क्या आपको बिना वजह वित्तीय नुकसान📉, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं 🤒 या करियर में बाधाएँ⛔ परेशान कर रही हैं? ये नज़र दोष या बुरी नज़र के प्रभाव हो सकते हैं 🧿
नज़र दोष, जिसे सामान्यत: बुरी नज़र के रूप में जाना जाता है, हिंदू धर्म सहित विभिन्न संस्कृतियों में एक प्रचलित मान्यता है। कहा जाता है कि कुछ व्यक्ति, चाहे वह जानबूझकर हो या अनजाने में, अपनी नकारात्मक भावनाओं जैसे ईर्ष्या और जलन से प्रभावित होकर दूसरों पर बुरी नज़र डालते हैं। यह नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति के जीवन में समस्याओं और कठिनाइयों का कारण बन सकती है, जैसे कि वित्तीय संकट, स्वास्थ्य समस्याएँ, करियर में अड़चनें, या व्यक्तिगत जीवन में विघ्न। यह प्रभाव घर, परिवार, और व्यवसाय पर भी पड़ सकता है, जिससे नकारात्मकता और लगातार संघर्ष उत्पन्न होता है।
इस नकारात्मक ऊर्जा का निवारण करने के लिए, शक्तिशाली आध्यात्मिक अनुष्ठानों का सहारा लिया जाता है। इसी उद्देश्य से, अमावस्या के दिन काशी के श्री बटुक भैरव मंदिर में एक विशेष नज़र दोष (बुरी नज़र) शांति पूजा और यज्ञ का आयोजन किया जाता है। अमावस्या, जो हर महीने एक बार आती है, हिंदू कैलेंडर के अनुसार चंद्र महीने की शुरुआत का प्रतीक होती है और इसे नकारात्मकता, बुरी शक्तियों और नज़र दोष को दूर करने के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है।
इस दिन किए गए अनुष्ठान विशेष रूप से उन हानिकारक प्रभावों को दूर करने में मदद करते हैं, जो काली शक्तियों, ग्रहों या ऊर्जा असंतुलन के कारण उत्पन्न होते हैं। यह एक अवसर है जब भक्त दिव्य कृपा प्राप्त करते कर अपने जीवन में निहित काली और नकारात्मक उर्जाओं के प्रबाव से मुक्ति पा सकते है। इस पूजा के माध्यम से न केवल बुरी नज़र से बचाव होता है, बल्कि भक्त के आस-पास की सारी नकारात्मकता भी समाप्त हो जाती है। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र अनुष्ठान में भाग लेकर नज़र दोष और सभी नकारात्मक प्रभावों से पूर्ण सुरक्षा के लिए दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।