मां महालक्ष्मी (Maa Laxmi)
हिंदू धर्म में मां देवी को कई रूपों में पूजा जाता है। इन्हीं में से एक रूप हैं मां लक्ष्मी का, जिन्हें महालक्ष्मी रूप में भी जाना जाता है। लक्ष्मी जी हिंदू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। धन, सुख, शांति व समृद्धि के लिए इनकी पूजा की जाती है। दीपावली के त्योहार पर भगवान श्रीगणेश जी के साथ लक्ष्मी जी की भी पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय जो भगवती लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं, उन्हें ही देवी महालक्ष्मी कहा गया। यह भगवान विष्णु की शक्ति और गृहलक्ष्मी हैं। मान्यता है कि देवी लक्ष्मी दुर्वासा के श्राप के कारण सागर में प्रवेश कर गईं थीं। सागर मंथन के समय इनका पुनर्जन्म हुआ।
कहा जाता है कि सागर से निकलने के बाद महालक्ष्मी ने भगवान विष्णु को देखा और वरमाला उनके गले में डाल दिया। इस प्रकार पुन: भगवान विष्णु से लक्ष्मी जी का मिलन हुआ। मां लक्ष्मी के जितने भी स्वरूप हैं, वह सभी मां महालक्ष्मी के ही अंश हैं। महालक्ष्मी हमेशा भगवान विष्णु जी की सेवा में समर्पित रहती हैं। पुराणों में जहां-जहां विष्णु और लक्ष्मी जी का वर्णन किया गया है, वहां महालक्ष्मी श्रीहरि के चरण दबाते हुए देखी जाती हैं। कमल पुष्प पर पद्मासन मुद्रा में विराजमान रहने वालीं मां महालक्ष्मी जी की प्रतिमा में 4 भुजाएं देखने को मिलती हैं। एक हाथ में कमल, दूसरे में पात्र, तीसरे में गदा व चौथे में श्रीफल यानी नारियल होता है।
कैसे करें मां महालक्ष्मी को प्रसन्न (How to please Maa Laxmi)
कहा जाता है कि महालक्ष्मी व्यक्ति के भाग्य से नहीं बल्कि उसके कर्म से प्रसन्न होती हैं। व्यक्ति अपने जीवन में जो भी कर्म करता है, उसी के अनुसार मां महालक्ष्मी की कृपा होती है। माना जाता है कि जहां विष्णु भगवान होंगे, वहीं देवी लक्ष्मी का वास होगा। मां लक्ष्मी जी का पूजन तभी सफल माना जाता है जब गणेश वंदना के बाद लक्ष्मी नारायण की आराधना की जाए। अगर आप मां महालक्ष्मी को खुश करना चाहते हैं तो अपने घर के मुख्य द्वार पर नियम के अनुसार सरसों के तेल का दीप जरूर जलाएं। इसके अतिरिक्त गले में लाल धागे में 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भी मां महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन की प्राप्ति होती है। लक्ष्मी जी की असीम कृपा के लिए घरों में साफ सफाई रखना आवश्यक है।
महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के 10 उपाय (10 remedies to please Maa Laxmi)
-हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां महालक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन पूजा अर्चना करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। -शुक्रवार के दिन श्रीयंत्र की पूजा करें व श्री सूक्त का पाठ करें। माना जाता है कि ऐसा करने से मां महालक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती है। -काली चींटियों को शुक्रवार के दिन चीनी डालें। -किसी भी मां लक्ष्मी के मंदिर में शुक्रवार के दिन जाकर मां को प्रिय शंख, कौड़ी, मखाना, बताशा अर्पित करें। -रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में कुशमूल लाकर उसे गंगाजल से पवित्र कर लें। इसके बाद इसे देवता मानकर घर के मंदिर में रखकर विधिवत पूजा अर्चना करें। बाद में कुश को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और जीवनभर धन की समस्या खत्म हो जाती है। -शुक्रवार के दिन अपने बेडरूम में प्रेमी पक्षी की तस्वीर लाकर लगाएं। इससे महालक्ष्मी की कृपा से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। -लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी व दूध मिलाकर पीपल के वृक्ष के जड़ में डालने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है व लक्ष्मी जी का वास होता है। -भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना से भी मां महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
- घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़ककर शुद्ध घी का दोमुखी दीपक जलाएं व कामना करें। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें। इससे बार-बार हो रही धन हानि की समस्या दूर हो जाएगी।
- शुक्रवार के दिन मां महालक्ष्मी जी को प्रिय कमल का फूल चढ़ाएं।