीं जिनकी कुंडली में सूर्य की दशा कमज़ोर है, उनके लिए सूर्यदेव के 1000 मंत्रों का जाप विशेष फलदाई माना जाता है।
S No. | मंत्र |
1 | ॐ आदित्याय नमः। |
2 | ॐ आदिदेवाय नमः। |
3 | ॐ भास्कराय नमः। |
4 | ॐ भवनाशनाय नमः। |
5 | ॐ विश्वमूर्तये नमः। |
6 | ॐ विश्वनेत्रे नमः। |
7 | ॐ चिन्मूर्तये नमः। |
8 | ॐ चिन्तितार्थदाय नमः। |
9 | ॐ सद्योजाताय नमः। |
10 | ॐ वामदेवाय नमः। |
11 | ॐ सर्वपापविनाशकाय नमः। |
12 | ॐ वेद्याय नमः। |
13 | ॐ वैद्याय नमः। |
14 | ॐ सदायोगिने नमः। |
15 | ॐ विश्वकर्मणे नमः। |
16 | ॐ विभावसवे नमः। |
17 | ॐ विरिञ्चये नमः। |
18 | ॐ विश्रुतात्मने नमः। |
19 | ॐ विश्वसर्गप्रवर्तकाय नमः। |
20 | ॐ विद्यात्मने नमः। |
21 | ॐ विषयज्ञाय नमः। |
22 | ॐ विश्वात्मने नमः। |
23 | ॐ विश्वपापघ्ने नमः। |
24 | ॐ विदुषामीश्वराय नमः। |
25 | ॐ विदुषे नमः। |
26 | ॐ विश्वनेत्रे नमः। |
27 | ॐ विशेषविदे नमः। |
28 | ॐ वीरघ्ने नमः। |
29 | ॐ विषयाय नमः। |
30 | ॐ शून्याय नमः। |
31 | ॐ वालखिल्यादिवन्दिताय नमः। |
32 | ॐ वामनाय नमः। |
33 | ॐ वरदाय नमः। |
34 | ॐ प्रांशवे नमः। |
35 | ॐ वासुदेवाय नमः। |
36 | ॐ सनातनाय नमः। |
37 | ॐ वालखिल्यपुरोगाय नमः। |
38 | ॐ वारिदाय नमः। |
39 | ॐ वसुमते नमः। |
40 | ॐ वसवे नमः। |
41 | ॐ वरेण्याय नमः। |
42 | ॐ वसुदेवाय नमः। |
43 | ॐ वसुरेतसे नमः। |
44 | ॐ वसुप्रदाय नमः। |
45 | ॐ वायवे नमः। |
46 | ॐ वाचस्पतये नमः। |
47 | ॐ विश्वस्मै नमः। |
48 | ॐ विष्णवे नमः। |
49 | ॐ विश्वामरेश्वराय नमः। |
50 | ॐ ओङ्काराय नमः। |
51 | ॐ वषट्काराय नमः। |
52 | ॐ सोमग्रहपुरोगमाय नमः। |
53 | ॐ ग्रहनक्षत्रमालिने नमः। |
54 | ॐ शिंशुमारशरीरवते नमः। |
55 | ॐ शरण्याय नमः। |
56 | ॐ शङ्कराय नमः। |
57 | ॐ शम्भवे नमः। |
58 | ॐ कालात्मने नमः। |
59 | ॐ कान्तिवर्धनाय नमः। |
60 | ॐ कामदेवाय नमः। |
61 | ॐ कामहर्त्रे नमः। |
62 | ॐ विराजे नमः। |
63 | ॐ वीरासनस्थिताय नमः। |
64 | ॐ विस्तारभूम्ने नमः। |
65 | ॐ भूतेशाय नमः। |
66 | ॐ विश्वगुप्तनवे नमः। |
67 | ॐ ईश्वराय नमः। |
68 | ॐ मन्देहरिपवे नमः। |
69 | ॐ इन्दवे नमः। |
70 | ॐ बिन्दवे नमः। |
71 | ॐ सुन्दरविग्रहाय नमः। |
72 | ॐ सामगानप्रियाय नमः। |
73 | ॐ साधवे नमः। |
74 | ॐ सत्यसन्धाय नमः। |
75 | ॐ सदाशिवाय नमः। |
76 | ॐ समात्मने नमः। |
77 | ॐ सन्धये नमः। |
78 | ॐ अव्यक्ताय नमः। |
79 | ॐ साम्बाय नमः। |
80 | ॐ सारसवर्धनाय नमः। |
81 | ॐ सूदाय नमः। |
82 | ॐ सूक्ष्माय नमः। |
83 | ॐ सूक्ष्मकायाय नमः। |
84 | ॐ सूक्ष्मदृशे नमः। |
85 | ॐ सुदृशे नमः। |
86 | ॐ अव्ययाय नमः। |
87 | ॐ रथाङ्गहेतवे नमः। |
88 | ॐ अम्भोजवर्धनाय नमः। |
89 | ॐ सर्वसम्मताय नमः। |
90 | ॐ वज्रभृते नमः। |
91 | ॐ वत्सलाय नमः। |
92 | ॐ वाग्मिने नमः। |
93 | ॐ वागीशाय नमः। |
94 | ॐ वायुवाहनाय नमः। |
95 | ॐ धर्मात्मने नमः। |
96 | ॐ अधर्मशत्रवे नमः। |
97 | ॐ कर्मसाक्षिणे नमः। |
98 | ॐ परन्तपाय नमः। |
99 | ॐ पञ्चाननाय नमः। |
100 | ॐ पञ्चमूर्तये नमः। |
101 | ॐ पञ्चाङ्गिने नमः। |
102 | ॐ पापभञ्जनाय नमः। |
103 | ॐ पराशराय नमः। |
104 | ॐ पुण्यमूर्तये नमः। |
105 | ॐ पुरुहूतानुजाय नमः। |
106 | ॐ पराय नमः। |
107 | ॐ सनाते नमः। |
108 | ॐ सर्वसहाय नमः। |
109 | ॐ सर्वस्मै नमः। |
110 | ॐ सर्वगाय नमः। |
111 | ॐ सर्वपोषकाय नमः। |
112 | ॐ सप्ताश्वाय नमः। |
113 | ॐ सप्तरज्जवे नमः। |
114 | ॐ सप्तैधसे नमः। |
115 | ॐ सप्तसारथये नमः। |
116 | ॐ सप्तप्रियाय नमः। |
117 | ॐ सप्तदोग्ध्रे नमः। |
118 | ॐ मुञ्जिकेशाय नमः। |
119 | ॐ मुरान्तकाय नमः। |
120 | ॐ शुकाय नमः। |
121 | ॐ शुद्धाय नमः। |
122 | ॐ शुभाचाराय नमः। |
123 | ॐ सर्वबीजाय नमः। |
124 | ॐ अनायकाय नमः। |
125 | ॐ कर्त्रे नमः। |
126 | ॐ विकर्त्रे नमः। |
127 | ॐ गहनाय नमः। |
128 | ॐ कारणाय नमः। |
129 | ॐ करणाय नमः। |
130 | ॐ महते नमः। |
131 | ॐ अकुण्ठविक्रमाय नमः। |
132 | ॐ शौरये नमः। |
133 | ॐ वैकुण्ठाय नमः। |
134 | ॐ भगवते नमः। |
135 | ॐ भवाय नमः। |
136 | ॐ भानवे नमः। |
137 | ॐ हंसाय नमः। |
138 | ॐ सहस्रांशवे नमः। |
139 | ॐ तपनाय नमः। |
140 | ॐ सवित्रे नमः। |
141 | ॐ पित्रे नमः। |
142 | ॐ जातुकर्णाय नमः। |
143 | ॐ जयिने नमः। |
144 | ॐ ज्यायसे नमः। |
145 | ॐ मीनाङ्गिने नमः। |
146 | ॐ सिंहपालकाय नमः। |
147 | ॐ एकोच्चाय नमः। |
148 | ॐ सप्तनीचाय नमः। |
149 | ॐ षट्पतये नमः। |
150 | ॐ मानवल्लभाय नमः। |
151 | ॐ ऋतवे नमः। |
152 | ॐ सुदर्शनाय नमः। |
153 | ॐ कालाय नमः। |
154 | ॐ कुञ्जराननपूजिताय नमः। |
155 | ॐ द्विजाय नमः। |
156 | ॐ अद्विजाय नमः। |
157 | ॐ शुचये नमः। |
158 | ॐ धीराय नमः। |
159 | ॐ श्रीमते नमः। |
160 | ॐ मूर्तित्रयात्मकाय नमः। |
161 | ॐ शिवङ्कराय नमः। |
162 | ॐ श्रीभूतेशाय नमः। |
163 | ॐ सिन्धवे नमः। |
164 | ॐ उच्चैश्श्रवसे नमः। |
165 | ॐ हरये नमः। |
166 | ॐ प्रद्मप्रबोधकाय नमः। |
167 | ॐ पद्मिने नमः। |
168 | ॐ पद्मगर्भाय नमः। |
169 | ॐ प्रभाकराय नमः। |
170 | ॐ अह्नाम्प्रभवे नमः। |
171 | ॐ दिनमणये नमः। |
172 | ॐ दैतेयकुलमृत्युकृते नमः। |
173 | ॐ कलाकाष्टामुहूर्तात्मने नमः। |
174 | ॐ दिनरात्रिशरीरवते नमः। |
175 | ॐ पद्मापतये नमः। |
176 | ॐ परन्धाम्ने नमः। |
177 | ॐ परमात्मने नमः। |
178 | ॐ परायणाय नमः। |
179 | ॐ निदानाय नमः। |
180 | ॐ नित्याय नमः। |
181 | ॐ अद्वैताय नमः। |
182 | ॐ केवलाय नमः। |
183 | ॐ मुक्तिकारणाय नमः। |
184 | ॐ सर्वभूतशरीरस्थाय नमः। |
185 | ॐ चैतन्याय नमः। |
186 | ॐ ब्रह्मणे नमः। |
187 | ॐ निर्गुणाय नमः। |
188 | ॐ एकाय नमः। |
189 | ॐ नैकाय नमः। |
190 | ॐ कृत्ये नमः। |
191 | ॐ शान्ताय नमः। |
192 | ॐ मतये नमः। |
193 | ॐ बुद्धये नमः। |
194 | ॐ धृतये नमः। |
195 | ॐ स्मृतये नमः। |
196 | ॐ मन्त्राय नमः। |
197 | ॐ यन्त्राय नमः। |
198 | ॐ क्षेत्राय नमः। |
199 | ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः। |
200 | ॐ अक्षरसंज्ञिकाय नमः। |
201 | ॐ इन्द्रियाणामधिष्ठात्रे नमः। |
202 | ॐ तत्त्वाय नमः। |
203 | ॐ तत्पुरुषाग्रण्यै नमः। |
204 | ॐ अमायिने नमः। |
205 | ॐ मायिनामग्र्याय नमः। |
206 | ॐ लोकस्वामिने नमः। |
207 | ॐ स्वराजे नमः। |
208 | ॐ गुरवे नमः। |
209 | ॐ प्राणदाय नमः। |
210 | ॐ प्रणवाय नमः। |
211 | ॐ प्राणाय नमः। |
212 | ॐ प्राप्तिसाधनाय नमः। |
213 | ॐ अम्बराय नमः। |
214 | ॐ जगन्मित्राय नमः। |
215 | ॐ पवित्राय नमः। |
216 | ॐ देवानामपिदैवताय नमः। |
217 | ॐ सिन्धुनिद्राते नमः। |
218 | ॐ हिरण्याङ्गाय नमः। |
219 | ॐ सैंहिकेयविशोधिताय नमः। |
220 | ॐ विषुवते नमः। |
221 | ॐ अयनाय नमः। |
222 | ॐ कान्तये नमः। |
223 | ॐ चन्द्रोत्पत्त्ययनाय नमः। |
224 | ॐ ग्रहाय नमः। |
225 | ॐ दिगीशाय नमः। |
226 | ॐ देववृन्देशाय नमः। |
227 | ॐ नक्षत्रेशाय नमः। |
228 | ॐ धनेश्वराय नमः। |
229 | ॐ सूर्यवर्चसे नमः। |
230 | ॐ सूरये नमः। |
231 | ॐ आद्याय नमः। |
232 | ॐ सूर्यापतये नमः। |
233 | ॐ उमाधवाय नमः। |
234 | ॐ विभाकराय नमः। |
235 | ॐ द्वादशात्मने नमः। |
236 | ॐ कपिलाय नमः। |
237 | ॐ कपिशिक्षकाय नमः। |
238 | ॐ कपिताताय नमः। |
239 | ॐ कपये नमः। |
240 | ॐ पिङ्गाय नमः। |
241 | ॐ पङ्गुकालपित्रे नमः। |
242 | ॐ हराय नमः। |
243 | ॐ विविक्ताय नमः। |
244 | ॐ सागराय नमः। |
245 | ॐ सेतवे नमः। |
246 | ॐ ताम्राय नमः। |
247 | ॐ ताम्ररथाय नमः। |
248 | ॐ रथिने नमः। |
249 | ॐ मेरुप्रभाय नमः। |
250 | ॐ सुमेरवे नमः। |
251 | ॐ बुधनुन्नरथाय नमः। |
252 | ॐ भवाय नमः। |
253 | ॐ सहस्रप्रग्रहाय नमः। |
254 | ॐ धन्विने नमः। |
255 | ॐ मेधाविने नमः। |
256 | ॐ श्रुतिसागराय नमः। |
257 | ॐ भिषक्पित्रे नमः। |
258 | ॐ भिषक्साराय नमः। |
259 | ॐ भैषजाय नमः। |
260 | ॐ भवरोगहृते नमः। |
261 | ॐ जन्मादये नमः। |
262 | ॐ शास्त्रयोनये नमः। |
263 | ॐ विज्ञानाय नमः। |
264 | ॐ ज्ञानाय नमः। |
265 | ॐ ज्ञात्रे नमः। |
266 | ॐ ज्ञेयाय नमः। |
267 | ॐ स्फुटाय नमः। |
268 | ॐ स्फूर्तये नमः। |
269 | ॐ अनीशाय नमः। |
270 | ॐ नये नमः। |
271 | ॐ हविषे नमः। |
272 | ॐ नृपाय नमः। |
273 | ॐ अविच्छिन्नान्वयाय नमः। |
274 | ॐ शास्त्रे नमः। |
275 | ॐ रामाय नमः। |
276 | ॐ राजीवलोचनाय नमः। |
277 | ॐ गायत्रीवल्लभाय नमः। |
278 | ॐ प्रांशवे नमः। |
279 | ॐ गेयाय नमः। |
280 | ॐ गात्रे नमः। |
281 | ॐ गुणार्णवाय नमः। |
282 | ॐ सत्यमेधसे नमः। |
283 | ॐ समाम्नायाय नमः। |
284 | ॐ सन्धात्रे नमः। |
285 | ॐ कश्यपात्मजाय नमः। |
286 | ॐ सर्वधर्ममयाय नमः। |
287 | ॐ साक्षिणे नमः। |
288 | ॐ चित्कूटनिलयाय नमः। |
289 | ॐ अनलाय नमः। |
290 | ॐ चिरन्तनाय नमः। |
291 | ॐ चिदात्मने नमः। |
292 | ॐ वैशाखाय नमः। |
293 | ॐ शिखिवाहनाय नमः। |
294 | ॐ अश्वत्थाय नमः। |
295 | ॐ कुशनाभाय नमः। |
296 | ॐ साम्राज्याय नमः। |
297 | ॐ जगदीश्वराय नमः। |
298 | ॐ दीप्तमूर्तये नमः। |
299 | ॐ महामूर्तये नमः। |
300 | ॐ सुतपसे नमः। |
301 | ॐ ऋतुभुजे नमः। |
302 | ॐ पशवे नमः। |
303 | ॐ यज्वने नमः। |
304 | ॐ जाज्ज्वल्यदेहाय नमः। |
305 | ॐ शत्रुमण्डलखण्डनाय नमः। |
306 | ॐ शरारुध्वंसकाय नमः। |
307 | ॐ शास्त्रे नमः। |
308 | ॐ शास्त्रयोन्ये नमः। |
309 | ॐ निरञ्जनाय नमः। |
310 | ॐ अनिन्द्याय नमः। |
311 | ॐ निन्द्यविध्वंसिने नमः। |
312 | ॐ विश्वामित्रवरप्रदाय नमः। |
313 | ॐ विध्यर्थबोधकाय नमः। |
314 | ॐ भानवे नमः। |
315 | ॐ विन्ध्यवीथीप्लवङ्गमाय नमः। |
316 | ॐ तत्पदार्थाय नमः। |
317 | ॐ अहंपदार्थाय नमः। |
318 | ॐ तत्त्वमस्यर्थबोधकाय नमः। |
319 | ॐ तेभ्यो नमः। |
320 | ॐ एतेभ्यो नमः। |
321 | ॐ तुभ्यं नमः। |
322 | ॐ मह्यं नमः। |
323 | ॐ देवयक्षरक्षोभयङ्कराय नमः। |
324 | ॐ मृत्युञ्जयाय नमः। |
325 | ॐ पाकभेदिने नमः। |
326 | ॐ सुषुम्नातालशोभिताय नमः। |
327 | ॐ सहस्राराम्बुजारूढाय नमः। |
328 | ॐ कर्णिकामध्यमण्डपाय नमः। |
329 | ॐ गुहाशयाय नमः। |
330 | ॐ शिवाय नमः। |
331 | ॐ स्थाणवे नमः। |
332 | ॐ गोप्त्रे नमः। |
333 | ॐ गुणपतये नमः। |
334 | ॐ गिरये नमः। |
335 | ॐ गोमूर्तये नमः। |
336 | ॐ सर्वदेवात्मने नमः। |
337 | ॐ सर्वसन्ध्याप्रवर्तकाय नमः। |
338 | ॐ ज्योतिष्मते नमः। |
339 | ॐ इन्द्रशर्मणे नमः। |
340 | ॐ चिदानन्दाय नमः। |
341 | ॐ दिगम्बराय नमः। |
342 | ॐ किरीटिने नमः। |
343 | ॐ कवचिने नमः। |
344 | ॐ खड्गिने नमः। |
345 | ॐ शङ्खिने नमः। |
346 | ॐ शार्ङ्गिणे नमः। |
347 | ॐ पद्मकाय नमः। |
348 | ॐ वेत्रिणे नमः। |
349 | ॐ शूलिने नमः। |
350 | ॐ निषङ्गिणे नमः। |
351 | ॐ तापनाय नमः। |
352 | ॐ तपतांवराय नमः। |
353 | ॐ शङ्कराय नमः। |
354 | ॐ चारुसर्वाङ्गाय नमः। |
355 | ॐ सर्वबन्धविमोचकाय नमः। |
356 | ॐ महात्मने नमः। |
357 | ॐ चारुसर्वाङ्गाय नमः। |
358 | ॐ सर्वभूषणभूषिताय नमः। |
359 | ॐ भक्तेप्सितार्थ सन्धानाय नमः। |
360 | ॐ कल्पवृक्षाय नमः। |
361 | ॐ ककुत्पतये नमः। |
362 | ॐ बन्धूककुसुमप्रख्याय नमः। |
363 | ॐ सर्वशस्त्रभृतां वराय नमः। |
364 | ॐ ब्रह्मण्याय नमः। |
365 | ॐ ब्राह्मणे नमः। |
366 | ॐ राजर्षये नमः। |
367 | ॐ अमितप्रभाय नमः। |
368 | ॐ सनातनवराय नमः। |
369 | ॐ सोमाय नमः। |
370 | ॐ सर्वतत्त्वावलम्बनाय नमः। |
371 | ॐ महापातालसम्मान्याय नमः। |
372 | ॐ मानिनामग्रगण्याय नमः। |
373 | ॐ महते नमः। |
374 | ॐ सिद्धार्थकृते नमः। |
375 | ॐ सिद्धगुह्याय नमः। |
376 | ॐ सिद्धानामुत्तमागतये नमः। |
377 | ॐ लोकनाथाय नमः। |
378 | ॐ विभानाथाय नमः। |
379 | ॐ माठराय नमः। |
380 | ॐ मधुवल्लभाय नमः। |
381 | ॐ तीक्ष्णांशवे नमः। |
382 | ॐ तीर्थगर्भाय नमः। |
383 | ॐ श्वेतलोहितवाहनाय नमः। |
384 | ॐ कर्मणे नमः। |
385 | ॐ कर्मविदां नेत्रे नमः। |
386 | ॐ सदावरणमण्डलाय नमः। |
387 | ॐ सहस्रगवे नमः। |
388 | ॐ अनन्तात्मने नमः। |
389 | ॐ विशिष्टाय नमः। |
390 | ॐ शिष्टपोषकाय नमः। |
391 | ॐ दिव्यमूर्तये नमः। |
392 | ॐ देवसिंहाय नमः। |
393 | ॐ दिविषत्प्रवराय नमः। |
394 | ॐ दमाय नमः। |
395 | ॐ विशालाक्षाय नमः। |
396 | ॐ श्रीमूर्तये नमः। |
397 | ॐ विश्वभ्भरविभावसवे नमः। |
398 | ॐ मूर्धन्वते नमः। |
399 | ॐ इष्टदायिने नमः। |
400 | ॐ अयनाय नमः। |
401 | ॐ कृतिचिन्तानिवर्तकाय नमः। |
402 | ॐ गन्धर्वगणगोप्त्रे नमः। |
403 | ॐ वस्वादिगणवन्दिताय नमः। |
404 | ॐ ग्रहपाय नमः। |
405 | ॐ ग्रहनेत्रे नमः। |
406 | ॐ ग्रन्धिबन्धविभञ्जनाय नमः। |
407 | ॐ ग्रसिष्णवे नमः। |
408 | ॐ ग्रहगोप्त्रे नमः। |
409 | ॐ ग्राहिने नमः। |
410 | ॐ ग्राह्यशरीरभसे नमः। |
411 | ॐ तपस्विने नमः। |
412 | ॐ तापसाय नमः। |
413 | ॐ शोच्याय नमः। |
414 | ॐ तरणये नमः। |
415 | ॐ द्युमणये नमः। |
416 | ॐ मणये नमः। |
417 | ॐ चिन्तामणये नमः। |
418 | ॐ दिनमणये नमः। |
419 | ॐ ज्योतिर्मणये नमः। |
420 | ॐ अजेश्वराय नमः। |
421 | ॐ छन्दोमयाय नमः। |
422 | ॐ शास्त्रमयाय नमः। |
423 | ॐ सर्वकान्तिखनये नमः। |
424 | ॐ मनवे नमः। |
425 | ॐ अनूरुसारथये नमः। |
426 | ॐ पीलाय नमः। |
427 | ॐ पैप्पलाय नमः। |
428 | ॐ त्रिविलोचनाय नमः। |
429 | ॐ त्रिशिखिने नमः। |
430 | ॐ ब्राह्मणमयाय नमः। |
431 | ॐ ज्योतिस्सिद्धान्तबोधनाय नमः। |
432 | ॐ त्रिनाम्ने नमः। |
433 | ॐ त्रिशरीराय नमः। |
434 | ॐ त्रिकाण्डाय नमः। |
435 | ॐ चण्डदीधितये नमः। |
436 | ॐ मुक्तिद्वाराय नमः। |
437 | ॐ मुनिवराय नमः। |
438 | ॐ महोरस्काय नमः। |
439 | ॐ महामनसे नमः। |
440 | ॐ अन्नपात्रप्रदात्रे नमः। |
441 | ॐ विष्णुचिन्तापराय नमः। |
442 | ॐ पुंसे नमः। |
443 | ॐ आपदामपहर्त्रे नमः। |
444 | ॐ रोगकाण्डदवानलाय नमः। |
445 | ॐ निवृत्तात्मने नमः। |
446 | ॐ समावृत्ताय नमः। |
447 | ॐ चक्षुरिन्द्रियदेवतायै नमः। |
448 | ॐ तपोमयाय नमः। |
449 | ॐ तप्ततनवे नमः। |
450 | ॐ पूष्णे नमः। |
451 | ॐ पूषादिवन्दिताय नमः। |
452 | ॐ सर्वजन्तुशरण्याय नमः। |
453 | ॐ बह्वृचाय नमः। |
454 | ॐ बहुदायकाय नमः। |
455 | ॐ कृष्णात्मने नमः। |
456 | ॐ कमनीयाय नमः। |
457 | ॐ सर्ववेदविभागकृते नमः। |
458 | ॐ कर्णाय नमः। |
459 | ॐ विकर्णाय नमः। |
460 | ॐ कान्ताय नमः। |
461 | ॐ बहुभोजिने नमः। |
462 | ॐ बहुप्रियाय नमः। |
463 | ॐ दक्षिणाय नमः। |
464 | ॐ दक्षिणामूर्तये नमः। |
465 | ॐ दयावते नमः। |
466 | ॐ दम्भवर्जिताय नमः। |
467 | ॐ सद्भूतये नमः। |
468 | ॐ कोशगाय नमः। |
469 | ॐ कोशिने नमः। |
470 | ॐ सर्वसिद्धिपरायणाय नमः। |
471 | ॐ शिवदेहाय नमः। |
472 | ॐ शिवात्मने नमः। |
473 | ॐ शिवदेहाय नमः। |
474 | ॐ शिवप्रदाय नमः। |
475 | ॐ वाराणसीवासपराय नमः। |
476 | ॐ हंसतीर्थप्रवर्तकाय नमः। |
477 | ॐ सूर्यलिङ्गप्रतिष्ठात्रे नमः। |
478 | ॐ सोमकान्तिविवर्धनाय नमः। |
479 | ॐ सुग्रहाय नमः। |
480 | ॐ सुखदाय नमः। |
481 | ॐ सूक्ष्माय नमः। |
482 | ॐ खराय नमः। |
483 | ॐ स्वारिताय नमः। |
484 | ॐ सङ्ख्यावते नमः। |
485 | ॐ सर्वसंसारिणे नमः। |
486 | ॐ सूरये नमः। |
487 | ॐ परपुरञ्जयाय नमः। |
488 | ॐ कृतागमाय नमः। |
489 | ॐ कृतविधये नमः। |
490 | ॐ कृतशास्त्राय नमः। |
491 | ॐ कृताह्निकाय नमः। |
492 | ॐ राज्ञे नमः। |
493 | ॐ राजद्वितीयाय नमः। |
494 | ॐ ग्रहराजाय नमः। |
495 | ॐ प्रमाणविदे नमः। |
496 | ॐ बाडवाय नमः। |
497 | ॐ बाडवामूलाय नमः। |
498 | ॐ हव्याय नमः। |
499 | ॐ कव्याय नमः। |
500 | ॐ पितृप्रियाय नमः। |
501 | ॐ सारार्थाय नमः। |
502 | ॐ सारदृशे नमः। |
503 | ॐ शारदाप्रियाय नमः। |
504 | ॐ रक्तपुष्पार्चनीयाय नमः। |
505 | ॐ रक्तगन्धाक्षतप्रियाय नमः। |
506 | ॐ परार्थ्यार्थ्याय नमः। |
507 | ॐ पूर्णकान्तये नमः। |
508 | ॐ कृततत्त्वार्थनिर्णयाय नमः। |
509 | ॐ निखिलप्राणनिलयाय नमः। |
510 | ॐ नित्यमेरुप्रदक्षिणाय नमः। |
511 | ॐ पूर्णाय नमः। |
512 | ॐ पूर्णयित्रे नमः। |
513 | ॐ पूज्याय नमः। |
514 | ॐ परमान्नकृतादराय नमः। |
515 | ॐ परहिंसादिरहिताय नमः। |
516 | ॐ गुरुमूर्तये नमः। |
517 | ॐ गतिप्रदाय नमः। |
518 | ॐ गोपालाय नमः। |
519 | ॐ लोकपालाय नमः। |
520 | ॐ सर्वाय नमः। |
521 | ॐ सर्वस्वाय नमः। |
522 | ॐ अच्युताय नमः। |
523 | ॐ मरुदीशाय नमः। |
524 | ॐ मरुच्चक्षुषे नमः। |
525 | ॐ मित्राय नमः। |
526 | ॐ हृत्तापनाशकाय नमः। |
527 | ॐ हृद्रोगहारिणे नमः। |
528 | ॐ कौमारिणे नमः। |
529 | ॐ हरिमादिविनाशकाय नमः। |
530 | ॐ उत्तरां दिवमारूढाय नमः। |
531 | ॐ हारिद्राय नमः। |
532 | ॐ कोकनायकाय नमः। |
533 | ॐ ह्रीं बीजमध्यनिलयाय नमः। |
534 | ॐ नवनाथविवर्धनाय नमः। |
535 | ॐ योगिनीवन्द्यचरणाय नमः। |
536 | ॐ बलिग्रहणतत्पराय नमः। |
537 | ॐ नित्यकल्याणनिलयाय नमः। |
538 | ॐ कल्याणाचलसेवकाय नमः। |
539 | ॐ कल्याणदानायकल्पात्मने नमः। |
540 | ॐ अत्युग्राय नमः। |
541 | ॐ रिपुभयङ्कराय नमः। |
542 | ॐ भूतिकृते नमः। |
543 | ॐ भूतिभृते नमः। |
544 | ॐ भूतये नमः। |
545 | ॐ भूतभावनपूर्वजाय नमः। |
546 | ॐ त्रियुगाय नमः। |
547 | ॐ त्रिपृष्ठाय नमः। |
548 | ॐ त्रिपादे नमः। |
549 | ॐ मूर्तित्रयात्मकाय नमः। |
550 | ॐ सर्वविघ्नविनाशिने नमः। |
551 | ॐ सर्वबन्धविमोचकाय नमः। |
552 | ॐ त्रिशिरसे नमः। |
553 | ॐ त्रिप्रलम्बाय नमः। |
554 | ॐ त्रिदंष्ट्राय नमः। |
555 | ॐ त्रिचतुर्गतये नमः। |
556 | ॐ कुजमित्राय नमः। |
557 | ॐ पितृपतये नमः। |
558 | ॐ पितृकारकाय नमः। |
559 | ॐ शुभाङ्गाय नमः। |
560 | ॐ लोकसारङ्गाय नमः। |
561 | ॐ सारङ्गाय नमः। |
562 | ॐ अरुणसारथये नमः। |
563 | ॐ पुण्यश्लोकाय नमः। |
564 | ॐ पुण्यदायिने नमः। |
565 | ॐ पुण्यकारिणे नमः। |
566 | ॐ पुरातनाय नमः। |
567 | ॐ विजयाय नमः। |
568 | ॐ विष्णुराजाय नमः। |
569 | ॐ विष्णुराताय नमः। |
570 | ॐ भवादिहृते नमः। |
571 | ॐ वदान्याय नमः। |
572 | ॐ विराड्रूपिणे नमः। |
573 | ॐ विद्यानाथाय नमः। |
574 | ॐ विधये नमः। |
575 | ॐ विधवे नमः। |
576 | ॐ प्रशस्तगुणसिन्धवे नमः। |
577 | ॐ वेदान्तवेदिबन्धवे नमः। |
578 | ॐ तत्त्वार्थमात्रे नमः। |
579 | ॐ ताम्राश्वाय नमः। |
580 | ॐ तरुणाय नमः। |
581 | ॐ तडिदुज्ज्वलाय नमः। |
582 | ॐ तीर्णदुःखाय नमः। |
583 | ॐ तीव्रवेगाय नमः। |
584 | ॐ चन्दनद्युतये नमः। |
585 | ॐ आत्मवते नमः। |
586 | ॐ अर्कपर्णस्नानतोषिणे नमः। |
587 | ॐ वीतिहोत्रादिदैवताय नमः। |
588 | ॐ एकाक्षाय नमः। |
589 | ॐ एकचक्राय नमः। |
590 | ॐ स्वतेजोभासे नमः। |
591 | ॐ स्वयम्प्रभाय नमः। |
592 | ॐ पिण्डजपरागतये नमः। |
593 | ॐ अण्डजभयापहाय नमः। |
594 | ॐ क्रूरव्रताय नमः। |
595 | ॐ क्रूरकल्पाय नमः। |
596 | ॐ तामसाय नमः। |
597 | ॐ परवीरघ्ने नमः। |
598 | ॐ षट्पल्लवविधानज्ञाय नमः। |
599 | ॐ षट्पल्लववरप्रदाय नमः। |
600 | ॐ श्रुतिपादपसञ्चारिणे नमः। |
601 | ॐ कोकिलाय नमः। |
602 | ॐ कमलाश्रयाय नमः। |
603 | ॐ कुष्ठव्याधिविनाशिने नमः। |
604 | ॐ दुष्टपीडानिबर्हणाय नमः। |
605 | ॐ धृतपद्मद्वयाय नमः। |
606 | ॐ योद्ध्रे नमः। |
607 | ॐ तेजोमण्डलमध्यगाय नमः। |
608 | ॐ सर्वाधिव्याधिशमनाय नमः। |
609 | ॐ सर्वतापालितापनाय नमः। |
610 | ॐ सर्वसाक्षिणे नमः। |
611 | ॐ सदुदयाय नमः। |
612 | ॐ स्वाष्टाक्षर्यधिदेवतायै नमः। |
613 | ॐ स्फोटादिदोषहारिणे नमः। |
614 | ॐ गुल्मदुःखप्रभञ्जनाय नमः। |
615 | ॐ योजनार्बुदसञ्चारिणे नमः। |
616 | ॐ सालोक्यादिप्रदाय नमः। |
617 | ॐ पित्रे नमः। |
618 | ॐ खेटाय नमः। |
619 | ॐ कृपीटदायिने नमः। |
620 | ॐ नग्नाय नमः। |
621 | ॐ नलिनवल्लभाय नमः। |
622 | ॐ कुन्तीप्रसन्नाय नमः। |
623 | ॐ कौबेराय नमः। |
624 | ॐ श्रीवक्षसे नमः। |
625 | ॐ श्रीनिकेतनाय नमः। |
626 | ॐ अरुणाय नमः। |
627 | ॐ अरुणकेतवे नमः। |
628 | ॐ युद्धप्रेतगतिप्रदाय नमः। |
629 | ॐ संज्ञामनोनुकूलाय नमः। |
630 | ॐ महेन्द्रकृतपूजनाय नमः। |
631 | ॐ गरुडाग्रजसूताय नमः। |
632 | ॐ सस्यालिसुहृदे नमः। |
633 | ॐ ऊर्मिकृते नमः। |
634 | ॐ गोधूमधान्यनाथाय नमः। |
635 | ॐ वर्तुलाकारमण्डलाय नमः। |
636 | ॐ रुद्रप्रत्यधिदेवाय नमः। |
637 | ॐ हस्तनक्षत्रनायकाय नमः। |
638 | ॐ गुञ्जापुञ्जप्रतीकाशाय नमः। |
639 | ॐ पवित्रीकृतवृत्रहणे नमः। |
640 | ॐ कालिन्दीजनकाय नमः। |
641 | ॐ गोब्राह्मणहिते रताय नमः। |
642 | ॐ इन्द्राय नमः। |
643 | ॐ वृद्धश्रवसे नमः। |
644 | ॐ पूष्णे नमः। |
645 | ॐ विश्ववेदसे नमः। |
646 | ॐ प्रजापतये नमः। |
647 | ॐ अग्नये नमः। |
648 | ॐ वायवे नमः। |
649 | ॐ सूर्याय नमः। |
650 | ॐ वाय्वश्वाय नमः। |
651 | ॐ रश्मिपालकाय नमः। |
652 | ॐ मरीच्यात्मने नमः। |
653 | ॐ भुवनसुवे नमः। |
654 | ॐ अद्रोहिणे नमः। |
655 | ॐ पुत्रदायकाय नमः। |
656 | ॐ महानाम्नीव्रतहिताय नमः। |
657 | ॐ महामानाय नमः। |
658 | ॐ अपराक्षसाय नमः। |
659 | ॐ आदित्याय नमः। |
660 | ॐ अदितिदेवाय नमः। |
661 | ॐ दितिदेवाय नमः। |
662 | ॐ दिवस्पतये नमः। |
663 | ॐ व्योमसन्दृग्विमानस्थाय नमः। |
664 | ॐ सुमृडीकाय नमः। |
665 | ॐ सरोविभवे नमः। |
666 | ॐ स्मृतये नमः। |
667 | ॐ प्रत्यक्षाय नमः। |
668 | ॐ ऐतिह्याय नमः। |
669 | ॐ अनुमानाय नमः। |
670 | ॐ विधायकाय नमः। |
671 | ॐ तत्सर्वसमाविष्टाय नमः। |
672 | ॐ अणवे नमः। |
673 | ॐ महते नमः। |
674 | ॐ अधिवत्सराय नमः। |
675 | ॐ पटराय नमः। |
676 | ॐ विक्लिधाय नमः। |
677 | ॐ पिङ्गाय नमः। |
678 | ॐ प्रदर्शिने नमः। |
679 | ॐ उपदर्शकाय नमः। |
680 | ॐ नानामुखाय नमः। |
681 | ॐ एकशीर्षाय नमः। |
682 | ॐ ऋतुलक्षणलक्षिताय नमः। |
683 | ॐ शुक्लात्मने नमः। |
684 | ॐ दक्षिणपक्षाय नमः। |
685 | ॐ कृष्णात्मने नमः। |
686 | ॐ वामपक्षकाय नमः। |
687 | ॐ अह्ने नमः। |
688 | ॐ दिवे नमः। |
689 | ॐ विषुरूपिणे नमः। |
690 | ॐ विश्वावनविशेषविदे नमः। |
691 | ॐ अपशवे नमः। |
692 | ॐ अपशुघ्नाय नमः। |
693 | ॐ नपशवे नमः। |
694 | ॐ पशुपालकाय नमः। |
695 | ॐ संवत्सरप्रियतमाय नमः। |
696 | ॐ प्रत्यक्षज्ञेयमण्डलाय नमः। |
697 | ॐ षडुद्यमाय नमः। |
698 | ॐ सप्तयात्राय नमः। |
699 | ॐ विनादिने नमः। |
700 | ॐ अभिधावकाय नमः। |
701 | ॐ षष्टिवल्गाय नमः। |
702 | ॐ सार्ष्टिकाय नमः। |
703 | ॐ प्रैषकृते नमः। |
704 | ॐ प्रथमस्मृताय नमः। |
705 | ॐ अघोराक्षाय नमः। |
706 | ॐ सदोनादिने नमः। |
707 | ॐ वाक्प्रयोजकाय नमः। |
708 | ॐ संवत्सरीणाय नमः। |
709 | ॐ कर्मफलाय नमः। |
710 | ॐ पद्मापीत-इवोज्ज्वलाय नमः। |
711 | ॐ कनकोज्ज्वलवाससे नमः। |
712 | ॐ अहताम्बराय नमः। |
713 | ॐ कपर्दिने नमः। |
714 | ॐ विशिखाय नमः। |
715 | ॐ वातवते नमः। |
716 | ॐ मरुतमुखाय नमः। |
717 | ॐ क्षपणाय नमः। |
718 | ॐ योत्स्यमानाय नमः। |
719 | ॐ हेमचक्षुषे नमः। |
720 | ॐ अकोपनाय नमः। |
721 | ॐ अपध्वस्ताय नमः। |
722 | ॐ सन्नद्धाय नमः। |
723 | ॐ सहदृशे नमः। |
724 | ॐ जीवनप्रदाय नमः। |
725 | ॐ नदेवाय नमः। |
726 | ॐ नमनुष्याय नमः। |
727 | ॐ नाग्न्ये नमः। |
728 | ॐ नेन्द्राय नमः। |
729 | ॐ नमारुताय नमः। |
730 | ॐ नोपमाय नमः। |
731 | ॐ रुद्रधन्वने नमः। |
732 | ॐ कर्मब्रह्मप्रपञ्चकाय नमः। |
733 | ॐ ऋतुभिस्सन्नुताय नमः। |
734 | ॐ स्वामिने नमः। |
735 | ॐ सर्वकामदुहे नमः। |
736 | ॐ अव्ययाय नमः। |
737 | ॐ आरोग्यस्थानाभाभ्राजाय नमः। |
738 | ॐ पटरस्थानभासे नमः। |
739 | ॐ सप्तसूर्यार्पिताय नमः। |
740 | ॐ कश्यपाय नमः। |
741 | ॐ मेर्वमोचकाय नमः। |
742 | ॐ वात्स्यायनाय नमः। |
743 | ॐ पञ्चकर्णाय नमः। |
744 | ॐ सप्तहोत्रे नमः। |
745 | ॐ ऋक्पतये नमः। |
746 | ॐ तस्थिवते नमः। |
747 | ॐ जगदात्मने नमः। |
748 | ॐ वैशम्पायनाय नमः। |
749 | ॐ अनम्भसे नमः। |
750 | ॐ अम्भसां मूलाय नमः। |
751 | ॐ अग्निवायुपरायणाय नमः। |
752 | ॐ कश्यपस्यातिथये नमः। |
753 | ॐ सिद्धागमनाय नमः। |
754 | ॐ नम उक्तिप्रियाय नमः। |
755 | ॐ पुण्याय नमः। |
756 | ॐ अजिराप्रभवे नमः। |
757 | ॐ नर्यापसे नमः। |
758 | ॐ पङ्क्तिराधसे नमः। |
759 | ॐ विसर्पिणे नमः। |
760 | ॐ नीललोहिताय नमः। |
761 | ॐ नीलार्चिषे नमः। |
762 | ॐ पीतकार्चिषे नमः। |
763 | ॐ वायवे नमः। |
764 | ॐ एकादशात्मकाय नमः। |
765 | ॐ वासुकये नमः। |
766 | ॐ वैद्युताय नमः। |
767 | ॐ रजताय नमः। |
768 | ॐ परुषादिकाय नमः। |
769 | ॐ नासत्यजनकाय नमः। |
770 | ॐ शाम्बराय नमः। |
771 | ॐ अपपूरुषाय नमः। |
772 | ॐ सुब्रह्मण्याय नमः। |
773 | ॐ सूरीन्द्राय नमः। |
774 | ॐ गौतमाय नमः। |
775 | ॐ कौशिकीपतये नमः। |
776 | ॐ अग्नये नमः। |
777 | ॐ जातवेदसे नमः। |
778 | ॐ सहोजसे नमः। |
779 | ॐ अजिराप्रभवे नमः। |
780 | ॐ कस्मै नमः। |
781 | ॐ किमात्मने नमः। |
782 | ॐ काय नमः। |
783 | ॐ तस्मै नमः। |
784 | ॐ सत्याय नमः। |
785 | ॐ अन्नाय नमः। |
786 | ॐ अमृताय नमः। |
787 | ॐ जीवाय नमः। |
788 | ॐ व्ययजन्मने नमः। |
789 | ॐ अनुजन्मने नमः। |
790 | ॐ अग्राय नमः। |
791 | ॐ सप्तसप्तकदृष्टिभाजे नमः। |
792 | ॐ भानवे नमः। |
793 | ॐ विधवे नमः। |
794 | ॐ भौमाय नमः। |
795 | ॐ चन्द्रसूनवे नमः। |
796 | ॐ गीष्पत्तये नमः। |
797 | ॐ उशनसे नमः। |
798 | ॐ सूर्यसूनवे नमः। |
799 | ॐ तमसे नमः। |
800 | ॐ केतवे नमः। |
801 | ॐ अद्रिभृते नमः। |
802 | ॐ अर्धप्रहाराय नमः। |
803 | ॐ गुलिकाय नमः। |
804 | ॐ यमकण्टकाय नमः। |
805 | ॐ कारकाय नमः। |
806 | ॐ मारकाय नमः। |
807 | ॐ पोषकाय नमः। |
808 | ॐ तोषकाय नमः। |
809 | ॐ पश्चाल्लत्ताय नमः। |
810 | ॐ पुरोलत्ताय नमः। |
811 | ॐ पार्श्वलत्ताय नमः। |
812 | ॐ आकाशग्रहसंसेव्याय नमः। |
813 | ॐ धूमकेतुविजृम्भणाय नमः। |
814 | ॐ भूकम्पनादिहेतवे नमः। |
815 | ॐ रक्तवृष्टिविधायकाय नमः। |
816 | ॐ गर्जत्पर्जन्यरूपिणे नमः। |
817 | ॐ दुर्जयाय नमः। |
818 | ॐ दुरतिक्रमाय नमः। |
819 | ॐ निर्जराराध्यचरणाय नमः। |
820 | ॐ जरामरणवर्जिताय नमः। |
821 | ॐ वियद्गमनजङ्घालाय नमः। |
822 | ॐ वीतिहोत्रसमप्रभाय नमः। |
823 | ॐ विरिञ्चिगर्भसम्भूताय नमः। |
824 | ॐ विषव्यालविनाशकृते नमः। |
825 | ॐ श्रीपुष्टिकीर्तिसन्दायिने नमः। |
826 | ॐ नमतां नमनप्रियाय नमः। |
827 | ॐ वेदाध्ययनसम्पन्नाय नमः। |
828 | ॐ वेदान्तनिष्ठिताय नमः। |
829 | ॐ शब्दशास्त्रप्रणेत्रे नमः। |
830 | ॐ शब्दब्रह्ममयाय नमः। |
831 | ॐ पराय नमः। |
832 | ॐ अर्थब्रह्ममयाय नमः। |
833 | ॐ अर्थार्थिने नमः। |
834 | ॐ स्वार्थिनामर्थदायकाय नमः। |
835 | ॐ जपयज्ञाय नमः। |
836 | ॐ तपोयज्ञाय नमः। |
837 | ॐ दानयज्ञाय नमः। |
838 | ॐ स्वाध्याययज्ञाय नमः। |
839 | ॐ धर्मज्ञाय नमः। |
840 | ॐ नीतिज्ञाय नमः। |
841 | ॐ विज्ञाय नमः। |
842 | ॐ गुहाशायिने नमः। |
843 | ॐ गुहाभेदिने नमः। |
844 | ॐ साक्षान्मन्मथमन्मथाय नमः। |
845 | ॐ मञ्जुदेहाय नमः। |
846 | ॐ मञ्जुकान्तये नमः। |
847 | ॐ महिमातिशयोज्ज्वलाय नमः। |
848 | ॐ मित्रविन्दावन्द्यपादाय नमः। |
849 | ॐ मुनिवृन्दावनहिताय नमः। |
850 | ॐ ब्रह्मचारिणे नमः। |
851 | ॐ सुमेधसे नमः। |
852 | ॐ ऊर्ध्वरेतसे नमः। |
853 | ॐ तपोमयाय नमः। |
854 | ॐ ऐङ्कारनिलयाय नमः। |
855 | ॐ वाग्मिने नमः। |
856 | ॐ वागर्थप्रदाय नमः। |
857 | ॐ ह्रींकारनिलयाय नमः। |
858 | ॐ मायिने नमः। |
859 | ॐ इन्द्रजालादितत्त्वविदे नमः। |
860 | ॐ श्रीङ्कारनिलयाय नमः। |
861 | ॐ श्रीमते नमः। |
862 | ॐ धनदाय नमः। |
863 | ॐ धनवर्धनाय नमः। |
864 | ॐ श्रीचक्रराजनिलयाय नमः। |
865 | ॐ श्रीदेवीकर्णभूषणाय नमः। |
866 | ॐ क्लींकारमध्यनिलयाय नमः। |
867 | ॐ कामराजवशङ्कराय नमः। |
868 | ॐ सौश्शक्तिसहिताय नमः। |
869 | ॐ ज्ञानदानदक्षाय नमः। |
870 | ॐ प्रकाशकाय नमः। |
871 | ॐ परमात्मने नमः। |
872 | ॐ अन्तरात्मने नमः। |
873 | ॐ जीवात्मने नमः। |
874 | ॐ नियामकाय नमः। |
875 | ॐ हृदयग्रन्थिभेत्त्रे नमः। |
876 | ॐ सर्वसंशयनाशनाय नमः। |
877 | ॐ ब्रह्मव्याख्याननिपुणाय नमः। |
878 | ॐ यज्ञदीक्षाधुरन्धराय नमः। |
879 | ॐ दौर्भाग्यतूलवातूलाय नमः। |
880 | ॐ जराध्वान्तनिवर्तकाय नमः। |
881 | ॐ द्वैतमोहविनाशिने नमः। |
882 | ॐ भेदवादिविभेदनाय नमः। |
883 | ॐ वीरभद्रमतध्वंसिने नमः। |
884 | ॐ वीराराध्यनिबर्हणाय नमः। |
885 | ॐ कापालिमतकोपिने नमः। |
886 | ॐ मीमांसान्यायतत्पराय नमः। |
887 | ॐ कार्तान्तिकवराय नमः। |
888 | ॐ सर्वकार्तान्तिकपरायणाय नमः। |
889 | ॐ जङ्गमाजङ्गममयाय नमः। |
890 | ॐ जानकीपूजिताय नमः। |
891 | ॐ इक्ष्वाकुवंशनाथाय नमः। |
892 | ॐ इन्दिरास्थानसुन्दराय नमः। |
893 | ॐ विद्याविनयविज्ञानाय नमः। |
894 | ॐ त्रयीताण्डवमण्डपाय नमः। |
895 | ॐ रामचन्द्रकुलाम्भोधये नमः। |
896 | ॐ कामिनीकामदायकाय नमः। |
897 | ॐ सङ्गीतशास्त्रनिपुणाय नमः। |
898 | ॐ सर्वविद्याप्रवर्तकाय नमः। |
899 | ॐ राजग्रहाय नमः। |
900 | ॐ अधिकारिणे नमः। |
901 | ॐ राजराजेश्वरीप्रियाय नमः। |
902 | ॐ राज्याय नमः। |
903 | ॐ भौज्याय नमः। |
904 | ॐ साम्राज्याय नमः। |
905 | ॐ वैराज्याय नमः। |
906 | ॐ राज्याय नमः। |
907 | ॐ गवे नमः। |
908 | ॐ पञ्चगव्याय नमः। |
909 | ॐ शुद्धात्मने नमः। |
910 | ॐ चान्द्रायणफलप्रदाय नमः। |
911 | ॐ कृच्छ्रादिफलदायिने नमः। |
912 | ॐ दारिद्र्यभयनाशनाय नमः। |
913 | ॐ दुःखार्णवोत्तारकाय नमः। |
914 | ॐ दुरितवातखण्डनाय नमः। |
915 | ॐ ब्रह्महत्यादिविध्वंसिने नमः। |
916 | ॐ भ्रूणहत्यानिबर्हणाय नमः। |
917 | ॐ गुरुद्रोहादिशमनाय नमः। |
918 | ॐ मातृगामिवधोद्यताय नमः। |
919 | ॐ पञ्चास्त्रशस्त्रमेघालिने नमः। |
920 | ॐ झञ्झावाताय नमः। |
921 | ॐ झषादिकाय नमः। |
922 | ॐ चित्रगवे नमः। |
923 | ॐ दानशौण्डाय नमः। |
924 | ॐ सिंहसंहननाय नमः। |
925 | ॐ यूने नमः। |
926 | ॐ वैधव्यबाधाशमनाय नमः। |
927 | ॐ विधवानां गतिप्रदाय नमः। |
928 | ॐ रजोदोषविनाशिने नमः। |
929 | ॐ कृतपक्वान्नगर्हणाय नमः। |
930 | ॐ पट्टाभिषिक्तभक्तालये नमः। |
931 | ॐ दुष्टमत्तेभकेसरिणे नमः। |
932 | ॐ अनर्गलगतये नमः। |
933 | ॐ गूढाय नमः। |
934 | ॐ गोमतीतीरपुण्यकृते नमः। |
935 | ॐ जरायुदोषहारिणे नमः। |
936 | ॐ पूर्णायुर्योगकारकाय नमः। |
937 | ॐ भक्ताब्जपूर्णचन्द्राय नमः। |
938 | ॐ धर्ममार्गप्रवर्तकाय नमः। |
939 | ॐ सौवर्गसुखहेतवे नमः। |
940 | ॐ निरयध्वंसदीक्षिताय नमः। |
941 | ॐ भ्रमन्मण्डलसंस्थानाय नमः। |
942 | ॐ भ्रान्तिपित्तादिरोगहृते नमः। |
943 | ॐ मेहादिरोगशमनाय नमः। |
944 | ॐ पाण्डुक्षयविनाशनाय नमः। |
945 | ॐ पापवेतालमन्त्रज्ञाय नमः। |
946 | ॐ पापकृज्जनदुर्लभाय नमः। |
947 | ॐ ज्वरादिदोषदूराय नमः। |
948 | ॐ विज्वरीकृतभूसुराय नमः। |
949 | ॐ मोक्षनिश्रेणिकासाक्षिणे नमः। |
950 | ॐ दाक्षायण्यादिसेवकाय नमः। |
951 | ॐ भावुकाय नमः। |
952 | ॐ भद्रकरुणाय नमः। |
953 | ॐ अश्विनीपुष्करोज्ज्वलाय नमः। |
954 | ॐ प्रशस्तवते नमः। |
955 | ॐ निस्तुलनाय नमः। |
956 | ॐ प्रबन्धशतकल्पनाय नमः। |
957 | ॐ भूनेत्रे नमः। |
958 | ॐ भूधराय नमः। |
959 | ॐ भोगिने नमः। |
960 | ॐ भाग्यदायिने नमः। |
961 | ॐ भवप्रियाय नमः। |
962 | ॐ कर्मन्दिने नमः। |
963 | ॐ वललाय नमः। |
964 | ॐ क्लीबाय नमः। |
965 | ॐ पशुपालाय नमः। |
966 | ॐ अश्वपालकाय नमः। |
967 | ॐ शनिपीडाविनाशिने नमः। |
968 | ॐ कृत्यादोषनिबर्हणाय नमः। |
969 | ॐ आभिचारिकविध्वंसिने नमः। |
970 | ॐ गदावनदवानलाय नमः। |
971 | ॐ जपपूजार्चनरताय नमः। |
972 | ॐ नारायणपदाय नमः। |
973 | ॐ पराय नमः। |
974 | ॐ पापपाषाणदलन टङ्कीकृत करावलये नमः। |
975 | ॐ मोक्षलक्ष्मीकवाटाय नमः। |
976 | ॐ मातृकावर्णमण्डनाय नमः। |
977 | ॐ अकारादिक्षकारान्तवर्णमालाविभूषणाय नमः। |
978 | ॐ अनुस्वारादिसङ्ख्यात्मने नमः। |
979 | ॐ स्वराय नमः। |
980 | ॐ व्यञ्जनाय नमः। |
981 | ॐ सर्वार्थदाय नमः। |
982 | ॐ सर्वकर्मणे नमः। |
983 | ॐ सर्वकार्यप्रकाशकाय नमः। |
984 | ॐ पञ्चविंशतितत्त्वस्थाय नमः। |
985 | ॐ पञ्चब्रह्मसमुद्भवाय नमः। |
986 | ॐ पारमार्थिकसन्दायिने नमः। |
987 | ॐ पङ्ग्वादिगतिदायकाय नमः। |
988 | ॐ सफलीकृतपूजार्थाय नमः। |
989 | ॐ विफलीकृतदुष्कृतये नमः। |
990 | ॐ श्रुतिस्मृतिसमाम्नातस्मार्तकर्मप्रकाशकाय नमः। |
991 | ॐ यज्ञोपवीतधारिणे नमः। |
992 | ॐ याज्ञवल्क्यादिवन्दिताय नमः। |
993 | ॐ सुषुम्नायोगमध्यस्थाय नमः। |
994 | ॐ लम्बिकायोगसाधनाय नमः। |
995 | ॐ सालम्बनोद्दीपनादिक्रियाबीजाय नमः। |
996 | ॐ महामनवे नमः। |
997 | ॐ कल्पातिशायिसङ्कल्पाय नमः। |
998 | ॐ विकल्पविधिवर्जिताय नमः। |
999 | ॐ अनल्पमूर्तये नमः। |
1000 | ॐ अश्वात्मने नमः। |
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