नीचभंग राजयोग क्या होता है? जानें इसके फायदे और प्रभाव
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नीचभंग राजयोग क्या होता है? जानें इसके फायदे और प्रभाव

नीचभंग राजयोग से व्यक्ति के जीवन में अचानक सुख और समृद्धि का आगमन होता है। यह योग जीवन के कठिन समय को भी आसान बना देता है।

नीचभंग राजयोग के बारे में

नीचभंग राजयोग एक प्रभावशाली योग है, जो तब बनता है जब कुंडली में कोई ग्रह नीचस्थ स्थिति में होते हुए भी उसकी कमजोरी समाप्त हो जाए। यह स्थिति तब बनती है जब नीच ग्रह अपनी उच्च राशि के स्वामी से दृष्ट हो या केंद्र भाव में स्थित हो। यह योग व्यक्ति को विपरीत परिस्थितियों से उबरकर सफलता, समृद्धि और प्रतिष्ठा प्रदान करता है। यह संघर्षों को विजय में बदलने का संकेत देता है।

नीचभंग राजयोग

नीचभंग राजयोग एक खास ज्योतिषीय योग है, जो कमजोर या प्रतिकूल ग्रह के असर को खत्म कर उसे शुभ और लाभकारी बना देता है।

नीचभंग राजयोग का अर्थ:

  • "नीच" का मतलब है ग्रह का कमजोर या प्रतिकूल स्थिति में होना।
  • "भंग" का मतलब है उस कमजोरी का समाप्त हो जाना।
  • "राजयोग" का मतलब है शुभ फल प्रदान करने वाला शक्तिशाली योग।

नीचभंग राजयोग खास इसलिए होता है क्योंकि यह कमजोर या नीच स्थिति में होने वाले ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को खत्म कर उसे शुभ और फलदायी बनाता है। यह योग व्यक्ति के जीवन में कठिन परिस्थितियों को अवसरों में बदलने की क्षमता देता है।

नीचभंग राजयोग का महत्व

नीचभंग राजयोग का मनुष्य की कुंडली में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि यह एक दुर्लभ और शक्तिशाली योग माना जाता है। इसके महत्व को आप कुछ इस तरह समझ सकते हैं-

कमजोरी को ताकत में बदलना

जब कोई ग्रह अपनी नीच स्थिति (कमजोर स्थिति) में होता है, तो वह प्रतिकूल प्रभाव डालता है। नीचभंग राजयोग बनने से वही ग्रह शुभ फल देने लगता है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।

संघर्ष से सफलता तक का सफर

यह योग जीवन में कठिनाइयों और संघर्षों को समाप्त कर उन्नति और सफलता दिलाता है। यह योग बताता है कि कठिन हालातों के बावजूद व्यक्ति किस तरह उन्नति कर सकता है।

धन और समृद्धि

इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को धन, ऐश्वर्य, और भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। यह आर्थिक स्थिरता और जीवन में समृद्धि लाने में मदद करता है।

सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान

नीचभंग राजयोग से व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और उच्च पद प्राप्त होता है। वह अपने क्षेत्र में प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा हासिल करता है।

आध्यात्मिक और मानसिक विकास

इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक शांति और आत्मविश्वास मिलता है। यह जीवन में स्थिरता और संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है।

नीचभंग राजयोग कुंडली में कैसे बनता है?

इस योग के बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें होती हैं। जिन्हें आप कुछ ऐसे समझ सकते हैं-

  • यदि नीच स्थिति में स्थित ग्रह का स्वामी ग्रह केंद्र (1, 4, 7, 10) भाव में स्थित हो, तो नीचभंग राजयोग बनता है।
  • यदि नीच ग्रह की उच्च राशि का स्वामी केंद्र में स्थित हो, तो यह योग बनता है।
  • यदि नीच ग्रह पर शुभ ग्रहों (जैसे गुरु, शुक्र, या बुध) की दृष्टि हो या वे साथ हों, तो नीचभंग राजयोग बन सकता है।
  • किसी ग्रह की दशा के दौरान यदि वह ग्रह गोचर में अपनी उच्च राशि में आ जाए, तो नीचभंग राजयोग प्रभावी हो सकता है।

नीचभंग राजयोग के प्रभाव

नीचभंग राजयोग के प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर अत्यधिक सकारात्मक हो सकते हैं। यह योग विपरीत परिस्थितियों को दूर कर, उन्हें शुभ और फलदायी परिणामों में बदल देता है।

सकारात्मक प्रभाव

  • समाज में व्यक्ति को उच्च स्थान मिलता है।
  • पैसों की कमी नहीं होती है, जिससे आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है।
  • जन्म के बाद जीवन में आने वाले कठिनाई और संघर्ष इस योग के प्रभाव से समाप्त हो जाते हैं।
  • व्यक्ति में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
  • जातक समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा अर्जित करता है।

नकारात्मक प्रभाव

  • कभी-कभी अत्यधिक सफलता व्यक्ति में अहंकार और घमंड को बढ़ावा दे सकती है।
  • इस योग के प्रभाव से जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
  • अचानक सफलता के बाद स्थिरता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • रिश्तों में खटास आ सकती है।
  • व्यक्ति को शत्रुओं या विरोधियों का सामना अधिक करना पड़ सकता है।

इस योग को मजबूत करने के लिए क्या उपाय करें

नीचभंग राजयोग को मजबूत करने के लिए कुछ विशेष उपाय और जीवनशैली में बदलाव किए जा सकते हैं। जो निम्नलिखित हैं-

ग्रहों की पूजा और मंत्र जाप

जिस ग्रह की नीच स्थिति से नीचभंग राजयोग बन रहा है, उसकी पूजा करें। जैसे सूर्य कमजोर है तो सूर्य देव की पूजा करे, जल अर्पित करें।

दान और पुण्य कर्म

संबंधित ग्रह को मजबूत करने के लिए उस ग्रह से जुड़े वस्त्र, धातु या अन्य सामग्री का दान करें। सूर्य के लिए तांबे का दान करें। चंद्रमा के लिए दूध, चावल, या सफेद वस्त्र।

रत्न पहने

यदि कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल हो, तो संबंधित ग्रह का रत्न धारण करें। सूर्य के लिए माणिक्य पहने, चंद्रमा के लिए मोती पहनना सही रहता है।

शुभ कर्म और सेवा

जरूरतमंदों की मदद करें और नियमित रूप से सेवा कार्य करें। गाय,कुत्ते,बेसहारा जीवों को भोजन कराना शुभ माना जाता है। पक्षियों को दाना देना भी फल देता है।

नकारात्मक आदतों से बचे

अहंकार, आलस्य, और नकारात्मक सोच से बचें। सादा और अनुशासित जीवन जीने की कोशिश करें। दूसरों की मदद करें और लोगों के लिए कठिन समय में खड़े रहे।

नीचभंग राजयोग को प्रभावी बनाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान, आध्यात्मिक साधनाएँ, और व्यावहारिक कदमों को अपनाना आवश्यक है। सकारात्मक दृष्टिकोण और सही दिशा में निरंतर प्रयास से ये उपाय व्यक्ति के जीवन में सफलता और संपन्नता लाने में सहायक हो सकते हैं।

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Published by Sri Mandir·January 15, 2025

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