अगर आप जानना चाहते हैं कि सिंह राशि का स्वामी ग्रह कौन है और इसका जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है, तो पूरा आर्टिकल पढ़ें
सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य हैं, जो शक्ति, आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक माने जाते हैं। सूर्य ऊर्जा और प्रकाश के स्रोत हैं, इसलिए इस राशि के जातकों में स्वाभाविक रूप से आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की भावना होती है। ये लोग महत्वाकांक्षी, दृढ़निश्चयी और प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले होते हैं।
खगोलशास्त्र में क्रांतिवृत्त अर्थात सूर्यपथ में स्थित तारामंडलों के समूह को राशि चक्र कहा जाता है। इस राशि चक्र को बारह बराबर भागों में विभाजित किया गया है, जिन्हें राशियों के रूप में जाना जाता है। प्रत्येक राशि किसी न किसी ग्रह से प्रभावित होती है और उस ग्रह को उस राशि का स्वामी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सिंह राशि को पांचवीं राशि का स्थान प्राप्त है और इसका स्वामी ग्रह सूर्य को माना गया है।
सूर्य 'सिंह' राशि के स्वामी हैं और 'मेष' उनकी उच्च राशि मानी जाती है। ज्योतिष के अनुसार कोई भी ग्रह जब अपनी स्वराशि या उच्चराशि में होता है, तो वह व्यक्ति को अत्यंत शुभ फल प्रदान करता है। सिंह राशि का प्रतीक चिह्न शेर है, जो जंगल का राजा माना जाता है। यही कारण है कि सिंह राशि के जातकों में नेतृत्व, आत्मविश्वास, और राजसी गुण देखे जाते हैं।
सिंह राशि का स्वामी सूर्य, जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि जन्म कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में हो, तो जातक का जीवन राजसी ठाट-बाट वाला होता है। उन्हें मान-सम्मान, उच्च पद, सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इसके साथ ही, सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति को आत्मनिर्भर और साहसी बनाती है। सिंह राशि के जातकों में नेतृत्व करने की विशेष योग्यता होती है।
सूर्य अग्नि प्रधान ग्रह है और इसकी उष्णता का प्रभाव जातकों के स्वभाव में भी देखने को मिलता है। सिंह राशि के जातक तेजस्वी, आत्मसम्मान से भरपूर और दृढ़ निश्चयी होते हैं।
यदि सूर्य अशुभ स्थिति में हो, तो यह जातकों को नकारात्मक प्रभाव प्रदान कर सकता है। अशुभ सूर्य के प्रभाव से:
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य को मजबूत बनाना अत्यंत आवश्यक है। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता, आत्मबल और सफलता प्राप्त होती है। सूर्य को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है, जो जीवन में ऊर्जा, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। यदि कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में हो, तो जातक का जीवन शानदार होता है और वह अपने प्रयासों से सफलता प्राप्त करता है। वहीं, यदि सूर्य अशुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष में सूर्य को मजबूत करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से सिंह राशि के जातक अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं।
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