शापित दोष के कारण तहस-नहस हुए जीवन में प्रगति, स्थिरता तथा खुशहाली पाने, पिछले जन्मों के कर्मदोषों से छुटकारा पाने, करियर में आ रही रुकावटों से निजात पाने, पारिवारिक जीवन में हो रहे क्लेश को शांत करने तथा सभी इच्छों की पूर्ती के लिए दिनांक 10 जनवरी 2024, बुधवार, पौष कृष्ण चतुर्दशी तिथि पर श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन के आचार्यों द्वारा आयोजित शापित दोष शांति पूजा एवं श्री शिव महाभिषेक में भाग लेने के लिए श्री मंदिर आपको हार्दिक आमंत्रित करता है।
पिछले जन्मों में किये गए पापकर्म से उत्पन्न कर्मदोषों के कारण जन्मकुंडली में शापति दोष बनता है। शापित दोष यानि राहु-शनि का किसी भी एक ही राशि में साथ में उपस्थित होना या किसी भी तरह से कुंडली में राहु-शनि का संबंध होना। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी विशेष कुंडली में शापित या श्रापित दोष मौजूद है, तो यह उसी कुंडली में मौजूद अच्छे योगों के प्रभाव को समाप्त कर देता है।