छठ पूजा में मेहंदी लगाना चाहिए या नहीं | Chhath Puja Me Mehndi Lagana Chahiye Ya Nahi
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जिसे बिहार और झारखंड में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान महिलाएं खासतौर पर सज-धजकर सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करती हैं। मेहंदी लगाना इस सजावट का एक अहम हिस्सा है।
छठ पूजा पर मेहंदी लगाना एक खूबसूरत परंपरा है। यह न केवल महिलाओं को सुंदर बनाती है बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। आप अपनी पसंद के अनुसार मेहंदी का डिजाइन चुन सकती हैं और इस पवित्र त्योहार को और अधिक खास बना सकती हैं।
क्यों लगाई जाती है मेहंदी?
सौंदर्य
मेहंदी हाथों को सजाती है और महिलाओं को और अधिक खूबसूरत बनाती है।
शुभ मान्यता
मेहंदी को शुभ माना जाता है। इसे लगाने से सौभाग्य और खुशी आती है, ऐसा माना जाता है।
पारंपरिक प्रथा
छठ पूजा के दौरान मेहंदी लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
धार्मिक महत्व
कुछ लोग मानते हैं कि मेहंदी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
छठ पूजा के लिए मेहंदी के डिजाइन
- सूर्य और छठी मैया के प्रतीक वाली मेहंदी डिजाइन छठ पूजा के लिए बहुत ही खास होती है।
- फूल और पत्तियों वाले डिजाइन मेहंदी को और अधिक खूबसूरत बनाते हैं।
- मोर को सुंदरता और खुशी का प्रतीक माना जाता है।
- बिंदी, चंदा, और अन्य पारंपरिक डिजाइन भी छठ पूजा के लिए लोकप्रिय हैं।
मेहंदी लगाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- मेहंदी लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें।
- प्राकृतिक मेहंदी का उपयोग करने की कोशिश करें।
- आप अपनी पसंद के अनुसार कोई भी डिजाइन चुन सकती हैं।
- मेहंदी को सूखने के लिए पर्याप्त समय दें।