लक्ष्मी नारायण कवच
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लक्ष्मी नारायण कवच

क्या आप जानते हैं लक्ष्मी नारायण कवच के नियमित पाठ से आर्थिक तंगी दूर होती है और जीवन में शांति आती है? जानें इसकी पाठ विधि और लाभ।

लक्ष्मी नारायण कवच के बारे में

लक्ष्मी नारायण कवच माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की संयुक्त कृपा का प्रतीक है, जो नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है और जीवन में सुख, वैभव और शांति लाता है। इस लेख में आप जानेंगे लक्ष्मी नारायण कवच का महत्व, पाठ विधि, नियम और इससे जुड़ी चमत्कारी मान्यताएं।

लक्ष्मी नारायण कवच क्या है?

लक्ष्मी नारायण कवच एक आध्यात्मिक स्तोत्र है, जो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए पढ़ा जाता है। यह कवच भक्तों की सुरक्षा, समृद्धि और सुख-शांति के लिए एक शक्तिशाली उपाय माना जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि लक्ष्मी नारायण कवच श्लोक क्या है?

॥ लक्ष्मी नारायण कवच श्लोक ॥

ॐ श्री गणेशाय नमः।  

श्री लक्ष्मी नारायणाय नमः।  

ध्यानम्  

शंखचक्रगदापाणिं पीताम्बरधरं हरिम्।  

सर्वलोकैकनाथं च लक्ष्मीसहितमीश्वरम्॥  

कवचम्  

ॐ श्री विष्णुः मे शिरः पातु लक्ष्मीकान्तः सदाऽवतु।  

नेत्रे मे पद्मनाभश्च कर्णौ गोविन्द एव च॥  

नासां पातु जगन्नाथो मुखं मे मधुसूदनः।  

वक्षः पातु हरिर्नित्यं जठरं वामनः प्रभुः॥  

नाभिं मे दामोदरश्च कटिं मे विष्वरूपधृक्।  

बाहू मे बलिदर्पघ्नो हस्तौ पातु जनार्दनः॥  

जङ्घे मे वासुदेवश्च पादौ विश्वेश्वरोऽवतु।  

सर्वाङ्गं मे सदा पातु लक्ष्मीनाथो निरन्तरम्॥  

फलश्रुति  

यः पठेच्छृणुयाद्भक्त्या लक्ष्मी नारायणस्य वै।  

स धन्यः पुण्यशीलश्च सर्वसिद्धिः प्रजायते॥  

॥ इति श्री लक्ष्मी नारायण कवच सम्पूर्णम् ॥ 

लक्ष्मी नारायण कवच का महत्व एवं लाभ  

लक्ष्मी नारायण कवच भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावशाली माध्यम है। इसका नियमित पाठ करने से जीवन में आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं।

1- आर्थिक समृद्धि और स्थिरता - माता लक्ष्मी की कृपा से धन, वैभव और समृद्धि में वृद्धि होती है। व्यापार, नौकरी और वित्तीय निवेश में सफलता मिलती है। कर्ज और आर्थिक परेशानियों से राहत मिलती है।

2 - पारिवारिक सुख और शांति - पारिवारिक जीवन में प्रेम, सहयोग और सद्भाव बना रहता है। मानसिक तनाव, चिंता और नकारात्मकता दूर होती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का संचार होता है। साथ ही इसका पाठ दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बनाए रखने में सहायक होता है।

3. बुरी शक्तियों और नकारात्मक प्रभाव से रक्षा - नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और तंत्र-मंत्र के प्रभाव से सुरक्षा मिलती है। वास्तु दोष और पितृ दोष से राहत मिलती है। जीवन की अनचाही बाधाएँ दूर हो कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।

4 - सफलता और उन्नति - कार्यक्षेत्र में आने वाली रुकावटें समाप्त होती हैं। छात्रों को विद्या, बुद्धि और एकाग्रता में लाभ मिलता है। नए अवसर प्राप्त होते हैं और जीवन में स्थायित्व आता है।

5. आध्यात्मिक उन्नति - भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से आध्यात्मिक प्रगति होती है। भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है। साथ ही मन और आत्मा की शुद्धि होकर आंतरिक शांति प्राप्त होती है।

लक्ष्मी नारायण कवच पाठ की विधि 

लक्ष्मी नारायण कवच एक प्रभावशाली स्तोत्र है, जिसका श्रद्धा एवं भक्ति से पाठ करने पर धन, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त होती है। यह कवच भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है।  चलिए आपको बताते हैं कि लक्ष्मी नारायण कवच पाठ करने की सही विधि क्या है क्योंकि अगर कोई भी पाठ सही विधि से किया जाता है तो उसके अधिकतम लाभ प्राप्त होते हैं।

  • शुद्धिकरण एवं प्रारंभिक तैयारी -  

  • प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।  

  • पूजा स्थान को गंगाजल अथवा स्वच्छ जल से शुद्ध करें।  

  • शांत मन से आसन पर बैठें और गहरी सांस लेकर ध्यान केंद्रित करें।  

2. संकल्प 

  • हाथ में जल लेकर संकल्प लें कि आप श्रद्धा और नियमपूर्वक लक्ष्मी नारायण कवच का पाठ करेंगे।  

  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ध्यान करें।  

  • पूजन एवं दीप प्रज्वलन -  

  • भगवान लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा या चित्र के समक्ष घी का दीपक जलाएं।  

  • चंदन, पुष्प, धूप एवं नैवेद्य अर्पित करें।  

  • यदि संभव हो तो विष्णु सहस्रनाम अथवा लक्ष्मी स्तोत्र का संक्षिप्त पाठ करें।  

3. कवच पाठ 

श्रद्धा एवं भक्ति भाव से लक्ष्मी नारायण कवच का पाठ करें।  

इसे एक, तीन, पांच या ग्यारह बार पढ़ना विशेष फलदायी होता है। 

4. आरती एवं प्रसाद वितरण 

  • पाठ पूर्ण होने पर विष्णु-लक्ष्मी आरती करें।  

  • भगवान को अर्पित प्रसाद ग्रहण करें एवं परिवारजनों में वितरित करें।  

5. विशेष अवसर एवं शुभ दिन 

गुरुवार, पूर्णिमा और एकादशी को कवच पाठ करना अत्यंत लाभकारी होता है।  

दीपावली, अक्षय तृतीया एवं कार्तिक मास में इसका पाठ करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।  

इस विधि से श्रद्धापूर्वक लक्ष्मी नारायण कवच का पाठ करने से जीवन में समृद्धि, शांति एवं सौभाग्य प्राप्त होता है। 

आप जब इस पाठ को करें तो पूरे विधि विधान से ही करें जिससे आपको पूरा लाभ मिले और पाठ करने और लाभ मिलने का अनुभव हमारे साथ साझा करना ना भूलें।

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Published by Sri Mandir·April 14, 2025

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