जानें इसे पढ़ने के अद्भुत लाभ और सही जाप का तरीका। जीवन में नकारात्मक विचारों से मुक्ति और मानसिक स्फूर्ति पाने का सरल उपाय।
जब मुस्कुराता चेहरा भी अंदर से टूटा होता है, जब भीड़ में रहकर भी अकेलापन महसूस हो – यही है डिप्रेशन... डिप्रेशन कोई कमजोरी नहीं, बल्कि एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो दिल और दिमाग दोनों को जकड़ लेती है। यह सिर्फ 'उदासी' नहीं होती, बल्कि एक ऐसी चुप्पी है जिसमें इंसान खुद से लड़ता है, अपनी भावनाओं से जूझता है और धीरे-धीरे जिंदगी से कटने लगता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे डिप्रेशन दूर करने को लेकर प्रमुख मंत्र...
डिप्रेशन को दूर करने के लिए कई मंत्रों का जाप किया जा सकता है, जिनमें गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, और ॐ नमः शिवाय जैसे मंत्र प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त, हनुमान चालीसा का पाठ और मां दुर्गा के 32 नामों का जाप भी सहायक हो सकता है।
गायत्री मंत्र : ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ यह मंत्र सूर्य देव को समर्पित है और इसका जाप मन को शांत करने और नकारात्मक विचारों को दूर करने के लिए किया जाता है।
ॐ नमः शिवाय : यह भगवान शिव को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है जो भय, तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करता है।
महामृत्युंजय मंत्र : ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥ यह मंत्र मृत्यु और भय से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ मानसिक शांति और सकारात्मकता भी प्रदान करता है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय : यह मंत्र भगवान विष्णु को समर्पित है और सांसारिक चिंताओं से मुक्ति दिलाने, चिंता और अवसाद से राहत दिलाने, और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए माना जाता है।
जगत् हिताय कृष्णाय गोविन्दाय नमो नमः यह मंत्र भगवान कृष्ण को समर्पित है और मानसिक तनाव को दूर करने के लिए उपयोगी माना जाता है।
1. महामृत्युंजय मंत्र
मंत्र : "ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥"
विधि : रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें, प्रतिदिन।
समय : सुबह या शाम को, शांत और एकाग्रचित्त होकर।
लाभ : अवसाद और चिंता से मुक्ति, मानसिक शांति।
2. ॐ नमः शिवाय
मंत्र : "ॐ नमः शिवाय"
विधि : रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें, प्रतिदिन।
समय : सुबह या शाम को, शांत और एकाग्रचित्त होकर।
लाभ : मानसिक शांति, स्थिरता, और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति।
3. गायत्री मंत्र
मंत्र : "ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्"
विधि : रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें, प्रतिदिन।
समय : सुबह या शाम को, शांत और एकाग्रचित्त होकर।
लाभ : नकारात्मक ऊर्जा का नाश, मन की शुद्धि, और सत्य का ज्ञान।
4. ॐ मणि पद्मे हूँ
मंत्र : "ॐ मणि पद्मे हूँ"
विधि : 3 से 11 बार जाप करें, प्रतिदिन।
समय : शांत वातावरण में, ध्यान के साथ।
लाभ : करुणा, भावनाओं की मुक्ति, और आंतरिक सद्भाव।
प्रतिदिन कुछ समय निकालकर इन मंत्रों का जाप करें, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। ध्यान और प्राणायाम (जैसे नाड़ीशोधन, भ्रामरी, भस्त्रिका) मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करते हैं। स्वस्थ भोजन करें, पर्याप्त नींद लें, और नकारात्मक विचारों से बचें।
दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से भी डिप्रेशन से उबरने में मदद मिलती है।
यदि डिप्रेशन गंभीर है, तो डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
डिप्रेशन एक आम लेकिन गंभीर मानसिक समस्या है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह इलाज योग्य है, सही समय पर समझ, समर्थन और उपचार से व्यक्ति दोबारा सामान्य और खुशहाल जीवन जी सकता है। जरूरी है कि हम इस पर खुलकर बात करें, मदद मांगें और दूसरों की मदद करें।
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