🕉️ 21 ब्राह्मण करेंगे 23 हजार शनि मूल मंत्र जाप - शनि दोषों से राहत पाने का सुनहरा अवसर
हिंदू धर्म में सावन को भगवान शिव का सबसे प्रिय और पवित्र महीना माना गया है। कहते हैं कि ये महीना भक्त और भगवान के बीच एक आध्यात्मिक पुल का काम करता है। शास्त्रों के अनुसार, सावन के सोमवार तो शुभ माने ही गए हैं, साथ ही इस महीने के शनिवार शिव जी के साथ शनिदेव की संयुक्त आराधना के लिए दिव्य फलदायी हैं। इस अवसर पर महादेव की नगरी उज्जैन स्थित नवग्रह शनि मंदिर में 21 ब्राह्मण 23 हजार शनि मूल मंत्रों का जाप करेंगे, जो शनि साढ़े साती, ढय्यै और जीवन की उलझनों से राहत दिलाने की शक्ति रखता है।
महादेव को पुराणों में संहारक कहा गया है तो शनि महाराज भक्तों को मेहनत के अनुसार फल देने वाले देव माने गए हैं। नवग्रहों में शनि को सबसे बड़ा दर्जा देने वाले भी महादेव ही हैं, इसलिए सावन का शनिवार उन भक्तों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है, जो कानूनी बाधाओं से निकलने में असमर्थ हैं, जीवन में कोर्ट-कचहरी के बंधन बढ़ते ही जा रहे हैं। सावन की ऊर्जा के साथ जुड़ते ही यह अनुष्ठान कई गुना फलदायी हो जाता है। इस अनुष्ठान में शामिल हैं:
🔱 घृष्णेश्वर में रुद्राभिषेक - यह एक प्राचीन अनुष्ठान है, जो शिव जी के सबसे उग्र रूप को भी प्रसन्न करने की शक्ति रखता है। घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग पर एक दिव्य रुद्राभिषेक किया जाएगा, जिसमें वैदिक मंत्रों के जाप के साथ जल, दूध, शहद और बेल पत्र जैसी पवित्र सामग्री होगी। इसे महादेव की कृपा प्राप्त करने के सबसे शक्तिशाली तरीकों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि लंकापति रावण ने भी तीनों लोकों पर विजय पाने के लिए रुद्राभिषेक का सहारा लिया था। घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों की परिक्रमा पूरी करता है और भक्तों की आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए जाना जाता है।
🙏 शनिदेव की शरण - पुराणों में महाकाल की नगरी
उज्जैन स्थित नवग्रह शनि मंदिर की महिमा को विस्तार से बताया गया है। कहते हैं कि यहां महादेव, नवग्रह शनि के रूप में विराजमान हैं, जो भक्तों को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। कहते हैं, जब जीवन में शनि खराब हो तो इंसान कानूनी मामलों में फंसता चला जाता है। पूर्व में हुई गलतियों का फल इतना बुरा हो जाता है कि जीवन में कमाया हुआ धन और खुशियां, कब कंगाली और बदहाली में बदल जाती हैं, पता नहीं चलता। ऐसे में सावन की ऊर्जा और महादेव के रुद्राभिषेक की शक्ति जब शनि आराधना से जुड़ती है तो कानूनी अड़चनें, राहत में बदलने लगती हैं।
श्री मंदिर के साथ इस शक्तिशाली सावन शनिवार रुद्राभिषेक पूजा में भाग लें और शिव जी के साथ-साथ शनिदेव से कानूनी मामलों में राहत का आशीर्वाद पाएं।