🤔क्या शनि की साढ़े साती और महादशा आपके जीवन में रुकावटें ला रही हैं?,
तो इस शनिवार शनि शिंगणापुर में खास पूजा करवाकर सभी समस्याओं से राहत पाएं।
हाल ही में शनि ग्रह मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं और अब अगले ढाई साल तक वहीं रहेंगे। इस बदलाव का असर हर राशि पर किसी न किसी तरह से पड़ता है। मेष राशि के लिए साढ़े साती की नई शुरुआत हो चुकी है, जिससे नए संघर्ष सामने आ सकते हैं। बाक़ी राशियों के लिए भी यह समय परेशानियों भरा हो सकता है — जैसे कामों में रुकावट, रिश्तों में टकराव और मन की बेचैनी बढ़ना। ऐसे समय में ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि कुछ विशेष पूजा-पाठ किए जाएं, ताकि शनि के नकारात्मक प्रभाव शांत किए जा सकें। शनिवार भगवान शनि की पूजा के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन तिल के तेल का चढ़ावा देने और सच्चे मन से पूजा करने से शनि की कृपा मिलती है।
भगवान शनि को न्याय का देवता माना जाता है — वे इंसान को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जो सही रास्ते पर चलते हैं, उन्हें आशीर्वाद मिलता है। लेकिन अगर समय कठिन हो, तो वे सीख भी देते हैं। ऐसे में शनि साढ़े साती शांति पूजा और अन्य विशेष अनुष्ठान बहुत लाभकारी माने जाते हैं।
🔱 शनि शिंगणापुर – जहाँ भगवान शनि खुद प्रकट रूप में विराजमान हैं।
महाराष्ट्र के इस प्रसिद्ध स्थान पर भगवान शनि की मूर्ति खुले आसमान के नीचे स्थित है — यहाँ न तो छत है, न ही गर्भगृह, ऐसा माना जाता है कि यहाँ भगवान शनि जाग्रत अवस्था में विराजते हैं और शनिवार को की गई पूजा सबसे फलदायक होती है।
इस शनिवार, श्री शनि देव मंदिर, शिंगणापुर में आयोजित हो रही हैं ये विशेष पूजा:
🔹 शनि साढ़े साती शांति पूजा
🔹 शनि तिल-तेल अभिषेक
🔹 महादशा शांति पूजा
इन अनुष्ठानों में भाग लेकर आप भगवान शनि की कृपा से जीवन की रुकावटों से मुक्ति, मानसिक शांति और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। इस शुभ अवसर को न गँवाएं। शनि शिंगणापुर की दिव्य ऊर्जा से जुड़ें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएँ।