🔱 क्या आप स्वास्थ्य समस्याओं, तनाव या पारिवारिक उलझनों से परेशान हैं? मानसिक रूप से थके हुए हैं, आर्थिक रूप से तंग हैं और पारिवारिक जीवन अस्थिर लग रहा है? अगर आप ऐसा महसूस कर रहे हैं तो सावन का पवित्र महीना एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा और दिव्य उपचार का अनूठा अवसर लेकर आया है।
शिव जी का सबसे प्रिय महीना सावन, शांति और परिवर्तन चाहने वालों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह शिव जी की पूजा करने का सबसे शुभ समय है और इस महीने में उनकी दिव्य उपस्थिति धरती के सबसे करीब मानी गई है। शिव जी की पूजा जल्द आशीर्वाद पाने के लिए की जाती है, खासकर जब आपकी भक्ति अटल और मन अंदर से शुद्ध हो। इसीलिए, उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है - क्योंकि सच्चे मन से पुकारने पर वे सबसे तेजी से प्रार्थना सुनते हैं। शिव जी का आशीर्वाद पाने के सबसे शक्तिशाली तरीकों में से एक रुद्राभिषेक का अनुष्ठान है।
विधि-विधान के साथ मंत्रों का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और बेल-पत्र चढ़ाने से आप एक गहन आध्यात्मिक बदलाव का अनुभव करते हैं। यह अनुष्ठान मानसिक और भावनात्मक रुकावटों से राहत दिलाने में मदद करता है, जिससे आपके जीवन में उपचार, शांति और संतुलन को बढ़ावा मिलता है। जब इसे ब्रह्म मुहूर्त यानी भोर से ठीक पहले किया जाता है, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है, क्योंकि इस समय धरती पर ईश्वर का वास माना गया है।
इस पूजा की सबसे ख़ास है कि यह 21 ब्राह्मणों द्वारा की जाएगी, जिनकी सामूहिक प्रार्थना और मंत्र आपको प्राप्त होने वाले आशीर्वाद को और बढ़ाएँगे, जिससे एक परिवर्तनकारी अनुभव होगा। यह अनुष्ठान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में होगा, जो प्राकृतिक रूप से ‘ॐ’ के आकार के एक द्वीप पर स्थित है और ऐसा माना जाता है कि वहाँ शिव जी का स्मरण करने मात्र से ही कष्टों से राहत मिलनी शुरू हो जाती है। यह पवित्र स्थल, सावन की आध्यात्मिक शक्ति और 21 ब्राह्मणों द्वारा किए गए रुद्राभिषेक का संगम, इस पूजा को उपचार और सकारात्मक परिवर्तन का एक असाधारण अवसर बना देता है।
🌿इस सोमवार श्री मंदिर के माध्यम से ओंकारेश्वर में 21 ब्राह्मण ब्रह्म मुहूर्त रुद्राभिषेक में भाग लेकर आपको सुरक्षा, उपचार और आध्यात्मिक विकास के लिए शिवजी का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।