बृहस्पति महादशा क्या है और जाने इसके प्रभाव अपने जीवन पर?
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बृहस्पति महादशा क्या है और जाने इसके प्रभाव अपने जीवन पर?

बृहस्पति महादशा के दौरान आपके जीवन पर क्या असर होगा? जानिए इसके प्रभाव और निवारण उपाय!

बृहस्पति महादशा के बारे में

बृहस्पति महादशा ज्ञान, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का समय मानी जाती है। इस दशा में व्यक्ति को शिक्षा, करियर, और पारिवारिक जीवन में शुभ फल मिलते हैं। विवाह, संतान सुख, और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। शुभ बृहस्पति धार्मिक कार्यों और उच्च नैतिक मूल्यों की ओर प्रेरित करता है। हालांकि, अशुभ प्रभाव से निर्णयों में भ्रम, आलस्य, और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। गुरु के मंत्र जप और पीला दान करना लाभकारी होता है।

बृहष्पति दशा

बृहस्पति दशा भारतीय ज्योतिष में "विंशोत्तरी दशा" प्रणाली का एक महत्वपूर्ण भाग है। ये दशा तब आती है जब आपकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह की महादशा चल रही होती है। बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षा, धर्म, धन, गुरु और आध्यात्मिकता का कारक माना जाता है। ये दशा आमतौर पर 16 वर्ष तक चलती है। बृहस्पति दशा ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो बृहस्पति ग्रह की दशा से संबंधित है।

बृहस्पति दशा की अवधि लगभग 16 वर्ष होती है, जिसमें बृहस्पति ग्रह की ऊर्जा और प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ते हैं। बृहस्पति दशा के प्रभाव मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति कैसी है - शुभ, अशुभ, मजबूत, या कमजोर।

शुभ बृहस्पति दशा के प्रभाव

आर्थिक उन्नति:

धन-संपत्ति में वृद्धि होती है। निवेश और व्यापार में लाभ होता है।

शिक्षा और ज्ञान:

उच्च शिक्षा में सफलता मिलती है। व्यक्ति को विद्या, बुद्धि और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।

पारिवारिक सुख:

वैवाहिक जीवन सुखद होता है। संतान सुख और उनकी उन्नति में वृद्धि होती है।

धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति:

व्यक्ति धर्म, पूजा-पाठ और दान-पुण्य में रुचि लेता है। आध्यात्मिकता बढ़ती है।

सामाजिक प्रतिष्ठा:

समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। व्यक्ति नेतृत्व और प्रेरणा का स्रोत बनता है।

अशुभ बृहस्पति दशा के प्रभाव

आर्थिक हानि:

फिजूलखर्ची और आर्थिक अस्थिरता हो सकती है। ऋण लेने की नौबत आ सकती है।

शिक्षा और करियर में बाधा:

पढ़ाई में रुकावटें आती हैं। नौकरी या व्यवसाय में अस्थिरता हो सकती है।

स्वास्थ्य समस्याएं:

मोटापा, लिवर से संबंधित समस्याएं, मधुमेह आदि हो सकते हैं।

पारिवारिक कलह:

दांपत्य जीवन में मतभेद हो सकते हैं। संतान से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

धार्मिक दृष्टि से गिरावट:

व्यक्ति का धर्म और आध्यात्म से मोहभंग हो सकता है। गलत निर्णय और गलत संगति के कारण समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

बृहस्पति को मजबूत करने के लिए ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं। अगर कुंडली में बृहस्पति कमजोर है या अशुभ प्रभाव दे रहा है, तो नीचे बताए गए उपाय अपनाकर इसे मजबूत और शुभ बनाया जा सकता है:

बृहष्पति दशा को कैसे करें मजबूत

मंत्र जाप

  • बृहस्पति के लिए मंत्रों का नियमित जाप करें:

बीज मंत्र: "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः"

  • इसे रोज़ाना 108 बार जाप करें।
  • गुरुवार के दिन सुबह स्नान करके पीले वस्त्र पहनकर मंत्र जाप करें।

व्रत और पूजा

  • गुरुवार का व्रत रखें।
  • पीले रंग के वस्त्र पहनें और पीले भोजन का सेवन करें।
  • भगवान विष्णु या सaiबाबा की पूजा करें, क्योंकि ये बृहस्पति के कारक देवता माने जाते हैं।
  • केले के पेड़ की पूजा करें और उसमें जल चढ़ाएं।

दान-पुण्य

  • गुरुवार के दिन निम्न वस्तुओं का दान करें:
  • चना दाल, हल्दी, पीले वस्त्र, सोना या कांसा, केसर और केले
  • गरीबों को भोजन कराएं और आशीर्वाद लें।

पुखराज (येलो सफायर) धारण करें

  • बृहस्पति को मजबूत करने के लिए पुखराज रत्न (येलो सफायर) धारण करें।
  • इसे सोने की अंगूठी में धारण करें और गुरुवार के दिन सूर्यास्त से पहले दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली (Index Finger) में पहनें।
  • इसे धारण करने से पहले गायत्री मंत्र या गुरु के बीज मंत्र का जाप करें।

बृहस्पति यंत्र की स्थापना

  • बृहस्पति यंत्र को घर या पूजा स्थल में स्थापित करें।
  • इसका नियमित रूप से पूजन करें।

जीवनशैली में परिवर्तन

  • सत्य बोलें और दूसरों की मदद करें।
  • शिक्षकों, गुरुओं और बुजुर्गों का सम्मान करें।
  • नशे, जुआ और बुरे कार्यों से बचें।

विशेष उपाय

  • गुरुवार को केले के वृक्ष में जल चढ़ाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करें।
  • भोजन में हल्दी का अधिक उपयोग करें।
  • हर गुरुवार को "श्री विष्णु सहस्त्रनाम" का पाठ करें।

ये उपाय बृहस्पति को मजबूत करके आपके जीवन में सकारात्मकता और शुभता लाने में मदद करेंगे। हालांकि, किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर ही उपाय करें, ताकि सही समाधान मिल सके। अगर कुंडली में बृहस्पति मजबूत हो, तो ये दशा अत्यंत शुभ और फलदायक होती है। अशुभ दशा में उपायों से लाभ हो सकता है।

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Published by Sri Mandir·January 6, 2025

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