नववर्ष की शुभ शुरुआत करें, भगवान गणेश और शिव की कृपा से पाएं ऋण-मुक्ति और समृद्धि का आशीष 🙏
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नववर्ष का शुभारंभ होता है। ब्रह्म पुराण के अनुसार, इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी, जिससे यह तिथि अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। हिंदू नववर्ष नई शुरुआत, नवीन आकांक्षाओं और वित्तीय वर्ष के आरंभ का प्रतीक है। इस पावन अवसर पर, दैवीय आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त नववर्ष के आरंभ से पूर्व भगवान गणेश का आह्वान करता है, उसके जीवन में समृद्धि, सुख-शांति और धन की प्रचुरता बनी रहती है। साथ ही, भगवान गणेश की कृपा से कर्ज से मुक्ति का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि वर्ष भर समृद्धि और ऐश्वर्य के लिए गणेश नववर्ष पूजा का विधान अत्यंत फलदायी है। वहीं यदि इस विशेष अनुष्ठान के साथ शिव ऋण मुक्ति हवन किया जाए, तो इसका प्रभाव कई गुना अधिक हो जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, यह वैदिक अनुष्ठान भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने तथा आर्थिक, पारिवारिक एवं कर्मजनित ऋणों से मुक्ति के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह हवन न केवल आर्थिक संकटों को दूर करता है, बल्कि मानसिक शांति, सौभाग्य और समृद्धि भी प्रदान करता है। विशेष रूप से, यदि यह संयुक्त अनुष्ठान मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित पावन श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में संपन्न किया जाए, तो इसकी शक्ति और प्रभाव कई गुना बढ़ जाते हैं। इसीलिए, भगवान गणेश और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने, तथा अपने वित्तीय नववर्ष को शुभ, समृद्ध और ऋण-मुक्त बनाने के लिए यह विशेष पूजा ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में आयोजित की जा रही है। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान में भाग लेकर भगवान गणेश एवं भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने वित्तीय नववर्ष को सौभाग्य, समृद्धि और प्रचुरता से परिपूर्ण बनाएं।