महाशिवरात्रि का रहस्य जानें! क्यों यह रात आपके जीवन को नई दिशा दे सकती है? शिव पूजा के अद्भुत लाभ और सही तरीका जानने के लिए पढ़ें।
महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का प्रतिक है। जो भी भक्त इस दिन भगवान शिव की अराधना करता है, तो भगवान शिव उस भक्त की पुकार जरूर सुनते हैं। चलिए इस आर्टिकल में हम महाशिवरात्रि के महत्व को जानेंगे ।
यूँ तो शिवरात्रि एक ऐसा पर्व है है जो हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में आता है, लेकिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ने वाली शिवरात्रि अपनी विशेष महत्ता के कारण संपूर्ण भारतवर्ष में महा शिवरात्रि के रूप में जानी जाती है।
इस दिन भक्तजन शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना एवं अभिषेक-अनुष्ठान का आयोजन करते हैं साथ ही विधिवत व्रत भी धारण करते हैं। शिव-शक्ति को समर्पित यह एक ऐसा अनूठा त्यौहार है जिसे भक्तजन प्रातः पूजा-पाठ से शुरू करते हैं एवं देर रात्रि तक भजन-कीर्तन एवं जागरण करके भोलेनाथ का ध्यान करते हैं।
महा शिवरात्रि की विशेष तिथि प्रारम्भ होने की मध्य रात्रि से ही महादेव की एक झलक भर पाने के लिए शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने लगती है, शिवालयों की रौनक देखते ही बनती है, हर-हर महादेव के जयघोष के साथ कण-कण मानों शिवमय हो जाता है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन आदिनाथ शिव जी करोड़ों सूर्यों की आभा के समान तेजस्वी प्रभाव वाले लिंग स्वरूप में प्रकट हुए थे।
इस प्रकार महाशिवरात्रि का पर्व शिव जी के निराकार से साकार रूप में अवतरित होने का महापर्व है। कहते हैं कि इस विशेष दिन पर भोलेनाथ अत्यंत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं एवं भक्तों को अभीष्ट फल प्रदान करते हैं।
साथ ही कई स्थानों पर महा शिवरात्रि के दिन बेहद धूमधाम के साथ शिव जी की बारात निकाली जाती हैं। कहा जाता है कि महा शिवरात्रि का दिन ही भगवान शिव और माँ आदि शक्ति के विवाह का दिन है।
अतः इस दिन को भक्तजन किसी महोत्सव की तरह मनाते हैं और शिव-शक्ति की उपासना कर उन्हें प्रसन्न करते हैं। वास्तव में यह पर्व भोलेनाथ के गृहस्थ एवं वैराग्य, दोनों अवस्थाओं के महत्व को दर्शाता है।
यह भी माना जाता है कि महा शिवरात्रि के दिन जहाँ-जहाँ शिवलिंग स्थापित होता है, शिव साक्षात् वहाँ विराजते हैं। इस पावन मौके पर यदि शिवलिंग का अभिषेक किया जाये तो मनुष्य की समस्त इच्छाओं की पूर्ति हो जाती है। और कठिन से कठिन समस्याओं का भी हल प्राप्त हो जाता है और शिव जी के आशीर्वाद से काम, क्रोध, एवं लोभ जैसे विकारों से मुक्ति तो मिलती ही है, इसके साथ ही परमानन्द, शान्ति एवं सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है।
भक्तों, भोलेनाथ को अतिशीघ प्रसन्न करने के लिए महा शिवरात्रि का दिन अत्यंत महत्पूर्ण है, साथ ही शिवरात्रि का व्रत मनुष्य की आत्मा को पवित्र करने वाला महाव्रत भी है।
दोस्तों, अधिक जानकारी के लिए महा शिवरात्रि से जुड़े हमारे अन्य वीडियो अवश्य देखें। धन्यवाद।
Did you like this article?
Maha Shivratri Kab Hai 2025: जानें इस दिन के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और सरल उपाय, जो आपकी जिंदगी में सुख-समृद्धि और मानसिक शांति ला सकते हैं।
महाशिवरात्रि पर सही पूजा सामग्री का चुनाव कैसे करें? जानें महाभिषेक के लिए आवश्यक सामान और विधि, ताकि हो आपकी पूजा पूरी तरह से सफल!
जानें अपने शहर का महाशिवरात्रि का मुहूर्त