23rd Trimbakeshwar
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शनि का नक्षत्र विशेष

19,000 शनि मूल मंत्र जाप और हवन

जीवन में समस्याओं से मुक्ति और मानसिक स्पष्टता के लिए
temple venue
श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

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शनि उन शक्तिशाली ग्रहों में से एक हैं, जिनकी चाल और स्थितियां मनुष्य को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, जिन लोगों पर शनिदेव की कृपा होती है उन्हें जीवन में समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। जब कुंडली में शनि शुभ स्थिति में होते हैं तो व्यक्ति को हर कार्य में सफलता मिलती है। इसके विपरीत, यदि शनि अशुभ स्थिति में हो तो बने बनाए काम भी बिगड़ने लगते हैं और जीवन में अनचाही बाधाएं भी आने लगती हैं।

शनिदेव को प्रसन्न करने के वैसे तो कई उपाय हैं लेकिन उनमें मंत्रों के जाप का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि देव के मूल मंत्र का जाप करने के साथ हवन करने से जीवन के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। यह काम में रुकावट एवं बाधाओं से मुक्त करने में भी मददगार सिद्ध होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की महादशा 19 वर्ष तक चलती है इसलिए इस दशा में मूल मंत्र का 19,000 बार जाप करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। अनुराधा नक्षत्र का स्वामी शनि है। इसलिए इस नक्षत्र के दौरान शनि पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। इसी कारण अनुराधा नक्षत्र के दौरान उज्जैन के श्री नवग्रह शनि मंदिर में 19,000 मूल मंत्र जाप एवं हवन का आयोजन किया जा रहा है, श्री मंदिर के माध्यम से इसमें भाग लें और जीवन में समस्याओं से मुक्ति और मानसिक स्पष्टता का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
जीवन में समस्याओं से मुक्ति
ज्योतिष के अनुसार, जब कुंडली में शनि पीड़ित या अशुभ स्थिति में होता है, तो यह जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न करता है। जिससे लोगों को नौकरी ढूंढने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है या पदोन्नति में देरी होती है। इसके अलावा, किसी भी काम में किए गए प्रयासों के बावजूद उसका श्रेय उन्हें नहीं मिलता। ऐसे में इन समस्याओं से मुक्ति के लिए अनुराधा नक्षत्र के दौरान शनि मूल मंत्र का जाप करना अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।
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मानसिक स्पष्टता के लिए
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में शनि का प्रतिकूल होना मानसिक तनाव और भ्रम पैदा कर सकता है। इसलिए अनुराधा नक्षत्र के दौरान शनि ग्रह शांति पूजा करना: 19,000 शनि मूल मंत्र जाप और हवन कर शनि को प्रसन्न किया जा सकता है। ऐसा करने से शनि की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद मिलता है और इससे मानसिक स्पष्टता में मदद मिलती है।
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शनि दोष से राहत
शनि की पूजा का महत्व वैदिक ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों में व्यापक रूप से वर्णित है। शनि को कर्म का कारक माना जाता है, जो व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयों का कारण बनता है। शनिवार के दिन 19,000 मूल मंत्र जाप के साथ हवन करने से जीवन की चुनौतियों से सुरक्षा मिलती है क्योंकि यह कुंडली में मौजूद शनि के दोषों को कम करने में मदद करती है, जिससे व्यक्ति को क्षमता और स्थिरता का एहसास होता है।
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सुखी पारिवारिक जीवन
गुरु आर्थिक समृद्धि और पारिवारिक जीवन दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रह हैं। यह पूजा राहु और गुरु के कारण परिवार के भीतर होने वाले विवादों व मतभेदों को सुलझाने में सहायक सिद्ध होती है, जिससे पारिवारिक जीवन सामंजस्यपूर्ण और आनंदमय होता है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का लाइव अपडेट्स प्राप्त करें।
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पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
क्षिप्रा नदी के तट पर बसी नगरी उज्जैन में स्थित श्री नवग्रह शनि मंदिर की स्थापना राजा विक्रमादित्य ने की थी। वर्णित हैं कि, राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर की स्थापना शनि की साढ़ेसाती से मुक्त होने के बाद कराई थी। शनिदेव के साथ भगवान नवग्रह शांति मंडल के स्वरुप में विराजमान है, सभी ग्रहों की दशाएं विराजमान हैं। कहा जाता है कि विक्रमादित्य ने इस मंदिर को बनाने के बाद ही विक्रम संवत की शुरुआत की थी। इस मंदिर में शनिदेव भगवान शिव के रूप में विराजमान हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से शनिदेव को प्रसन्न करता है उसे शनिदेव कभी दुख नहीं देते और सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही देश के कोने-कोने से लोग यहां ग्रह दोष या फिर ग्रहों से होने वाले नकारात्मक प्रभाव एवं उससे आने वाले कार्य में बाधाओं से मुक्ति के लिए यहां पूजा करते हैं।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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