⚔️ शक्ति का एक दुर्लभ गठबंधन: 2025 के आखिरी बड़े मंगल पर माँ बगलामुखी और हनुमान का आह्वान करें
ज्येष्ठ माह का अंतिम बड़ा मंगल बुराई का नाश करने वाले भगवान हनुमान और शत्रुओं को वश में करने वाली महाविद्या माँ बगलामुखी को समर्पित एक अत्यंत शक्तिशाली और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर तिथि मानी जाती है। यह दिन साधना, शक्ति और विजय के लिए विशेष रूप से प्रभावकारी माना जाता है। सनातन धर्म में माँ बगलामुखी को नकारात्मक शक्तियों को रोकने, शत्रुओं को मौन और निर्बल करने तथा आंतरिक व बाहरी संघर्षों में विजय दिलाने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जब हनुमान जी की भक्ति, निर्भयता और संरक्षण की ऊर्जा के साथ माँ बगलामुखी की शक्ति का समागम होता है, तो यह संयुक्त पूजा जीवन की बड़ी से बड़ी बाधाओं को भी समाप्त कर देती है। ज्येष्ठ माह का अंतिम मंगलवार इस संयुक्त उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
🌟 यह दिन इतना खास क्यों है?
ऐसा माना जाता है कि भगवान राम की हनुमान जी से पहली भेंट ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल के दिन ही हुई थी। उसी के बाद जब राम रावण युद्ध का समय आया, तब हनुमान जी के मार्गदर्शन में भगवान राम ने माँ बगलामुखी की विशेष पूजा की थी। इस संयुक्त आह्वान से रावण जैसे बलशाली शत्रु पर विजय प्राप्त हुई। यह पवित्र संयोग आज भी उन भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है जो कानूनी मामलों, छुपे हुए शत्रुओं या जीवन की गुप्त बाधाओं से जूझ रहे होते हैं।
इसी दिव्य तिथि पर उज्जैन के नरसिंह घाट स्थित माँ बगलामुखी मंदिर में, श्री मंदिर के माध्यम से एक विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें माँ की कृपा और हनुमान जी के संरक्षण से समस्त बाधाओं से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
🔱 माँ बगलामुखी शत्रु बुद्धि विनाशिनी यज्ञ- शत्रुओं की बुद्धि को भ्रमित करने और बेअसर करने तथा जीवन से बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
🛡️ हनुमान शत्रुंजय पूजन- शत्रुओं पर विजय पाने और साहस प्राप्त करने के लिए भगवान हनुमान की शक्ति का आह्वान करने के लिए किया जाता है।
श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान में भाग लें और शत्रु बाधाओं से मुक्ति तथा आध्यात्मिक सुरक्षा प्राप्त करें।