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तृतीया शुक्ल पक्ष,गुरुवार
पौष मास
हेमंत,पिंगल 2081
तृतीया शुक्ल पक्ष,गुरुवार
पौष मास
हेमंत,पिंगल 2081

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:42 AM से 12:24 PM
11:42 AM से 12:24 PM
राहुकाल
राहुकाल
1:22 PM से 2:42 PM
1:22 PM से 2:42 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
9:24 AM से 10:43 AM
9:24 AM से 10:43 AM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
6:45 AM से 8:04 AM
6:45 AM से 8:04 AM

सूर्यास्त-सूर्योदय

सूर्योदय
6:45 AM
सूर्योदय
6:45 AM
सूर्यास्त
5:21 PM
सूर्यास्त
5:21 PM
MoonRise
चंद्रोदय
8:46 AM
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चंद्रोदय
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MoonSet
चन्द्रास्त
7:46 PM
MoonSet
चन्द्रास्त
7:46 PM

आज का पंचांग

तिथि
शुक्ल पक्ष तृतीया
1:09 AM तक
1:09 AM तक
नक्षत्र
श्रावण
11:11 PM तक
11:11 PM तक
योग
हर्षण
2:58 PM तक
2:58 PM तक
करण
तैतिल
1:46 PM तक
1:46 PM तक
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पौष
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प्रदोष व्रत
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11 January, 2025
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पौष पूर्णिमा
13 January, 2025
शाकम्भरी पूर्णिमा
13 January, 2025
पूर्णिमा उपवास
13 January, 2025
लोहड़ी
13 January, 2025
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14 January, 2025
पोंगल
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17 January, 2025
सकट चौथ
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सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती
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षटतिला एकादशी
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गणतन्त्र दिवस
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प्रदोष व्रत
27 January, 2025
मेरु त्रयोदशी
27 January, 2025
मासिक शिवरात्रि
29 January, 2025
माघ अमावस्या
29 January, 2025
दर्श अमावस्या
29 January, 2025
मौनी अमावस
29 January, 2025
थाई अमावसाइ
30 January, 2025
चन्द्र दर्शन
30 January, 2025
गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ
संतान दोष निवारण संतान लक्ष्मी पूजन, श्री सूक्तम पाठ और श्री यंत्र कुमकुम अर्चना
वर्ष 2025 के प्रथम शुक्रवार पर संतान लक्ष्मी विशेष

संतान दोष निवारण संतान लक्ष्मी पूजन, श्री सूक्तम पाठ और श्री यंत्र कुमकुम अर्चना

अपने बच्चों की समृद्धि और कल्याण के लिए आशीर्वाद के लिए

puja venue
संतान लक्ष्मी मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
puja date
3 जनवरी, शुक्रवार, पौष शुक्ल चतुर्थी
एकदंत गणपति पूजन एवं संकटहर गणपति हवन
वर्ष की पहली विनायक चतुर्थी पर गणेश जन्मस्थली विशेष

एकदंत गणपति पूजन एवं संकटहर गणपति हवन

पुरानी बाधाओं से मुक्ति और नव वर्ष की सुचारू शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए

puja venue
गणेश डोडीताल मंदिर, उत्तरकाशी, उत्तराखंड
puja date
3 जनवरी, शुक्रवार, षौष शुक्ल चतुर्थी
11,000 कुबेर मंत्र जाप, बटुक भैरव कवच और श्री सूक्त हवन
कुबेर-भैरव-लक्ष्मी धन संरक्षक विशेष

11,000 कुबेर मंत्र जाप, बटुक भैरव कवच और श्री सूक्त हवन

आर्थिक स्थिरता, धन संरक्षण और दीर्घकालिक समृद्धि के लिए

puja venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
puja date
3 जनवरी, शुक्रवार, पौष शुक्ल चतुर्थी

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 2 जनवरी, 2025तृतीया शुक्ल पक्ष,गुरुवारपौष मासहेमंत,पिंगल 2081 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:42 AM से 12:24 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 9:24 AM से 10:43 AM  तक है।
और राहुकाल 1:22 PM से 2:42 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 6:45 AM से 8:04 AM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 6:45 AM और सूर्यास्त 5:21 PM का समय है।
चंद्रोदय 8:46 AM और चंद्रोदय का समय 8:46 AM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि शुक्ल पक्ष तृतीया 1:09 AM तक है। हवहीं नक्षत्र श्रावण 11:11 PM तक है।
योग हर्षण 2:58 PM तक है।करण तैतिल 1:46 PM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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