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1 फरवरी, 2025

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तृतीया शुक्ल पक्ष,शनिवार
माघ मास
शिशिर,पिंगल 2081
तृतीया शुक्ल पक्ष,शनिवार
माघ मास
शिशिर,पिंगल 2081
त्यौहार
विनायक चतुर्थी, गणेश जयन्ती
त्यौहार
विनायक चतुर्थी, गणेश जयन्ती

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:50 AM से 12:34 PM
11:50 AM से 12:34 PM
राहुकाल
राहुकाल
9:27 AM से 10:50 AM
9:27 AM से 10:50 AM
गुलिक काल
गुलिक काल
6:42 AM से 8:04 AM
6:42 AM से 8:04 AM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
1:35 PM से 2:58 PM
1:35 PM से 2:58 PM

सूर्यास्त-सूर्योदय

सूर्योदय
6:42 AM
सूर्योदय
6:42 AM
सूर्यास्त
5:43 PM
सूर्यास्त
5:43 PM
MoonRise
चंद्रोदय
8:38 AM
MoonRise
चंद्रोदय
8:38 AM
MoonSet
चन्द्रास्त
8:44 PM
MoonSet
चन्द्रास्त
8:44 PM

आज का पंचांग

तिथि
शुक्ल पक्ष तृतीया
11:39 AM तक
11:39 AM तक
नक्षत्र
पूर्व भाद्रपद
2:33 AM तक
2:33 AM तक
योग
परिघ
12:25 PM तक
12:25 PM तक
करण
गर
11:38 AM तक
11:38 AM तक
महीना अमान्त
माघ
महीना पूर्णिमांत
माघ
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2081 (पिंगल)
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रथ सप्तमी
4 February, 2025
नर्मदा जयन्ती
5 February, 2025
भीष्म अष्टमी
5 February, 2025
मासिक दुर्गाष्टमी
6 February, 2025
मासिक कार्तिगाई
7 February, 2025
रोहिणी व्रत
8 February, 2025
जया एकादशी
9 February, 2025
भीष्म द्वादशी
9 February, 2025
प्रदोष व्रत
11 February, 2025
थाई पूसम
12 February, 2025
माघ पूर्णिमा
12 February, 2025
पूर्णिमा उपवास
12 February, 2025
गुरु रविदास जयन्ती
12 February, 2025
ललिता जयन्ती
12 February, 2025
कुम्भ संक्रान्ति
13 February, 2025
फाल्गुन प्रारम्भ *उत्तर
16 February, 2025
संकष्टी चतुर्थी
18 February, 2025
यशोदा जयन्ती
20 February, 2025
शबरी जयन्ती
20 February, 2025
कालाष्टमी
21 February, 2025
जानकी जयन्ती
23 February, 2025
महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती
24 February, 2025
विजया एकादशी
25 February, 2025
प्रदोष व्रत
26 February, 2025
महा शिवरात्रि
27 February, 2025
फाल्गुन अमावस्या
27 February, 2025
दर्श अमावस्या

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 1 फरवरी, 2025तृतीया शुक्ल पक्ष,शनिवारमाघ मासशिशिर,पिंगल 2081 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:50 AM से 12:34 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 6:42 AM से 8:04 AM  तक है।
और राहुकाल 9:27 AM से 10:50 AM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 1:35 PM से 2:58 PM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 6:42 AM और सूर्यास्त 5:43 PM का समय है।
चंद्रोदय 8:38 AM और चंद्रोदय का समय 8:38 AM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि शुक्ल पक्ष तृतीया 11:39 AM तक है। हवहीं नक्षत्र पूर्व भाद्रपद 2:33 AM तक है।
योग परिघ 12:25 PM तक है।करण गर 11:38 AM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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