जानिए बुध ग्रह के 108 नाम और मंत्र जो आपके जीवन में बुद्धि, व्यापार और सफलता का संचार करेंगे
बुध ग्रह बुद्धि, संवाद, व्यापार, और गणितीय क्षमता के कारक हैं। उनके 108 नाम और मंत्र जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होते हैं। बुध ग्रह के नामों का जाप और मंत्रों का नियमित उच्चारण मानसिक शांति, बौद्धिक विकास, और व्यापार में सफलता प्रदान करता है।
ज्योतिष के अनुसार बुध को एक ऐसा ग्रह माना गया है जो अपनी संगति के अनुसार फल देता है। अगर बुध शुभ ग्रहों जैसे कि गुरु, शुक्र व बलवान चंद्रमा के साथ होते हैं, तो यह सकारात्मक परिणाम देते हैं। लेकिन जब यह क्रूर ग्रहों जैसे कि मंगल, राहु, केतु, शनि या सूर्य के साथ होते हैं, तो इसके परिणाम नकारात्मक हो सकते हैं।
बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं, वहीं 27 नक्षत्रों में से अश्लेखा, ज्येष्ठा और रेवती भी बुध के अधीन आते हैं। बुध का वर्ण हरा है, और वे सप्ताह के तीसरे दिन यानी कि बुधवार के अधिपति हैं। ज्योतिष में बुध को बुद्धि, तर्कशक्ति, संवाद, चतुराई और मित्रता का कारक माना गया है।
बुध ग्रह के जन्म की कथा बहुत ही रोचक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र देव ने अपने गुरु बृहस्पति की पत्नी तारा का अपहरण कर लिया था, और चंद्रमा तारा के संबंध से बुध की उत्पत्ति हुई। बुद्ध अत्यंत सुंदर और तेजस्वी थे। चंद्रमा ने उन्हें अपने पुत्र के रूप में अपनाने की घोषणा की, लेकिन बृहस्पति ने इसका विरोध किया, क्योंकि बृहस्पति भी बुद्ध के रूप व गुना से प्रभावित थे और उन्हें अपना पुत्र मानना चाहते थे।
जब इस विवाह ने जोर पकड़ा, तू बृहस्पति ने अपनी पत्नी तारा से पूजा की इस बालक के वास्तविक पिता कौन है। तारा ने बताया कि यह बालक चंद्र देव का पुत्र है। इसके बाद चंद्र देव ने बुध का नामकरण संस्कार किया और चंद्रमा के पुत्र होने के कारण बुध क्षत्रिय कहलाए। वहीं यदि बुध बृहस्पति के पुत्र होते तो उनका स्थान ब्राह्मण वर्ग में होता।
बुद्ध का प्रभाव शिक्षा व्यापार और बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में विशेष महत्वपूर्ण है। बुध का बली होना जीवन में सफलता और प्रगति का संकेत देता है। जबकि पीड़ित बुध व्यक्ति के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकते हैं।
जब कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होते हैं, तो वे व्यक्ति को कुशाग्र बुद्धि और तेज स्मरण शक्ति प्रदान करते हैं। ऐसे लोग गणित हुआ तार्किक विषयों में श्रेष्ठ होते हैं। वे किसी भी विषय को तार्किक दृष्टिकोण से समझते हैं, और अपनी बुद्धिमत्ता के कारण प्रशंसा के पात्र बनते हैं।
बुध के प्रभाव से व्यक्ति व्यापार, वाणिज्य और संचार के क्षेत्रों में सफल होता है। उसकी संवाद शैली इतनी कुशल होती है कि वह अपने शब्दों से दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होता है।
यदि बुध ग्रह जन्म कुंडली में क्रूर ग्रहों के प्रभाव में हो या कमजोर स्थिति में हो, तो वे व्यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर बना सकते हैं। गणित और तार्किक विषयों में रुचि की कमी या कठिनाई उत्पन्न हो सकती है। व्यक्ति को चीजों को समझने और सही तरीके से प्रस्तुत करने में परेशानी होती है।
कमजोर बुध व्यापार और करियर में असफलता का कारण बन सकते हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त नहीं कर पाता और संचार कौशल में कमी अनुभव करता है। इसके चलते व्यक्ति को आर्थिक हानि और दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है।
S.No | बुध मंत्र |
1 | ॐ बुधाय नमः। |
2 | ॐ बुधार्चिताय नमः। |
3 | ॐ सौम्याय नमः। |
4 | ॐ सौम्यचित्ताय नमः। |
5 | ॐ शुभप्रदाय नमः। |
6 | ॐ दृढव्रताय नमः। |
7 | ॐ दृढफलाय नमः। |
8 | ॐ श्रुतिजालप्रबोधकाय नमः। |
9 | ॐ सत्यवासाय नमः। |
10 | ॐ सत्यवचसे नमः। |
11 | ॐ श्रेयसां पतये नमः। |
12 | ॐ अव्ययाय नमः। |
13 | ॐ सोमजाय नमः। |
14 | ॐ सुखदाय नमः। |
15 | ॐ श्रीमते नमः। |
16 | ॐ सोमवंशप्रदीपकाय नमः। |
17 | ॐ वेदविदे नमः। |
18 | ॐ वेदतत्त्वाशाय नमः। |
19 | ॐ वेदान्तज्ञानभास्कराय नमः। |
20 | ॐ विद्याविचक्षणाय नमः। |
21 | ॐ विदुषे नमः। |
22 | ॐ विद्वत्प्रीतिकराय नमः। |
23 | ॐ ऋजवे नमः। |
24 | ॐ विश्वानुकूलसञ्चाराय नमः। |
25 | ॐ विशेषविनयान्विताय नमः। |
26 | ॐ विविधागमसारज्ञाय नमः। |
27 | ॐ वीर्यवते नमः। |
28 | ॐ विगतज्वराय नमः। |
29 | ॐ त्रिवर्गफलदाय नमः। |
30 | ॐ अनन्ताय नमः। |
31 | ॐ त्रिदशाधिपपूजिताय नमः। |
32 | ॐ बुद्धिमते नमः। |
33 | ॐ बहुशास्त्रज्ञाय नमः। |
34 | ॐ बलिने नमः। |
35 | ॐ बन्धविमोचकाय नमः। |
36 | ॐ वक्रातिवक्रगमनाय नमः। |
37 | ॐ वासवाय नमः। |
38 | ॐ वसुधाधिपाय नमः। |
39 | ॐ प्रसन्नवदनाय नमः। |
40 | ॐ वन्द्याय नमः। |
41 | ॐ वरेण्याय नमः। |
42 | ॐ वाग्विलक्षणाय नमः। |
43 | ॐ सत्यवते नमः। |
44 | ॐ सत्यसङ्कल्पाय नमः। |
45 | ॐ सत्यबन्धवे नमः। |
46 | ॐ सदादराय नमः। |
47 | ॐ सर्वरोगप्रशमनाय नमः। |
48 | ॐ सर्वमृत्युनिवारकाय नमः। |
49 | ॐ वाणिज्यनिपुणाय नमः। |
50 | ॐ वश्याय नमः। |
51 | ॐ वाताङ्गाय नमः। |
52 | ॐ वातरोगहृते नमः। |
53 | ॐ स्थूलाय नमः। |
54 | ॐ स्थैर्यगुणाध्यक्षाय नमः। |
55 | ॐ स्थूलसूक्ष्मादिकारणाय नमः। |
56 | ॐ अप्रकाशाय नमः। |
57 | ॐ प्रकाशात्मने नमः। |
58 | ॐ घनाय नमः। |
59 | ॐ गगनभूषणाय नमः। |
60 | ॐ विधिस्तुत्याय नमः। |
61 | ॐ विशालाक्षाय नमः। |
62 | ॐ विद्वज्जनमनोहराय नमः। |
63 | ॐ चारुशीलाय नमः। |
64 | ॐ स्वप्रकाशाय नमः। |
65 | ॐ चपलाय नमः। |
66 | ॐ जितेन्द्रियाय नमः। |
67 | ॐ उदङ्मुखाय नमः। |
68 | ॐ मखासक्ताय नमः। |
69 | ॐ मगधाधिपतये नमः। |
70 | ॐ हरये नमः। |
71 | ॐ सौम्यवत्सरसञ्जाताय नमः। |
72 | ॐ सोमप्रियकराय नमः। |
73 | ॐ महते नमः। |
74 | ॐ सिंहाधिरूढाय नमः। |
75 | ॐ सर्वज्ञाय नमः। |
76 | ॐ शिखिवर्णाय नमः। |
77 | ॐ शिवङ्कराय नमः। |
78 | ॐ पीताम्बराय नमः। |
79 | ॐ पीतवपुषे नमः। |
80 | ॐ पीतच्छत्रध्वजाङ्किताय नमः। |
81 | ॐ खड्गचर्मधराय नमः। |
82 | ॐ कार्यकर्त्रे नमः। |
83 | ॐ कलुषहारकाय नमः। |
84 | ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः। |
85 | ॐ अत्यन्तविनयाय नमः। |
86 | ॐ विश्वपवनाय नमः। |
87 | ॐ चाम्पेयपुष्पसङ्काशाय नमः। |
88 | ॐ चारणाय नमः। |
89 | ॐ चारुभूषणाय नमः। |
90 | ॐ वीतरागाय नमः। |
91 | ॐ वीतभयाय नमः। |
92 | ॐ विशुद्धकनकप्रभाय नमः। |
93 | ॐ बन्धुप्रियाय नमः। |
94 | ॐ बन्धमुक्ताय नमः। |
95 | ॐ बाणमण्डलसंश्रिताय नमः। |
96 | ॐ अर्केशाननिवासस्थाय नमः। |
97 | ॐ तर्कशास्त्रविशारदाय नमः। |
98 | ॐ प्रशान्ताय नमः। |
99 | ॐ प्रीतिसंयुक्ताय नमः। |
100 | ॐ प्रियकृते नमः। |
101 | ॐ प्रियभूषणाय नमः। |
102 | ॐ मेधाविने नमः। |
103 | ॐ माधवसक्ताय नमः। |
104 | ॐ मिथुनाधिपतये नमः। |
105 | ॐ सुधिये नमः। |
106 | ॐ कन्याराशिप्रियाय नमः। |
107 | ॐ कामप्रदाय नमः। |
108 | ॐ घनफलाश्रयाय नमः। |
Did you like this article?
शिव नामावली: भगवान शिव के 108 पवित्र नामों का महत्व जानें और जाप से प्राप्त करें शांति, आशीर्वाद और मोक्ष।
गणेश जी के 108 नाम: भगवान गणेश के पवित्र नामों का जाप से मिलती है आशीर्वाद, समृद्धि और जीवन में विघ्नों से मुक्ति।
मां दुर्गा के 108 नाम: जानें मां दुर्गा के पवित्र और शक्तिशाली नामों का महत्व और प्राप्त करें उनकी कृपा, आशीर्वाद और जीवन में सुख-शांति।