हिंदू पौराणिक कथाओं में गौरी शंकर का स्वरूप भगवान शिव और देवी पार्वती की संयुक्त ऊर्जा व शक्तियों का रूप माना गया है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर काशी के श्री प्राचीन पंच रत्न मंदिर में गौरी-शंकर पूजा एवं शिव-गौरी स्तोत्र पाठ का आयोजन किया जा रहा है। यदि आपके रिश्ते में समस्याएं, स्नेह की कमी, वैवाहिक जीवन में तनाव, या योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति में देरी का सामना कर रहे हैं, तो 11 अप्रैल, 2024 को होने वाली इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और नकारात्मकता से छुटकारा पाने व प्रेम, सुख, शांति और समृद्धि के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान शिव और मां पार्वती से आशीर्वाद लें।