🛕मोक्षदा एकादशी के पावन अवसर पर आयोजित 12 घंटे के अखंड यज्ञ में शामिल हों 🐚🙏
हिंदू धर्म में मोक्षदा एकादशी का आध्यात्मिक महत्व है। यह ब्रह्मांड के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा के लिए शुभ दिन माना जाता है। इस शुभ दिन पर भगवान कृष्ण (भगवान विष्णु के अवतार) की जन्मभूमि मथुरा में सत्य नारायण कथा, 51,000 विष्णु द्वादशाक्षरी मंत्र जाप और सुदर्शन हवन का आयोजन किया जाएगा। यह महा अनुष्ठान 12 घंटे तक चलेगा और 5 ब्राह्मणो द्वारा श्रद्धा एवं पूरी विधि विधान के साथ संपन्न किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर क्षण भगवान विष्णु के आशीर्वाद और दिव्य कृपा से भरा हो। स्कंद पुराण के अनुसार, भगवान सत्यनारायण श्री हरि विष्णु का एक रूप हैं। पुराणों में सत्यनारायण व्रत की कथा को बहुत महत्व दिया गया है। सत्यनारायण कथा की महिमा स्वयं भगवान सत्यनारायण ने नारद मुनि को सुनाई थी।
शास्त्रों में उल्लेख है कि सत्यनारायण कथा का पाठ करने से हजारों वर्षों तक किए गए यज्ञ के बराबर फल मिलता है। ऐसा माना जाता है कि मोक्षदा एकादशी के दिन इस कथा को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, जिससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। वहीं, विष्णु द्वादशारी मंत्र केवल एक मंत्र नहीं बल्कि भगवान विष्णु का महामंत्र है। ऐसा माना जाता है कि इस शक्तिशाली मंत्र के प्रभाव से भक्त अपने इच्छित फल प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह, सुदर्शन हवन भगवान सुदर्शन को समर्पित एक पवित्र अग्नि अनुष्ठान है, जो भगवान विष्णु के उग्र और सुरक्षात्मक रूप हैं, जिनका प्रतीक सुदर्शन चक्र है, जो शक्तिशाली ऊर्जा वाला एक दिव्य चक्र है। ऐसा माना जाता है कि इस हवन को करने से भक्तों को सुरक्षा, आशीर्वाद और समग्र कल्याण का आशीर्वाद मिलता है। इन तीनों अनुष्ठानों को एक साथ करने से भक्तों को भौतिक सुख और भावनात्मक कल्याण का आशीर्वाद मिलता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस 12 घंटे के लंबे व अखंड महाअनुष्ठान में भाग लें और भगवान विष्णु का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करें।