माँ चंद्रघंटा की आरती
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

माँ चंद्रघंटा की आरती

माँ चंद्रघंटा की आरती का पाठ करने से जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति की प्राप्ति होती है।

माँ चंद्रघंटा की आरती के बारे में

माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम माता चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्व है और इस दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-आराधन किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि आरती करने से व्यक्ति के कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति को सुखों की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि मां चंद्रघंटा पापों का नाश और राक्षसों का वध करती हैं। यहां पढ़ें माता चंद्रघंटा की आरती।

चंद्रघंटा माँ की आरती

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

मैया जय चंद्रघंटा माँ

सर्वजगत की स्वामिनी

सर्वजगत की स्वामिनी

कृपा सदा करना

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

अर्ध-चंद्रमा माथे पर

रूप अति सुन्दर

मैया रूप अति सुन्दर

गृह गृह तुम्हारी पूजा

गृह गृह तुम्हारी पूजा

पूजत नारी नर

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

तृतीय नव रातों में

माँ का ध्यान करो

मैया माँ का ध्यान करो

माँ से ममता पाओ

माँ से ममता पाओ

जय जयकारा करो

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

दस भुज धारिणी मैया

असुरों का नाश करे

मैया असुरों का नाश करे

मोक्ष भक्त को दे माँ

मोक्ष भक्त को दे माँ

विपदा नित माँ हरे

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

खड्ग खप्पर धारिणी

जगजननी है माँ

जगजननी है माँ

दिव्य करे साधक को

दिव्य करे साधक को

देती माँ करुणा

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

कल्याणकारिणी मैया

दुखों का नाश करे

मैया दुखों का नाश करे

मंगल मंगल नित हो

मंगल मंगल नित हो

माँ की जो पूजा करे

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

अनुपम रूप माँ

धर्म सदा ही बढे

मैया धर्म सदा ही बढे

काज सफल करो माता

काज सफल करो माता

द्वारे तेरे खड़े

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

श्रद्धा पुष्प माता को

नित अर्पण करो

मैया नित अर्पण करो

माँ के ध्यान में रमकर

माँ के ध्यान में रमकर

जीवन सफल करो

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

चंद्रघंटा माता की

आरती नित गाओ

आरती नित गाओ

कामना पूरी होगी

कामना पूरी होगी

माँ की शरण आओ

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

मैया जय चंद्रघंटा माँ

सर्वजगत की स्वामिनी

सर्वजगत की स्वामिनी

कृपा सदा करना

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

मैया जय चंद्रघंटा माँ

सर्वजगत की स्वामिनी

सर्वजगत की स्वामिनी

कृपा सदा करना

ॐ जय चंद्रघंटा माँ

चंद्रघंटा माता की आरती जय माँ चन्द्रघण्टा हृदय में भक्ति भाव जगाने वाली तथा माता को प्रसन्न करने वाली है। मां दुष्टों का दमन और उन्हें नष्ट करने के लिए हमेशा तैयार हैं। साथ ही वे सदैव अपने भक्तों की रक्षा में भी तत्पर हैं।

माँ चंद्रघंटा की आरती से जुड़े सामान्य प्रश्न

प्रश्न: माँ चंद्रघंटा की आरती का क्या महत्व है?

उत्तर: नवरात्रि के दौरान यदि उपासक सच्चे मन से माँ चंद्रघंटा की आरती करता है तो उपासक को माँ की कृपा से साहस, शांति, और मानसिक शक्ति प्राप्त होती है। इस आरती के पाठ से उपासक का डर दूर होता है, शत्रुओं और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

प्रश्न: माँ चंद्रघंटा की आरती का क्या फल होता है?

उत्तर: सच्चे मन से भगवान की आराधना करने से भक्त को सदैव लाभ मिलता है। माँ चंद्रघंटा की आरती करने से भक्त को सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। भक्त की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

प्रश्न: माँ चंद्रघंटा आरती का सही तरीका क्या है?

उत्तर: कई बार भक्त अपने देवी देवताओं की पूजा करते हैं लेकिन उन्हें उसका उचित फल नहीं मिलता है। इसका प्रमुख कारण है पूजा सही तरीके से न करना। इसलिए भक्त को पूजा और आरती का सही तरीका पता होना चाहिए। माँ चंद्रघंटा की आरती करते समय भी एक दीपक या मोमबत्ती जलाकर, मां चंद्रघंटा की तस्वीर के सामने खड़े होकर प्रेम और भक्ति से इस आरती का पाठ करें।

प्रश्न: माँ चंद्रघंटा आरती के बाद क्या करना चाहिए?

उत्तर: भक्त को माँ की आरती के बाद, माँ के चरणों में प्रणाम करना चाहिए और भोग लगाये हुए प्रसाद का वितरण करना चाहिए। दान दक्षिणा जैसे काम भी संभव हो तो ज़रूर करें।

divider
Published by Sri Mandir·March 3, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

अम्बे गौरी की आरती

अम्बे गौरी की आरती एक भक्तिपूर्ण स्तुति है, जो देवी दुर्गा के शक्ति स्वरूप को समर्पित है। यह आरती देवी गौरी (माँ पार्वती) की महिमा का गुणगान करती है और उनके भक्तों को उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है।

right_arrow
Card Image

शैलपुत्री माता की आरती

शैलपुत्री माता की आरती: देवी दुर्गा के प्रथम स्वरूप की आराधना के लिए विशेष आरती का पाठ करें। शैलपुत्री माता का आशीर्वाद पाकर पाएं सुख, समृद्धि और शांति।

right_arrow
Card Image

माँ ब्रह्मचारिणी की आरती

माँ ब्रह्मचारिणी देवी नवरात्रि के दूसरे दिन की अधिष्ठात्री हैं, जो तप और धैर्य का प्रतीक मानी जाती हैं। उनकी पूजा से साधक को संयम, साहस, और दृढ़ संकल्प की प्राप्ति होती है। मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से व्यक्ति को आत्मशक्ति और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.