🕉️ क्या आप जीवन में बार-बार आने वाली बाधाओं, परेशानियों और नकारात्मक शक्तियों से चिंतित हैं? यह विशेष पूजा मां चामुंडा और भगवान भैरव की दिव्य रक्षा का आह्वान करती है 🕉️
🔱 नवरात्रि
नवरात्रि, नौ रातों का पावन पर्व, धर्म की अधर्म पर विजय का उत्सव है। प्राचीन काल में महिषासुर नामक राक्षस ने देवताओं और मनुष्यों को पराजित कर पूरे ब्रह्मांड में भय और अराजकता फैला दी थी। तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव की शक्तियों से मां दुर्गा प्रकट हुईं। नौ रातों और नौ दिनों तक चले भयंकर युद्ध के बाद, मां दुर्गा ने दशमी के दिन महिषासुर का संहार किया और संसार में शांति, न्याय और संतुलन दोबारा स्थापित हुआ।
☸️ मां चामुंडा और भगवान भैरव की आराधना
नवरात्रि की शुरुआत में मां चामुंडा और भगवान भैरव की विशेष पूजा का महत्व है। मां चामुंडा, मां दुर्गा का उग्र रूप हैं, जिन्होंने चंड और मुंड नामक असुरों का वध कर ‘चामुंडा’ नाम प्राप्त किया। भगवान भैरव, भगवान शिव का भयंकर रूप, मां दुर्गा के दिव्य रक्षक माने जाते हैं। वे भय, नकारात्मकता और गुप्त शत्रुओं का नाश करते हैं।
☸️ चामुंडा देवी शक्तिपीठ की महिमा
हिमाचल प्रदेश के चामुंडा देवी शक्तिपीठ में की गई पूजा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। मान्यता है कि यह वही पावन स्थान है जहां मां सती की दिव्य शक्ति अवतरित हुई थी।
☸️ महारक्षा रात्रि अनुष्ठान
नवरात्रि की शुरुआत में किया जाने वाला ‘महारक्षा रात्रि अनुष्ठान’ रातभर चलने वाला विशेष अनुष्ठान है। रात का समय वह माना जाता है, जब नकारात्मक शक्तियां अधिक सक्रिय होती हैं। इसी दिव्य काल में ऐसी शक्तियों का अंत भी तय होता है। इस अनुष्ठान में यज्ञ, मंत्रजाप और मां चामुंडा व भगवान भैरव की कृपा से भक्तों के चारों ओर दिव्य सुरक्षा कवच स्थापित किया जाता है।
🙏 इस पावन अनुष्ठान का हिस्सा बनें और मां चामुंडा व भगवान भैरव की दिव्य कृपा से अपने परिवार की रक्षा, जीवन की बाधाओं से राहत, साहस, सफलता और शांति का आशीर्वाद प्राप्त करें।