'सुदर्शन चक्र' का वर्णन ऋग्वेद में भगवान विष्णु के प्रतीक एवं समय के चक्र के रूप में किया गया है। सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु का वो अस्त्र है जो एक बार छोड़े जाने पर शत्रु का वध करके ही वापस लौटता है। सुदर्शन चक्र के अनेक किस्सों की चर्चा पुराणों में की गई है। सुदर्शन हवन करने से मनुष्य के जीवन में समृद्धि और स्थिरता आ सकती है। विष्णु सुदर्शन हवन से भक्तों को विष्णु जी का संरक्षण और कृपा प्राप्त होता है। साथ ही भगवान विष्णु के सहस्त्रनाम पाठ करने से भक्तों के जीवन में स्थिरता एवं समृद्धि का आशीष प्राप्त होता है। इसलिए दिनांक 16 मई 2024, को मथुरा में स्थित श्री दीर्घ विष्णु मंदिर में होने वाली इस पूजा में श्रीमंदिर के माध्यम से भाग लें।