🕉️ सनातन धर्म में मोक्षदा एकादशी, वैकुंठ प्राप्ति और पापमोचन की विशेष तिथि मानी जाती है। इस दिन श्रीकृष्ण और विष्णु भगवान के व्रत-पूजन से जन्मों के बंधन शांत हो सकते हैं और भक्तों को मानसिक, पारिवारिक और आध्यात्मिक स्तर पर गहरी शांति मिल सकती है। धर्म शास्त्रों में वर्णित है कि इस एकादशी का व्रत पितरों को भी मोक्ष प्रदान करता है, इसलिए तर्पण और दान का भी विशेष महत्व माना जाता है। मोक्षदा एकादशी के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु के प्राचीन एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में पाप नाशक महायज्ञ होने जा रहा है। विद्वान मानते हैं कि इस महायज्ञ और 11 विष्णु सहस्रनाम पाठ से पिछले 7 जन्मों के पापों का नाश और कठिन परिस्थितियों में विजय का आशीर्वाद मिलता है।
🔥 मोक्षदा एकादशी साल 2025 की उन विशेष तिथियों में से एक है, जब भगवान विष्णु की उपासना अनेक गुना फल प्रदान कर सकती है। इस दिन 11 विष्णु सहस्रनाम जप से पापों का क्षय, मन की शुद्धि और जीवन में दिव्य प्रकाश का उदय होता है। शास्त्रों में इसे पितृ उद्धार के लिए भी सबसे शुभ एकादशी माना जाता है, क्योंकि इस दिन किए गए दान-पुण्य और प्रार्थनाएँ पितरों की शांति और उनकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर सकती हैं। माना जाता है कि मोक्षदा एकादशी अनुष्ठान से पिछले 7 जन्मों के बंधन हल्के होते हैं, घर में शांति आती है और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खुलता है।
📿 एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में यह महापूजा अत्यंत शुभ और उद्धारकारी मानी जाती है। मंदिर के शांत, पवित्र वातावरण में यह पाठ साधक के भीतर गहरी श्रद्धा, समर्पण और ईश्वर पर पूर्ण विश्वास का भाव जगाता है। माना जाता है कि यहां दिव्य काल में इस अनुष्ठान से 7 जन्मों के पाप दूर होते हैं, भय नष्ट होता है और कठिन परिस्थितियों से मुक्ति की दिशा मिल सकती है। यह पाठ भक्तों को आत्मबल, संरक्षण और दिव्य कृपा का विशेष अनुभव कराता है।
🔥 मोक्षदा एकादशी पर किया जाने वाला ‘7 जन्म पाप नाशक महायज्ञ’ अत्यंत शक्तिशाली और दिव्य अनुष्ठान माना जाता है। इसमें 11 विष्णु सहस्रनाम, स्वाहा मंत्रों से आहुति और पितृ तर्पण का संयुक्त विधान होता है। इस महायज्ञ का उद्देश्य भक्तों के सूक्ष्म शरीर में जमी नकारात्मकता, पाप और जन्म-जन्मांतर के बंधनों को शुद्ध करना है। मोक्षदा तिथि की वैकुंठीय ऊर्जा, इस यज्ञ के प्रभाव को कई गुना बढ़ा सकती है। आहुति, जप और संकल्प से साधक को मानसिक शुद्धि, पापक्षय और ईश्वर-कृपा का गहरा अनुभव मिलता है। विद्वान पुरोहितों द्वारा आयोजित होने वाली यह महापूजा साल 2025 में विष्णु जी की कृपा पाने का स्वर्णिम अवसर है, जिसमें आप घर बैठे भाग ले सकते हैं।
⭐ श्री मंदिर द्वारा आयोजित होने जा रहे मोक्षदा एकादशी पाप नाशक विशेष महायज्ञ में भाग लें और बाधाओं पर विजय के साथ पिछले पापों से मुक्ति का दिव्य आशीर्वाद पाएं।