बगलामुखी माता की सवारी और उनके महत्व के बारे में जानें।
बगलामुखी माता, जिनकी पूजा से नकारात्मक ऊर्जा और विरोधी शक्तियाँ दूर होती हैं। मगर कम ही लोगों को पता होगा कि मां बगलामुखी की सवारी आखिर क्या है? आइए जानते हैं मां बगलामुकी की सवारी के बारे में।
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के वाहन का विशेष महत्व होता है। जैसे मां भगवती अपने सिंह पर सवार होती हैं और मां शारदा हंस पर विराजमान होती हैं। यह वाहन हमेशा उनके साथ रहते हैं और कहीं ना कहीं उनके स्वभाव और उनकी विशेषताओं के बारे में बताते हैं। क्या आप को पता है माता बगलामुखी का वाहन कौन है। अगर नहीं तो आइए जानते हैं...
माता के वाहन के बारे जानने से पहले जानते हैं कौन है माता बगलामुखी। माता बगलामुखी को 10 महाविद्याओं में से एक महाविद्या माना जाता है। इसके साथ ही बगलामुखी देवी के 108 नाम हैं और उन्हें पितांबरी माता भी कहा जाता है।
वे तंत्र विद्या की देवी हैं, जो अपने भक्तों को संकटों से उबारने और शत्रुओं को पराजित करने की शक्ति देती हैं। बगलामुखी देवी को शांत और सशक्त शक्तियों की देवी माना जाता है, जो न केवल शत्रुओं को नष्ट करती हैं बल्कि भक्तों के जीवन में शांति और समृद्धि लाती हैं। वहीं, माता बगलामुखी की साधना भी भक्तों को अपने जीवन के हर संकट से उबारने के लिए एकाग्रचित्त होती है।
माता बगलामुखी बगुला पक्षी पर सवार हैं। जो भगवान गरुड़ के समान एक दिव्य पक्षी है। माता का बगुला पक्षी पर सवार होना उनकी विशेषता और शक्ति का प्रतीक है। मां बगुलामुखी का वाहन बगुला पक्षी चतुराई, ध्यान और शक्तिशाली स्वभाव का प्रतीक है। माता बगलामुखी का ध्यान भी तेज और एकाग्र होता है। पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा भी माना जाता है इस पूरी सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा का ग्रंथ एक दिन एक राक्षस ने चुरा लिया और पाताल लोक में जाकर उन्हें छिपा दिया। तब माता बगलामुखी की उत्पत्ति हुई औऱ माता ने बगुला का अवतार धारण कर बगुला रूप में अपनी अद्वितीय शक्ति का उपयोग किया और पाताल लोक में जाकर उस राक्षस का वध करके ग्रंथों को वापिस लेकर भगवान ब्रह्मा जी के पास लौटाया। इसके अलावा माता बगलामुखी को सोने के सिंहासन पर भी विराजित देखा जाता है।
शत्रुओं का नाश: यदि किसी को कोर्ट-कचहरी की किसी भी प्रकार की समस्या है या शत्रु बहुत परेशान कर रहे हैं तो माता बगलामुखी की पूजा से इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
बुरी नजर से रक्षा: बगलामुखी देवी की उपासना से बुरी नजर और नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है।
काले जादू से मुक्ति: काले जादू और तंत्र-मंत्र के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए भी माता बगलामुखी की साधना की जाती है।
Did you like this article?
बायीं आँख फड़कना: क्या यह शुभ है या अशुभ? जानें पुरुष और महिलाओं में इसके कारण, लक्षण और उपाय।
कलयुग की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है? जानिए शेष समय का रहस्य।
भगवद गीता में कुल कितने श्लोक हैं? जानिए श्लोकों की संख्या, अध्यायों का विभाजन और उनका अर्थ।