पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
श्राद्ध चतुर्थी वृंदावन संयुक्त विशेष

पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप

पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए
temple venue
विश्राम घाट, दीर्घ विष्णु मंदिर , वृंदावन, मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
21 सितम्बर, शनिवार, श्राद्ध चतुर्थी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
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slideslideslide
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप

सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। यह समय पूर्वजों की आत्माओं की शांति के लिए की सबसे शुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पितृ लोक से धरती पर आते हैं और अपने वंशजों द्वारा किए गए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान से खुश होकर आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष की प्रत्येक तिथि का अपना विशेष महत्व होता है और श्राद्ध चतुर्थी उनमें से एक है। इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन किसी भी महीने की चतुर्थी तिथि को हुआ हो। पितृ पक्ष का समय पितृ दोष के निवारण के लिए भी सबसे शुभ माना जाता है। हिंदु धर्मग्रंथों के अनुसार, 'पितृ दोष' हमारे पूर्वजों की अधूरी इच्छाओं और नकारात्मक कर्मों के कारण होता है। इस दोष के कारण आर्थिक परेशानियां, रिश्तों में तनाव एवं विवाद और स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का सिलसिला लगा ही रहता है। मान्यता है कि पितृ दोष से मुक्ति और पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पितृ दोष शांति पूजा करनी चाहिए। यदि यह पूजा वृंदावन में यमुना नदी के तट पर स्थित विश्राम घाट पर की जाए तो यह पूजा अत्यंत फलदायी हो सकती है, क्योंकि यमी अर्थात यमुना देवी, मृत्यु के अधिपति और पितरों के देवता यमराज की बहन है। पौराणिक कथानुसार, बहन यमुना को देव यमराज ने वरदान दिया था कि जो भी भक्त विश्राम घाट पर स्नान करेंगे, उन्हें मेरे प्रकोप से मुक्ति मिलेगी और वे मृत्यु के बाद बैकुंठ में वास करेंगे। इसी कारणवश माना जाता है कि यमुना देवी की कृपा से यमराज के दंड से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।

वहीं गरुड़ पुराण के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। भगवान विष्णु ही एक मात्र ऐसे देवता हैं जो सृष्टि के पालनहार हैं और मृत्यु उपरांत मनुष्य को मोक्ष की गति भी प्रदान करते हैं। मान्यता है कि श्राद्ध चतुर्थी के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु को समर्पित श्री द्वादशाक्षरी मंत्र का जाप करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार में समृद्धि का आशीष प्राप्त होता है। भगवान विष्णु के उपासना के लिए मथुरा में स्थित दीर्घ विष्णु मंदिर सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है। वराह पुराण, नारद पुराण और श्रीमद्भागवत गीता में भी दीर्घ विष्णु मंदिर का वर्णन देखने को मिलता है। वराह पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु कहते हैं कि इस पृथ्वी, अंतरिक्ष और पाताल लोक में कोई ऐसा स्थान नहीं है जो मथुरा के समान मुझे प्यारा हो। मथुरा मेरा प्रिय स्थल है। इसलिए पितृ पक्ष के श्राद्ध चतुर्थी के शुभ अवसर पर पहली बार वृंदावन के विश्राम घाट और मथुरा में स्थित दीर्घ विष्णु मंदिर में एक साथ पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर द्वारा इस संयुक्त विशेष पूजा में भाग लें और पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके अलावा पितृपक्ष में पूर्वजों के लिए दान पुण्य करने का भी विधान है। मान्यता है कि इस समय दान करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है, जिनमें पितृ पक्ष विशेष पंच भोग, दीप दान भी शामिल है। इसलिए इस पूजा के साथ अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए जैसे पंच भोग, दीप दान एवं गंगा आरती का चुनाव करना आपके लिए फलदायी हो सकता है। इसलिए इस पूजा में इन विकल्पों को चुनकर अपनी पूजा को और भी अधिक प्रभावशाली बनाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां समाप्त होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे जितना भी प्रयास कर ले, कोई भी काम सफल नहीं होता है। पुराणों में पितृ दोष निवारण के लिए पितृ दोष शांति पूजा का विधान है। माना जाता है कि श्राद्ध चतुर्थी के शुभ अवसर पर होने वाली इस विशेष अनुष्ठान में भाग लेने पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका दिव्य आशीष प्राप्त होता है।
puja benefits
परिवार में समृद्धि के लिए
कई बार कुछ घरों में समृद्धि का अभाव या वित्तीय समस्याएं किसी स्पष्ट कारण के बिना भी बनी रहती हैं। इसका एक कारण पितृ दोष भी माना जाता है। इसलिए माना जाता है कि श्राद्ध चतुर्थी पर पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप करने से परिवार को समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
puja benefits
बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ दोष के कारण परिवार के सदस्य बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। पितृ दोष से प्रभावित लोगों को अक्सर बार-बार होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उचित उपचार खोजने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध चतुर्थी पर वृंदावन के विश्राम घाट पर पितृ दोष शांति पूजा करने के साथ-साथ मथुरा के दीर्घ विष्णु मंदिर में 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप करने से बेहतर स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
puja benefits
पितृ पक्ष विशेष पंच भोग का महादान
पितृ पक्ष के दौरान होने वाले श्राद्ध कर्मों में दान का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि इस दौरान ब्राह्मण भोज के साथ गाय, कुत्ते, पक्षी और चींटी को भोजन कराना पुण्य माना गया है, जिसे पंच बलि यानि पंच भोग भी कहा जाता है। कहा जाता है अगर पितृ पक्ष में अगर इन्हें भोजन कराया जाता है तो पितृ इनके द्वारा खाए अन्न से तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को आशीष देते हैं। इसलिए पूजा को बुक करते समय अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए इस ऑप्शन का चुनाव कर अपने पूर्वजों को तृप्त कर सकते हैं।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

विश्राम घाट, दीर्घ विष्णु मंदिर , वृंदावन, मथुरा, उत्तर प्रदेश

विश्राम घाट, दीर्घ विष्णु मंदिर , वृंदावन, मथुरा, उत्तर प्रदेश
हिंदु धर्म में वृंदावन के विश्राम घाट का विशेष महत्व है। यह घाट यमुना नदी के किनारे स्थित है और इसे कई पौराणिक घटनाओं से जोड़ा जाता है। मान्यता है कि इसी पवित्र स्थल पर यमराज और उनकी बहन यमुना ने एक साथ स्नान किया था, जिससे भाई दूज की परंपरा की शुरुआत हुई। इसके साथ ही माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने कंस का वध करने के बाद इसी घाट पर विश्राम किया था, जिसके कारण इस घाट का नाम 'विश्राम घाट' पड़ा। इस घाट को मोक्ष और आत्मशुद्धि का स्थान भी माना जाता है, जहां भक्त यमुना में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि यहां देवी यमुना की पूजा करने से यमदंड से मुक्ति मिलती है।

उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित दीर्घ विष्णु मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक प्राचीन और पवित्र स्थल है, जिसे कृष्ण काल से जुड़ा हुआ माना जाता है। यहाँ स्थापित भगवान विष्णु की प्रतिमा पूरे भारत में अद्वितीय मानी जाती है। मंदिर के पुजारियों के अनुसार, इस दिव्य प्रतिमा के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी दुख श्री हरि स्वयं हर लेते हैं। वराह पुराण, नारद पुराण, और श्रीमद्भागवत गीता में भी दीर्घ विष्णु मंदिर का उल्लेख मिलता है। वराह पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु स्वयं कहते हैं कि पृथ्वी, आकाश या पाताल लोक में कोई ऐसा स्थान नहीं है जो मथुरा से अधिक प्रिय हो। इस मंदिर की स्थापना लगभग 4500 वर्ष पूर्व हुई मानी जाती है। इसका निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के छः भुजा स्वरूप और यमुना तीर्थ प्रयाग को बचाने के उद्देश्य से किया गया था। मान्यता है कि इस मंदिर में स्थित भगवान विष्णु की प्रतिमा श्रीकृष्ण के उस विराट रूप का प्रतीक है, जो उन्होंने कंस के वध के समय धारण किया था।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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