हिन्दू धर्म में आदिशक्ति माँ दुर्गा की आराधना का महापर्व नवरात्रि बेहद उत्साह और आस्था के साथ मनाया जाता है, जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। वर्ष में आने वाली चारों नवरात्रि में से चैत्र मास में मनाई जाने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है।
इस नवरात्रि में घटस्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि पर द्वि-स्वभाव मीन लग्न के दौरान होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार की चैत्र नवरात्रि पर ग्रह नक्षत्रों का एक अत्यंत दुर्लभ व अद्भुत संयोग बन रहा है। इस दौरान शनि एवं मंगल ग्रह मकर राशि में स्थित रहेंगे। इसके साथ ही गुरु एवं शुक्र ग्रह कुंभ राशि में होंगे और मीन राशि में सूर्य और बुध ग्रह की उपस्थिति के कारण बुधादित्य योग बनेगा। इसके अतिरिक्त, मेष राशि में चंद्रमा, वृषभ राशि में राहु और वृश्चिक में केतु ग्रह विराजमान रहेंगे।
इसके अलावा, इन 9 दिनों में रवि पुष्य नक्षत्र, सर्वार्थसिद्धि योग एवं रवि योग भी बनेगा। इसके कारण ये नवरात्रि अत्यंत शुभ मानी जाएगी। इस समय जातक द्वारा की गई देवी उपासना एवं दान पुण्य से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
तो दोस्तों यह थी चैत्र नवरात्रि के 'शुभ मुहूर्त' एवं 'घटस्थापना मुहूर्त' से जुड़ी जानकारी। ऐसी ही धार्मिक जानकारियों के लिए बने रहिए श्री मंदिर पर।
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