निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम
कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष

11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम

निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए
temple venue
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
pooja date
25 सितम्बर, बुधवार, कालाष्टमी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

निर्भयता प्राप्ति एवं नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के आशीष के लिए कालाष्टमी शक्तिपीठ विशेष 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम

कालाष्टमी, जिसे काला अष्टमी भी कहा जाता है। ये विशेष दिन भगवान शिव के उग्र रूप, भैरव को समर्पित होता है। कालाष्टमी के दिन काल भैरव के साथ-साथ देवी काली की पूजा-अर्चना का भी विधान है, क्योंकि माँ काली भी शक्ति का उग्र रूप हैं, जो नकारात्मकता का नाश करने के लिए प्रकट हुई थीं। इसलिए माँ काली को प्रसन्न करने के लिए मां काली मूल मंत्र जाप एवं काली कर्पूर अष्टकम का पाठ करना अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। इसके पाठ से मनुष्य के जीवन से शत्रुओं का नाश हो सकता है। कहते हैं काली कर्पूर अष्टकम में इतनी शक्ति है कि इसका पाठ करने वाला व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यंत बलवान हो सकता है जिससे वो निर्भयता पूर्वक समस्याओं का सामना करता है और जीवन में हर प्रकार के भौतिक सुखों का आनंद प्राप्त कर सकता है। देवी महाकाली अपने भक्तों के जीवन में प्रकाश और आशा की किरण लाती हैं साथ ही नकारात्मकता और अंधकार को दूर करती हैं। देवी काली के उग्र रूप की उत्पति राक्षसों के विनाश करने के लिए हुई थी। यह एक मात्र ऐसी शक्ति हैं जिनसे स्वयं काल भी भय खाता है।

यही कारण है कि कालाष्टमी की शुभ तिथि पर कोलकत्ता के शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में पूजा का आयोजन किया जा रहा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान शिव देवी सती के जले हुए शरीर को लेकर दुखी होकर तांडव नृत्य कर रहे थे, तब उनके दाहिने पैर का अंगूठा इसी स्थान पर गिरा था। इसी कारण से यह स्थान पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। शास्त्रों के अनुसार, देवी काली माता पार्वती का उग्र रूप है, इसलिए शिव जी को इनका पति माना गया है। मान्यता है कि कालाष्टमी के शुभ दिन पर किसी भी अनुष्ठान को करने से कई गुना अत्यधिक फल की प्राप्ति होती है। इसलिए, कालाष्टमी की इस शुभ तिथि पर कराई जाने वाली 11,000 माँ काली मूल मंत्र जाप और काली कर्पूर अष्टकम का फल अत्यधिक प्रभावशाली माना गया है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और शिव जी के साथ देवी काली का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
निर्भयता प्राप्ति का आशीष
मां काली साहस और बुरी शक्तियों का विनाश करने वाली देवी हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त कालाष्टमी के दिन देवी काली की उपासना करते हैं उनके जीवन में भय पर नियंत्रण पाने की शक्ति प्राप्त होती है जिससे वो अपने जीवन की सभी बाधाओं से निर्भयता पूर्वक सामना कर सकते हैं। शास्त्रों में कालीघाट शक्तिपीठ मंदिर को तांत्रिक दृष्टिकोण से बड़ा महत्वपूर्ण माना गया है। मां काली की उपासना के लिए यह सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पूजन करने से मां काली का संरक्षण प्राप्त होता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
मान्यता है कि, कालाष्टमी के दिन देवी काली के पूजन से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीष प्राप्त होता हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां काली को सभी बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए जानी जाती है। इसलिए इस शुभ दिन पर जो भी भक्त देवी काली की आराधना सच्चे दिल से करते हैं उनके जीवन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाएं एवं बुरी शक्तियां टिक नहीं पाती हैं।
puja benefits
मनोकामना पूर्ति के लिए
माना जाता है कि कालाष्टमी के दिन मां काली के पूजन से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन की गई पूजा से भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। कालाष्टमी पर शक्तिपीठ में यह विशेष अनुष्ठानों और मंत्रों के साथ किया गया यह पूजन अत्यंत फलदायी माना जाता है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करने का आशीष भी मिलता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
कालीघाट मंदिर, जो कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है, हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है और अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है, जो शक्ति, ऊर्जा और विनाश की देवी मानी जाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहां देवी सती का दाहिने पैर की उंगली गिरी थी, जब भगवान शिव उनके शव को लेकर तांडव कर रहे थे। इस कारण, यह स्थल अत्यंत पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। यहां इस मंदिर में देवी काली की प्रचण्ड रूप की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा में देवी काली भगवान शिव की छाती पर पैर रखे नजर आ रही हैं और उनके गले में नरमुंडों की माला है, उनके हाथ में कुछ कुल्हाड़ी और कुछ नरमुंड हैं, कमर में कुछ नरमुंड भी बंधे हुए हैं। उनकी जीभ बाहर निकली हुई है और जीभ से कुछ रक्त की बूंदे टपक रह हैं। गौरतलब है कि प्रतिमा में मां काली की जीभ स्वर्ण से बनी हुई है।

वर्तमान में मौजूद मंदिर का निर्माण सबॉर्नो रॉय चौधरी परिवार और बाबू कालीप्रसाद दत्तो के संरक्षण में किया गया था, जिसका निर्माण सन् 1798 में शुरू हुआ और 1809 में पूर्ण हुआ। कालीघाट मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत बड़ा है। यह मंदिर कई सैकड़ों वर्षों से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है, जो यहां आकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कालीघाट में देवी काली की पूजा से भक्तों को डर, बुराई, और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा, यह मंदिर बंगाल के सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है और यहां के धार्मिक त्योहार, विशेषकर दुर्गा पूजा और काली पूजा, बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में देवी काली को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में देवी काली को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों