दस महाविद्याओं में से एक श्री ललिता त्रिपुरा सुंदरी को ललितासहस्रनाम, महात्रिपुरसुन्दरी, षोडशी, राजराजेश्वरी तथा अन्य कई नामों से जाना जाता है। त्रिपुर सुंदरी देवी को आदि पराशक्ति का सर्वोच्च स्वरूप माना जाता है। ललिता सहस्रनाम ब्रह्माण्ड पुराण का एक भाग है, जिसमें बताया गया है कि कोई भी भक्त देवी ललिता की पूजा तभी कर सकता है जब वह चाहती हो। नवरात्रि के पावन अवसर पर सुख, धन, शत्रु नाश एवं रिश्तों में मधुरता लाने वाली देवी त्रिपुर सुंदरी की पूजा अत्यंत लाभकारी मानी गई है। दिनांक 16 अप्रैल 2024 को श्री मंदिर द्वारा आयोजित होने वाली श्री ललिता त्रिपुरा सुंदरी महायज्ञ में भाग लें और देवी की असीम कृपा के साथ समस्त सुख का वरदान पाएं।