🕉️🔱 सावन में आखिरी 7 दिन चलने वाले 1 लाख 25 हजार ‘ॐ नमः शिवाय’ जाप से पाएं शिव जी का आशीर्वाद 🔱🕉️
जब जीवन में मानसिक उलझनें बढ़ने लगती हैं, कार्यों में बार-बार असफलता मिलती है, पारिवारिक तनाव बना रहता है और भीतर एक बेचैनी घर कर जाती है, तब यह इशारा होता है कि व्यक्ति को अंदर से ऊर्जा और मार्गदर्शन की आवश्यकता है। मान्यता है कि ऐसे समय में भगवान शिव की शरण लेना सबसे प्रभावी उपाय हो सकता है, क्योंकि वे केवल संहार के नहीं, बल्कि पुनर्निर्माण, संतुलन और आंतरिक शांति के भी देवता हैं। विशेषकर जब यह समय सावन माह का हो, जिसे भगवान शिव का सर्वप्रिय माह माना जाता है। मान्यता है कि इस पावन काल में की गई शिव भक्ति सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक फलदायी मानी जाती है।
यही वह अवसर होता है जब शिव साधना के माध्यम से न केवल जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है, बल्कि साधक को भीतर से स्थिरता, साहस और आत्मिक स्पष्टता भी प्राप्त होती है। इसी दिव्यता को जीवन में आमंत्रित करने हेतु काशी के श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में 7 दिवसीय विशेष अनुष्ठान का आयोजन हो रहा है, जिसमें हर दिन पंचाक्षरी शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 1.25 लाख बार जाप और हवन संपन्न किया जाएगा। यह अखंड महानुष्ठान प्रतिदिन भगवान शिव का आह्वान करते हुए जीवन में शक्ति, शांति और संरक्षण की ऊर्जा को आमंत्रित करेगा।
🔱 शिव नगरी काशी में आयोजित यह अनुष्ठान क्यों है इतना विशेष?
काशी जहाँ हर सांस में शिव का वास माना जाता है वहीं स्थित श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में सावन के आखिरी 7 दिनों तक चलने वाले इस विशेष अनुष्ठान में प्रतिदिन “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप और हवन किया जाएगा। कुल मिलाकर एक लाख पच्चीस हज़ार शिव पंचाक्षरी मंत्रों का उच्चारण इस पूजन का मुख्य भाग है। यह पंचाक्षरी मंत्र न केवल मानसिक शुद्धि का माध्यम माना जाता है, बल्कि भक्त के जीवन में चेतना, साहस और समाधान का स्रोत भी बनने का कार्य भी करता है।
ऐसा माना जाता है कि इस अनुष्ठान में सम्मिलित हर दिन का मंत्र जाप एक नई परत खोलता है। जिसके अंतर्गत अज्ञानता, भय और चिंता की परतें धीरे-धीरे हटती हैं और भीतर विश्वास, स्थिरता और दिव्यता का संचार भगवान शिव की कृपा से होना शुरु होता है। यदि आप भी जीवन में परिवर्तन की तलाश में हैं, भावनात्मक थकान से गुजर रहे हैं या एक नई शुरुआत के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा चाहते हैं, उनके लिए यह 7 दिवसीय जाप एवं हवन एक गहरा और सशक्त आध्यात्मिक अनुभव बन सकता है क्योंकि यह अनुष्ठान न केवल भगवान शिव को समर्पित है, बल्कि स्वयं को पुनः गढ़ने का एक दिव्य अवसर भी है।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष महानुष्ठान में सहभागी बनकर भगवान शिव की कृपा को अपने जीवन में अनुभव करने का यह पावन अवसर न चूकें। 🙏