क्या आप धन, समृद्धि और इच्छाओं की पूर्ति चाहते हैं? 17 मुखी रुद्राक्ष आपके जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता लाने में सहायक होता है। जानिए इसका रहस्य!
17 मुखी रुद्राक्ष को देवी कात्यायनी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त है। यह दिव्य रुद्राक्ष न केवल आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है, बल्कि भाग्य को भी मजबूत करता है। इसे धारण करने वाला व्यक्ति व्यापार, राजनीति, प्रशासनिक सेवाओं और उच्च पदों में अपार सफलता प्राप्त करता है। आइए जानते हैं 17 मुखी रुद्राक्ष के बारे में।
17 मुखी रुद्राक्ष एक अत्यंत प्रभावशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष है, जिसमें सत्रह प्राकृतिक रेखाएँ (मुख) होती हैं। इसे भगवान विश्वकर्मा और माँ कात्यायनी का प्रतीक माना जाता है, जो सृजन, शिल्पकला और जीवन के सभी भौतिक सुखों से जुड़े हुए हैं। यह रुद्राक्ष न केवल आध्यात्मिक जागरण को बढ़ावा देता है, बल्कि आर्थिक समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिरता भी प्रदान करता है। इसे विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ माना जाता है जो व्यापार, निर्माण, कला और तकनीकी क्षेत्रों से जुड़े हैं।
17 मुखी रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव के सृजनात्मक और उग्र रूप के साथ-साथ भगवान विश्वकर्मा से भी है, जो ब्रह्मांड के दिव्य शिल्पकार माने जाते हैं। यह रुद्राक्ष देवी दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप से भी जुड़ा है, जो शक्ति, साहस और इच्छाओं की पूर्ति का प्रतीक है। इसे धारण करने वाले व्यक्ति को शिव और शक्ति दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे वह जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकता है।
शास्त्रों के अनुसार, इस रुद्राक्ष में विशेष ऊर्जा होती है जो व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों से बचाती है और जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने में सहायता करती है। यह आत्मविश्वास को मजबूत करता है और व्यक्ति को साहसिक निर्णय लेने में मदद करता है।
यह रुद्राक्ष व्यक्ति को मानसिक भय, बुरे स्वप्न, नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से बचाने में सहायक होता है। इसे धारण करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति में अदम्य साहस का संचार होता है।
जो लोग व्यापार, शेयर बाजार, अचल संपत्ति, निर्माण कार्य या अन्य व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़े हैं, उनके लिए यह रुद्राक्ष अत्यंत लाभकारी होता है। यह अप्रत्याशित धन लाभ और संपत्ति में वृद्धि के योग बनाता है।
यदि कोई व्यक्ति कोर्ट-कचहरी या कानूनी विवादों में उलझा हुआ है, तो सत्रह मुखी रुद्राक्ष उसे न्याय में विजय दिलाने में सहायक होता है। यह व्यक्ति को सटीक निर्णय लेने में मदद करता है और उसके पक्ष को मजबूत बनाता है।
इस रुद्राक्ष को धारण करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम, समर्पण और सामंजस्य बढ़ता है। यह संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपतियों के लिए भी विशेष रूप से लाभकारी होता है।
जो लोग तनाव, चिंता या मानसिक अस्थिरता से ग्रसित होते हैं, उनके लिए यह रुद्राक्ष अत्यधिक प्रभावी माना जाता है। यह दिमाग को शांत रखता है और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायता करता है।
सत्रह मुखी रुद्राक्ष उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना में गहराई से जुड़े हुए हैं। यह व्यक्ति को आंतरिक शांति प्रदान करता है और साधना में सफलता दिलाने में मदद करता है।
सत्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पहले उचित पूजन और शुद्धिकरण आवश्यक होता है। इसे धारण करने की सही विधि इस प्रकार है:
शुद्धिकरण: रुद्राक्ष को सबसे पहले गंगाजल या कच्चे दूध में कुछ समय के लिए डुबोकर शुद्ध करें।
पूजन: शिवलिंग, देवी कात्यायनी या भगवान विश्वकर्मा के समक्ष रुद्राक्ष को रखें और धूप-दीप जलाकर पूजा करें।
मंत्र जाप: "ॐ ह्रीं नमः" या "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें।
धारण करने की विधि: इसे लाल या पीले धागे में पिरोकर गले में लॉकेट के रूप में पहन सकते हैं। यह दाहिने हाथ में कड़े के रूप में भी धारण किया जा सकता है।
सत्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए शनिवार को सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि इसका संबंध शनि ग्रह से है। हालांकि, इसे किसी भी शुभ तिथि, पूर्णिमा, अमावस्या या नवरात्रि के दौरान भी धारण किया जा सकता है।
बाजार में नकली रुद्राक्षों की संख्या अधिक होने के कारण, इसे खरीदते समय सावधानी बरतना आवश्यक है। असली सत्रह मुखी रुद्राक्ष की पहचान इस प्रकार की जा सकती है:
असली सत्रह मुखी रुद्राक्ष में स्पष्ट रूप से सत्रह रेखाएँ (मुख) होती हैं, जो प्राकृतिक रूप से बनी होती हैं।
असली रुद्राक्ष पानी में डालने पर डूब जाता है, जबकि नकली तैर सकता है।
जब इसे चिकनी सतह पर घुमाया जाता है, तो यह एक ही दिशा में घूमता रहता है।
असली रुद्राक्ष को हल्की आंच देने पर उसमें कोई दरार नहीं पड़ती और न ही कोई गंध निकलती है।
इसे धारण करने पर व्यक्ति सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति का अनुभव करता है।
प्रमाणित और विश्वसनीय विक्रेताओं से ही रुद्राक्ष खरीदें।
नेपाल और इंडोनेशिया के रुद्राक्ष अधिक प्रभावी माने जाते हैं।
खरीदते समय प्रमाणपत्र और परीक्षण रिपोर्ट अवश्य लें।
17 मुखी रुद्राक्ष एक अत्यंत प्रभावशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष है, जो व्यक्ति को आत्मविश्वास, समृद्धि व मानसिक शांति प्रदान करने के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसे सही विधि से धारण करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और बाधाएँ दूर होती हैं। यदि आप इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहते हैं, तो इसे प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें और इसकी पूजा-विधि का पूरी तरह पालन करें।
Did you like this article?
0 मुखी रुद्राक्ष शिव का स्वरूप है, जो ध्यान, शांति और ऊर्जा को बढ़ाता है। जानिए इसके फायदे और इसे पहनने का सही तरीका!
5 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव के पंचमुखी स्वरूप का प्रतीक है, जो शांति, बुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। जानिए इसके लाभ और धारण करने की सही विधि!
4 मुखी रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा का प्रतीक है, जो बुद्धि, ज्ञान और संचार कौशल को बढ़ाता है। जानिए इसके लाभ और इसे पहनने की सही विधि!