काली कर्पूर स्तोत्र और उसके फायदे | Kali Karpoor Stotram & Benefits
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काली कर्पूर स्तोत्र | Kali Karpoor Stotram

काली कर्पूर स्तोत्र देवी काली की महिमा का दिव्य स्तोत्र है। इसके पाठ से मानसिक शक्ति बढ़ती है, भय और नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं तथा जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सुरक्षा आती है। जानिए सम्पूर्ण पाठ, अर्थ और स्तोत्र के अद्भुत लाभ।

काली कर्पूर स्तोत्र के बारे में

श्री बटुक भैरव स्तोत्र भगवान भैरव के बाल स्वरूप बटुक भैरव को समर्पित एक शक्तिशाली स्तोत्र है। इसका पाठ भय, शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। श्रद्धा और भक्ति से इसका जप करने पर जीवन में सुरक्षा, साहस और समृद्धि का वास होता है।

काली कर्पूर स्तोत्र क्या है?

हिंदू धर्म में मां काली को अत्यंत शक्तिशाली देवी माना जाता है। उनकी उपासना से न केवल भय और नकारात्मकता से छुटकारा मिलता है, बल्कि माता भक्तों को साहस, शक्ति, और सुरक्षा भी प्रदान करती हैं। काली कर्पूर स्तोत्र एक ऐसा मंत्र है जो काली जी के भक्तों को समस्त संकटों से मुक्ति दिलाता है।

काली कर्पूर स्तोत्र मां काली की स्तुति में लिखा गया एक अत्यंत पवित्र मंत्र है। यह स्तोत्र मां काली के शक्तिशाली स्वरूप को समर्पित है, जिसमें उनके विभिन्न गुणों, शक्तियों, और भक्तों पर उनकी कृपा का बखान किया गया है। इस स्तोत्र का पाठ भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है, और उनके जीवन में शक्ति, साहस व समृद्धि लाता है।

काली कर्पूर स्तोत्र के लाभ

  • नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति: इस स्तोत्र के पाठ से नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है।

  • साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि: मां काली की कृपा से भक्तों के साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

  • सुख-समृद्धि में वृद्धि: यह स्तोत्र भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि लाने में सहायक होता है।

  • शत्रुओं से सुरक्षा: काली कर्पूर स्तोत्र काली माता के भक्तों को शत्रुओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

काली कर्पूर स्तोत्र के नियम

काली कर्पूर स्तोत्र का पाठ करते समय भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है......

  • शुद्धता: पाठ के समय पूजा स्थल की स्वच्छता के साथ-साथ मन की शुद्धता का भी विशेष ध्यान रखें।

  • उत्तम समय: इस स्तोत्र का पाठ मंगलवार, शुक्रवार या अमावस्या की रात को करना शुभ माना जाता है।

  • ध्यान: पाठ के समय मां काली के स्वरूप का ध्यान करना आवश्यक है। इससे स्तोत्र का प्रभाव बढ़ता है।

  • भक्ति और श्रद्धा: पाठ के समय पूर्ण भक्ति और श्रद्धा से मां काली का आह्वान करें, जिससे माता प्रसन्न होकर आप पर कृपा करें।

काली कर्पूर स्तोत्र मां काली के प्रति श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त करने का एक विशेष मार्ग है। ये स्त्रोत न केवल भक्तों को मानसिक शांति के साथ-साथ उन्हें जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा प्रदान करता है। इसके नियमित पाठ से मां काली की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि आती है।

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Published by Sri Mandir·November 5, 2025

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