2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण

2025 में होने वाले चंद्र ग्रहण की तिथियाँ, समय और उनका धार्मिक महत्व।

चंद्र ग्रहण के बारे में

चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे चंद्रमा पर सूर्य की किरणें नहीं पहुंच पातीं। यह घटना पूर्णिमा के दिन होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय शुभ कार्य वर्जित होते हैं। ग्रहण के दौरान मंत्र जप और ध्यान को शुभ माना जाता है।

2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण हर साल लगता है, ये तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ जाते हैं, और पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। इस प्रक्रिया में पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जिससे चंद्रमा का पूरा या आंशिक भाग अंधेरे में हो जाता है। ये एक खगोलीय घटना है और इसका धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक महत्व है। चलिए आपको चंद्र ग्रहण से जुड़ी कुछ जानकारियों के साथ इस साल कब-कब चंद्र ग्रहण लगने वाला है ये बताते हैं।

सबसे पहले बात करते हैं चंद्र ग्रहण के प्रकार जैसे

पूर्ण चंद्र ग्रहण

जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक लेती है।

आंशिक चंद्र ग्रहण

जब चंद्रमा का कुछ भाग पृथ्वी की छाया में आ जाता है।

उपछाया चंद्र ग्रहण

जब चंद्रमा पृथ्वी की हल्की छाया (पेनुम्ब्रा) में प्रवेश करता है। ये आमतौर पर कम स्पष्ट होता है।

अब जानते हैं इस साल यानी की साल 2025 में कब-कब चंद्र ग्रहण लगने वाला है और इसका असर कैसा होगा:

2025 के चंद्र ग्रहण की तिथियां

पहला चंद्र ग्रहण

तारीख: 14 मार्च 2025

ग्रहण का प्रकार: आंशिक चंद्र ग्रहण समय: सुबह 9:29 बजे से दोपहर 3:29 बजे तक भारत में दृश्यता: ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। सूतक काल: भारत में ये ग्रहण अदृश्य होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा।

दूसरा चंद्र ग्रहण

तारीख: 7 सितंबर 2025

ग्रहण का प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहण समय: रात 9:57 बजे से 12:23 बजे तक भारत में दृश्यता: ये ग्रहण भारत में साफ-साफ दिखाई देगा। सूतक काल: सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पहले, यानी 7 सितंबर की सुबह 12:57 बजे से प्रारंभ होगा।

चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है और इसका धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक महत्व है। जिसे जानना बेहद जरूरी है।

धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

  • ज्योतिष के मुताबिक, चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है।
  • ये समय ध्यान, प्रार्थना और आत्ममंथन के लिए उपयुक्त माना जाता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

  • चंद्र ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है
  • ये चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच के संबंध और उनके गतिमान पथ को दर्शाती है।
  • इस घटना को टेलीस्कोप या नंगी आंखों से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है।

विशेष नोट:

  • सूतक काल के दौरान भोजन, पूजा और अन्य शुभ कार्य करने से बचा जाता है।
  • चंद्र ग्रहण के समय ध्यान, मंत्र जाप और ईश्वर का स्मरण शुभ माना जाता है।
  • चंद्र ग्रहण को धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत महत्व दिया जाता है। इस दौरान कुछ कार्यों को करना शुभ माना जाता है, जबकि कुछ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है।

नोट: चंद्र ग्रहण देखने से कोई शारीरिक हानि नहीं होती, लेकिन धार्मिक परंपराओं में इसे लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं।

divider
Published by Sri Mandir·January 28, 2025

Did you like this article?

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.