👪 परिवार में कलेश बढ़ता ही जा रहा है? क्या इसके पीछे कोई अदृश्य बाधा, जैसे पितृ दोष तो नहीं? 🤔❓
हमारे वैदिक ज्योतिष में यह वर्णित है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और शनि कमजोर होते हैं या आपस में टकराव की स्थिति में होते हैं, तो यह पितृ दोष का कारण बन सकता है। क्योंकि एक तरफ जहां सूर्य पिता, आत्मसम्मान और अधिकार का प्रतीक है, वहीं शनि कर्म, अनुशासन और पूर्वजों से जुड़ा ग्रह माना जाता है। कहा जाता है कि जब ये दोनों ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तो इसे पैतृक दोष अर्थात् पितृ दोष माना जाता है, जिसके फलस्वरूप परिवार में कलह-क्लेश, संपत्ति विवाद, मानसिक तनाव और आर्थिक परेशानियाँ खड़ी हो सकती हैं।
🕉️ इस विशेष अनुष्ठान से आप भी समस्त बाधाओं से मुक्ति का मार्ग खोल सकते हैं 🚪✨
शास्त्रों में इस दोष से मुक्ति पाने और जीवन में सुख-शांति स्थापित करने के लिए बताए गए सबसे प्रभावी अनुष्ठान सूर्य-शनि दोष निवारण पूजा और पितृ महादान कुंजिका अर्पण का आयोजन श्री मंदिर के द्वारा मोक्ष नगरी काशी (वाराणसी) में पिशाच मोचन कुंड पर किया जा रहा है। दरअसल, गरुड़ पुराण और काशी खंड के अनुसार यह कुंड माँ गंगा के पृथ्वी पर अवतरण से भी पहले से मौजूद है और पितरों की शांति के लिए यहाँ किए गए अनुष्ठान बहुत प्रभावशाली माने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर किए गए विशेष कर्मकांड से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और व्यक्ति अपने जीवन में चल रही बाधाओं से मुक्त होकर सुख-समृद्धि प्राप्त करता है।
🙏 पितृ महादान कुंजिका अर्पण में भाग लेकर आप भी अपने पितरों के प्रति अपनी श्रद्धा और सेवाभाव को प्रकट करें🕉️✨
महादान में पवित्र प्रसादों का एक सेट शामिल है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह सीधे तौर पर किसी के पूर्वजों की आत्माओं को प्रसन्न करता है और उन्हें शांति प्राप्त करने में मदद करता है:
🔹चप्पल –मान्यता है कि इससे पूर्वजों की पितृलोक की यात्रा सहज होती है।
🔹सफेद धोती – सफेद रंग शुद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है।
🔹छाता – पितरों को धूप-बारिश से सुरक्षा देने का काम करता है छाता।
🔹चटाई – पितरों को आराम देने के लिए।
यदि आप भी अपने पूर्वजों का सम्मान करना चाहते हैं, कर्म संबंधी बाधाओं को दूर करना चाहते हैं और अपने जीवन में समृद्धि आमंत्रित करना चाहते हैं, तो श्री मंदिर द्वारा आयोजित सूर्य-शनि दोष निवारण पूजा और पितृ महादान कुंजिका अर्पण में शामिल हों