इस पूजा से ज्ञान, साधना और शक्ति की प्राप्ति करें।
माँ दुर्गा के दूसरे शक्ति स्वरूप को ब्रह्मचारिणी के नाम से जाना जाता है, और नवरात्रि का दूसरा दिन देवी जी के इसी स्वरूप को समर्पित होता है। तो चलिए सबसे पहले बात करते हैं कि द्वितीया तिथि का प्रारंभ और समापन कब होगा?
चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से साधकों को सभी तामसिक विचारों से मुक्ति मिलती है। इस दिन माता के इस स्वरूप की आराधना करने से मानव शरीर में कुंडलिनी शक्ति जागृत होती है, जिससे उनका जीवन सफल होता है, और वे किसी भी प्रकार की बाधा का सामना आसानी से कर पाते हैं।
माँ ब्रह्मचारिणी को सफ़ेद रंग अतिप्रिय है, और इस बार शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा के लिए शुभ रंग लाल है।
वन्दे वाञ्छित मनोरथार्थ चन्द्रार्धकृतशेखराम्। कमलस्थिताम् चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्विनीम्॥ स्वर्णवर्णा निर्वाणचक्र स्थिताम् नवम् दुर्गा त्रिनेत्राम्। शङ्ख, चक्र, गदा, पद्मधरां सिद्धीदात्री भजेम्॥ पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालङ्कार भूषिताम्। मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥ प्रफुल्ल वन्दना पल्लवाधरां कान्त कपोला पीन पयोधराम्। कमनीयां लावण्यां श्रीणकटिं निम्ननाभि नितम्बनीम्॥
जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥
ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥
ब्रह्म मन्त्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सरल संसारा॥
जय गायत्री वेद की माता। जो जन जिस दिन तुम्हें ध्याता॥
कमी कोई रहने ना पाए। उसकी विरति रहे ठिकाने॥
जो तेरी महिमा को जाने। रद्रक्षा की माला ले कर॥
जपे जो मन्त्र श्रद्धा दे कर। आलस छोड़ करे गुणगाना॥
माँ तुम उसको सुख पहुँचाना। ब्रह्मचारिणी तेरो नाम॥
पूर्ण करो सब मेरे काम। भक्त तेरे चरणों का पुजारी॥
रखना लाज मेरी महतारी।
अब माँ दुर्गा की आरती करें।
इस तरह आपकी पूजा का समापन करें सबको प्रसाद वितरित करके स्वयं प्रसाद ग्रहण करें।
तो यह थी दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजन विधि। शारदीय नवरात्र में माँ दुर्गा के साथ ही माता के नौ रूपों को उनके दिन के अनुसार पूजने से माता आपकी हर मनोकामना पूरी करती हैं, और पूरे वर्ष आपके हर कार्य की सिद्धि का आशीर्वाद देती हैं। श्रीमंदिर पर आपके लिए नवरात्र के नौ दिनों की पूजा विधि उपलब्ध है, इन्हें जानने के लिए जुड़े रहिये श्रीमंदिर से।
जय माता की!
Did you like this article?
माँ शैलपुत्री की पूजा: जानिए माँ शैलपुत्री की पूजा विधि, सामग्री और इसका धार्मिक महत्व। इस पूजा से देवी की कृपा प्राप्त कर जीवन में सुख, शांति और समृद्धि पाएं।
माँ चंद्रघंटा की पूजा: जानिए माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि, आवश्यक सामग्री और इसके महत्व के बारे में। इस विशेष पूजा से सुख, शांति और सुरक्षा की प्राप्ति करें।
माँ कूष्मांडा की पूजा: जानिए माँ कुशमंडा की पूजा विधि, आवश्यक सामग्री और महत्व। इस पूजा के द्वारा मां की कृपा प्राप्त कर सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करें।