माता के आशीर्वाद से जीवन को संपूर्ण बनाएं, 'तेरे दर पे ओ मेरी मैया' भजन पढ़ें!
ये भजन मां दुर्गा की महिमा और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है। यह भजन भक्तों की मां दुर्गा के प्रति श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त करता है, जिसमें वे अपनी समस्याओं और संकटों से उबरने के लिए मां से मदद मांगते हैं। इसे गाने से मानसिक शांति, आंतरिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। मां के दर पर जाने से जीवन में सुख, समृद्धि और आशीर्वाद का वास होता है। यह भजन भक्तों को अपने विश्वास और भक्ति में दृढ़ रहने की प्रेरणा देता है।
तेरे दर पे ओ मेरी मईया,
तेरे दीवाने आए हैं,
भर दे झोली मईया भोली,
बिगड़ी बनाने आए हैं,
तेरे दर पे ओ मेरी मैया,
तेरे दीवाने आए हैं ॥
हो जाए करम उसपे जपे,
जो तेरी माला,
तू चाहे तो खुल जाए,
तकदीर का ताला,
माँ की ज्योति से,
नूर मिलता है,
चैन मिलता है,
सुरूर मिलता है,
जो भी आता है,
मईया जी तेरे दर पे,
कुछ ना कुछ तो,
जरूर मिलता है,
अपने भक्तों से,
तू तो प्यार करें,
बेटा रूठे ना,
इतनी दुलार करें,
ममता तेरे आंचल का माँ,
हम तो पाने आए हैं,
तेरे दर पें ओं मेरी मईया,
तेरे दीवाने आए हैं ॥
तेरे दर पे माँ भिखारी भी,
धनवान हो जाए,
निर्बल भी शक्ति पाके,
तो बलवान हो जाए,
माँ गिरते को,
तुमने थाम लिया,
बेसहारों को भी सहारा दिया,
उसके किस्मत सवर गई,
जिसने सच्चे दिल से मईया जी,
तेरा नाम लिया,
अर्जी सुन ले तू,
बेटे की मैया,
पार लगा दे तू,
जीवन की नैया,
हाले दिल अपना ओ मईया,
तुझको सुनाने आए है,
भर दे झोली मईया भोली,
बिगड़ी बनाने आए हैं,
तेरे दर पें ओं मेरी मईया,
तेरे दीवाने आए हैं ॥
तेरे दर पे ओ मेरी मईया,
तेरे दीवाने आए हैं,
भर दे झोली मईया भोली,
बिगड़ी बनाने आए हैं,
तेरे दर पे ओ मेरी मैया,
तेरे दीवाने आए हैं
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