पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
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पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप
श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष

11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप

पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए
temple venue
श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
26 सितम्बर, गुरुवार, श्राद्ध नवमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

पूर्वजों की आत्मा की शांति और परिवार में समृद्धि के लिए श्राद्ध नवमी पितृ आदिपति विशेष 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप

सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। यह समय पूर्वजों की आत्माओं की शांति के लिए की सबसे शुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पितृ लोक से धरती पर आते हैं और अपने वंशजों द्वारा किए गए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान से खुश होकर आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष की हर तिथि का अपना विशेष महत्व होता है, जिसमें से एक है नवमी तिथि। इस दिन उन लोगों का श्राद्ध या पूजा की जाती है, जिनका निधन किसी भी माह की नवमी तिथि को हुआ हो। पितृ पक्ष का समय पितृ दोष के निवारण के लिए भी शुभ माना जाता है। हिंदु धर्मग्रंथों के अनुसार, 'पितृ दोष' हमारे पूर्वजों की अधूरी इच्छाओं और नकारात्मक कर्मों के कारण होता है। इस दोष के कारण आर्थिक परेशानियां, रिश्तों में तनाव एवं विवाद और स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का सिलसिला लगा ही रहता है। गरुड़ पुराण के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से पितृ दोष से राहत मिलती है। भगवान विष्णु ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो सृष्टि का पालन करते हैं और मृत्यु के बाद मनुष्य को मोक्ष प्रदान करते हैं। भगवान विष्णु को पितरों का अधिपति कहा जाता है।

मान्यता है कि श्राद्ध नवमी पर भगवान विष्णु को समर्पित श्री द्वादशाक्षरी मंत्र का जाप करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार में खुशहाली आती है। मथुरा में स्थित दीर्घ विष्णु मंदिर भगवान विष्णु की पूजा के लिए सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है। दीर्घ विष्णु मंदिर का उल्लेख वराह पुराण, नारद पुराण और श्रीमद्भगवद्गीता में भी मिलता है। वराह पुराण के अनुसार भगवान विष्णु कहते हैं कि मथुरा से बढ़कर उन्हें धरती, आकाश या पाताल में कोई स्थान प्रिय नहीं है। इसलिए पितृ पक्ष की श्राद्ध नवमी पर मथुरा के दीर्घ विष्णु मंदिर में 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और भगवान विष्णु के साथ-साथ अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके अलावा पितृपक्ष में पूर्वजों के लिए दान पुण्य करने का भी विधान है। मान्यता है कि इस समय दान करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है, जिनमें पितृ पक्ष विशेष पंच भोग, दीप दान भी शामिल है। इसलिए इस पूजा के साथ अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए जैसे पंच भोग, दीप दान एवं गंगा आरती का चुनाव करना आपके लिए फलदायी हो सकता है। इसलिए इस पूजा में इन विकल्पों को चुनकर अपनी पूजा को और भी अधिक प्रभावशाली बनाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां समाप्त होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे जितना भी प्रयास कर ले, कोई भी काम सफल नहीं होता है। पुराणों में पितृ दोष निवारण के लिए पितृ दोष शांति पूजा का विधान है। माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है, जिससे हमें उनका दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
परिवार में समृद्धि के लिए
कई बार कुछ घरों में समृद्धि का अभाव या वित्तीय समस्याएं किसी स्पष्ट कारण के बिना भी बनी रहती हैं। इसका एक कारण पितृ दोष भी माना जाता है। इसलिए मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप करने से परिवार में समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए
पितृ दोष के कारण परिवार के किसी सदस्य को शारीरिक या मानसिक बीमारियाँ हो सकती हैं। पितृ दोष से प्रभावित व्यक्तियों को बार-बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, पुरानी बीमारियों के लिए उचित उपचार खोजने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान मथुरा में स्थित दीर्घ विष्णु मंदिर में 11,000 पितृ आदिपति विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप करने से बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
पितृ पक्ष विशेष पंच भोग का महादान
पितृ पक्ष के दौरान होने वाले श्राद्ध कर्मों में दान का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि इस दौरान ब्राह्मण भोज के साथ गाय, कुत्ते, पक्षी और चींटी को भोजन कराना पुण्य माना गया है, जिसे पंच बलि यानि पंच भोग भी कहा जाता है। कहा जाता है अगर पितृ पक्ष में अगर इन्हें भोजन कराया जाता है तो पितृ इनके द्वारा खाए अन्न से तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को आशीष देते हैं। इसलिए पूजा को बुक करते समय अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए इस ऑप्शन का चुनाव कर अपने पूर्वजों को तृप्त कर सकते हैं।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश

श्री दीर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा में स्थित भगवान विष्णु का ये मंदिर दीर्घ विष्णु मंदिर के नाम से जाना जाता है, जिसके बारे में बताया जाता है कि ये मंदिर कृष्ण काल का है। इस मंदिर में स्थापित भगवान विष्णु की प्रतिमा पूरे भारत में एकमात्र ऐसी प्रतिमा है। श्री दीर्घ विष्णु मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां श्रद्धा से जो भी व्यक्ति सिर झुकाता है उसके सारे दुख श्री हरि स्वयं हर लेते हैं। माना जाता है यहां कुंवारी लड़कियों द्वारा 16 सोमवार व्रत और विष्णु जी की पूजा करने से उसे मनचाहे वर की प्राप्ति होती है, विवाह में कोई भी बाधा नहीं आती और संतान का सुख प्राप्त होता है।

वराह पुराण, नारद पुराण और श्रीमद्भागवत गीता में भी दीर्घ विष्णु मंदिर का वर्णन देखने को मिलता है। पुराणों में, श्री विष्णु कहते हैं कि इस पृथ्वी, अंतरिक्ष और पाताल लोक में कोई ऐसा स्थान नहीं है जो मथुरा के समान मुझे प्यारा हो। 4500 साल पहले इसकी स्थापना हुई थी, जिसका निर्माण श्रीकृष्ण के छ: भुजा स्वरूप को याद करने और यमुना के तीर्थ प्रयाग को बचाने के लिए किया गया था। यहां स्थित भगवान, श्री कृष्ण के विराट रूप को दर्शाता है जो उन्होंने कंस के वध के समय लिया था।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों