श्री हनुमान वडवानल स्तोत्र की रचना रावण के भाई विभीषण जी ने की थी। त्रेतायुग से लेकर आज तक ये मंत्र अपनी सिद्धता का प्रमाण पग-पग पे देता आ रहा है। इस स्तोत्र के जाप से बड़ी से बड़ी समस्या भी टल जाती है और सभी प्रकार के संकट नष्ट हो जाते हैं। यदि आप किसी भी रोग से परेशान हो, किसी तरह के भय या बुरी चीजों से मुक्ति के लिए हनुमान वडवानल स्तोत्र पाठ एवं सिंंदूर अभिषेक अवश्य कराएं। उज्जैन में विराजित प्राचीन श्री अंजनी पुत्र नीलगंगा हनुमान मंदिर में हनुमान जयंती के दिन इस विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है। दिनांक 23 अप्रैल 2024, को श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और बजरंग बली का शुभाशीष प्राप्त करें।