पौराणिक कथाओं के अनुसार अष्टमी की तिथि पर मां बगलामुखी का जन्म हुआ था, इसलिए यह तिथि बगलामुखी की पूजा के लिए विशेष फलदायी मानी जाती है। कहते हैं इस दिन माँ बगलामुखी की विशेष पूजा करवाकर उनसे कोर्ट के मामलों में विजय प्राप्ति का आशीर्वाद पाया जाता है। 10 महाविद्याओं में माँ बगलामुखी शत्रुओं का विनाश करने के लिए पूजी जाती हैं। इनकी आराधना बड़ी से बड़ी विपत्ति और शत्रुओं का खतरा टाल सकती है।
देवी बगलामुखी प्रमुख रूप से गुवाहाटी के शक्तिपीठ कामाख्या तीर्थ क्षेत्र में वास करती हैं। यहाँ स्थित माँ बगलामुखी मंदिर में अष्टमी तिथि पर भक्त देवी माँ से कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में जीत पाने और शत्रुओं की राजनीति से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। यही नहीं इस मंदिर में विराजित देवी अपने भक्तों को पारिवारिक सुख-शांति, धन की प्राप्ति और सभी कष्टों के निवारण का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। यदि आप भी अष्टमी तिथि पर देवी माँ के इस प्रसिद्द मंदिर में अपने नाम से पूजा करवाना चाहते हैं तो श्री मंदिर पूजा सेवा द्वारा आयोजित माँ बगलामुखी तंत्र युक्त यज्ञ में भाग लें और देवी माँ से विजय का आशीष प्राप्त करें।