🕉️🔱 सावन के पवित्र समय में शुरू हो रहा है 30 दिवसीय ‘श्रवण अखंड शिवार्चन’ — प्रतिदिन शिव कृपा का आह्वान करने का दुर्लभ अवसर 🔱🕉️
ऐसा माना जाता है कि जब जीवन में बार-बार रुकावटें आने लगें, मन अशांत हो, घर का माहौल तनाव से भर जाए और दिशा समझ न आए तब यह संकेत होता है कि व्यक्ति को भगवान की शरण में जाने की आवश्यकता है। ऐसे समय में भगवान शिव की भक्ति सबसे प्रभावशाली मानी जाती है, क्योंकि वे केवल संहार के नहीं, बल्कि पुनर्निर्माण, संतुलन और आंतरिक शांति के भी देवता हैं। विशेष रूप से जब यह समय सावन माह का हो। वह पावन काल जिसे भगवान शिव का सर्वप्रिय माना गया है।
मान्यता है कि इस महीने में की गई शिव आराधना सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक फल देती है। यह वही अवसर होता है जब शिव साधना से न केवल मानसिक बेचैनी दूर होती है, बल्कि साधक को भीतर से शांति, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव भी होता है। इसी दिव्य फल की प्राप्ति के लिए काशी के प्राचीन श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में सावन के पहले दिन से आरंभ हो रहा है 30 दिवसीय “श्रवण अखंड शिवार्चन” महानुष्ठान, जिसमें अखंड रुद्राभिषेक और शिव पंचाक्षरी मंत्र का 1.25 लाख बार जाप शामिल है।
🔱 प्रमुख अनुष्ठान और उनके आध्यात्मिक लाभ:
🕉️ अखंड रुद्राभिषेक- शिवलिंग पर दूध, गंगाजल, शहद और बेलपत्र से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा से मन को शांति, रोगों से राहत और सोच में शुद्धता आती है।
📿 1.25 लाख बार पंचाक्षरी मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का जाप- यह मंत्र भगवान शिव के सबसे प्रभावशाली नामों में से एक माना गया है। इसका जप करने से मन की नकारात्मकता दूर होती है और भीतर विश्वास, साहस और जागरूकता बढ़ती है।
🔱 शिव नगरी काशी में यह अनुष्ठान क्यों है खास?
काशी, जहाँ हर श्वास में शिव का वास माना गया है, वहाँ के प्राचीन श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में यह सेवा सावन के पहले दिन से लगातार 30 दिनों तक चलेगी। ऐसा माना जाता है कि इस साधना के हर दिन मंत्र, अभिषेक और हवन के प्रभाव से भगवान शिव की कृपा से मन में स्थिरता, आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष महानुष्ठान में सहभागी बनकर भगवान शिव की कृपा को अपने जीवन में अनुभव करने का यह पावन अवसर न चूकें। 🙏