🛕 विवाह पंचमी वह पवित्र तिथि मानी जाती है जब श्रीराम और माता सीता का दिव्य विवाह संपन्न हुआ था। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए वैवाहिक और मंगल संबंधी अनुष्ठान अत्यंत प्रभावशाली होते हैं, क्योंकि इस तिथि की ऊर्जा स्वयं दांपत्य सौभाग्य, प्रेम और स्थिरता का आशीर्वाद देती है। वैदिक मान्यता है कि जब कुंडली में विवाह में देरी, रिश्तों में तनाव या पारिवारिक असंतुलन दिखाई देता है, तो विवाह पंचमी के दिन किया गया विशेष पूजन जीवन में आवश्यक संतुलन और मंगल शक्ति प्रदान करता है। इसी दिव्य ऊर्जा के कारण विवाह पंचमी पर मंगल दोष शांति पूजा को अत्यंत शुभ माना जाता है।
मंगल ग्रह को साहस, ऊर्जा और वैवाहिक सामंजस्य का कारक कहा गया है। जब यह अशुभ स्थित हो जाता है, तो वैवाहिक जीवन में अड़चनें बढ़ती हैं। विवाह पंचमी की दिव्य तिथि इन असंतुलनों को शांत करने का शुभ अवसर मानी जाती है, और इसी कारण इस दिन किए गए मंगल शांति अनुष्ठान का प्रभाव सामान्य दिनों से अधिक माना जाता है। इसीलिए इस वर्ष विवाह पंचमी पर उज्जैन के श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर में विशेष मांगलिक दोष शांति एवं विवाह सौभाग्य वृद्धि पूजा का आयोजन हो रहा है। ऐसा माना जाता है कि जहां मंगल देव का प्राचीन स्थान हो, वहां किया गया यह अनुष्ठान शुभ और फलदायी परिणामों को कई गुना बढ़ा देता है।
यही कारण है कि यह अवसर अत्यंत दुर्लभ और शक्तिशाली माना गया है। विवाह पंचमी पर मंगल दान कुंजिका चढ़ाने की परंपरा भी अत्यंत शुभ मानी गई है। ऐसा कहा जाता है कि इस पवित्र अर्पण से मंगल ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, जो व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में स्थिरता, प्रेम और सौभाग्य की वृद्धि करती है। इस दिन दिया गया दान ग्रहों की असंतुलित ऊर्जा को शांत कर जीवन की राह को सरल बनाने में सहायक होता है।
🌸 इस पूजा की मुख्य विशेषताएं
- विवाह पंचमी की ऊर्जा वैवाहिक बाधाओं और ग्रहदोषों को शांत करने वाली मानी जाती है, जिससे जीवन में चल रहे तनाव, संघर्ष और विलंब कम हो सकते हैं।
- ग्रहदोषों की शांति हेतु पीपल वृक्ष की पूजा अत्यंत शुभ मानी गई है, क्योंकि शास्त्रों में पीपल को दिव्य ऊर्जा और देवस्थान के समान पवित्र माना गया है।
- इस दिन मंगल दान कुंजिका अर्पण करने से वैवाहिक सौभाग्य, मधुर संबंध और दांपत्य स्थिरता प्राप्त होने की धारणा है।
🛕 यदि आप विवाह में देरी, रिश्तों में अनावश्यक तनाव या ग्रहदोष से प्रभावित परिस्थितियों का अनुभव कर रहे हैं, तो विवाह पंचमी की इस पवित्र तिथि पर श्री मंदिर द्वारा आयोजित इस विशेष पूजा में घर बैठे सम्मिलित होने का यह श्रेष्ठ अवसर न चूकें।