दिवाली हनुमान पूजा 2024 | Diwali Hanuman Puja

दिवाली हनुमान पूजा 2024

इस दिवाली हनुमान पूजा से पाएं अपार सुख और समृद्धि! जानें हनुमान जी की पूजा विधि, मंत्र और दिवाली पर उनके विशेष महत्व के बारे में।


दिवाली हनुमान पूजा 2024 | Diwali Hanuman Puja 2024

'संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा'

भक्तों, मान्यता है कि पूर्ण भक्तिभाव के साथ नियमपूर्वक हनुमान जी की पूजा करने से वे बहुत जल्द ही जातक के सभी संकट दूर करते हैं, और प्रसन्न होकर सभी मनोकामनायें पूर्ण करते हैं। दिवाली पूजा से एक दिन पहले, भारत के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से गुजरात में हनुमान जी की पूजा की जाती है।

चलिए इस लेख में जानते हैं-

  • साल 2024 में हनुमान पूजा कब की जाएगी?
  • हनुमान पूजा का महत्व क्या है?
  • हनुमान पूजा के अनुष्ठान क्या हैं?

साल 2024 में हनुमान पूजा कब की जाएगी?

  • दिवाली हनुमान पूजा 30 अक्टूबर 2024, बुधवार को की जाएगी।
  • दिवाली हनुमान पूजा मूहूर्त - 30 अक्टूबर की रात 11:16 PM से 12:07 AM (31 अक्टूबर) तक रहेगा।
  • पूजा मूहूर्त की कुल अवधि - 00 घण्टे 51 मिनट्स
  • काली चौदस - 30 अक्टूबर 2024, बुधवार को है।
  • चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर 2024 को 01:15 PM से आरंभ होगी।
  • चतुर्दशी तिथि का समापन 31 अक्टूबर 2024 को 03:52 PM तक होगा।

इस दिन के अन्य शुभ मुहूर्त -

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:22 ए एम से 05:14 ए एम
  • प्रातः सन्ध्या - 04:48 ए एम से 06:05 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- कोई नहीं
  • विजय मुहूर्त - 01:34 पी एम से 02:19 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 05:18 पी एम से 05:44 पी एम
  • सायाह्न सन्ध्या - 05:18 पी एम से 06:35 पी एम
  • अमृत काल - 02:56 पी एम से 04:45 पी एम
  • निशिता मुहूर्त - 11:16 पी एम से 12:07 ए एम, अक्टूबर 31
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - 06:05 ए एम से 09:43 पी एम

हनुमान पूजा का महत्व क्या है?

हनुमान पूजा और काली चौदस की पूजा एक ही दिन की जाती है। ऐसा माना जाता है कि काली चौदस अर्थात दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी की रात में नकारात्मक शक्तियां सबसे शक्तिशाली होती हैं। इन नकारात्मक ऊर्जाओं से लड़ने की शक्ति देने वाले भगवान हनुमान जी की पूजा शक्ति, सिद्धि और सभी प्रकार की बुरी आत्माओं से सुरक्षा पाने के लिए की जाती है।

एक अन्य किवदंती के अनुसार, रावण के अत्याचारों से सबको मुक्त करवाने और भाई लक्ष्मण और देवी सीता सहित अपने चौदह वर्ष के वनवास को पूरा करने के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी के उत्सव के रूप में दिवाली मनाई जाती है।

हनुमान जी प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उनके जैसा कोई भक्त संसार में कोई दूजा नहीं हुआ। हनुमान जी की अद्वितीय भक्ति और समर्पण से प्रभु श्रीराम बहुत अभिभूत हुए और उन्होंने प्रसन्न होकर हनुमान जी को उनके पहले पूजे जाने का आशीर्वाद दिया। यही कारण है लोग दिवाली के उत्सव से एक दिन पहले भगवान हनुमान की पूजा करके उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

हनुमान पूजा के अनुष्ठान क्या हैं?

  • हनुमान जी की साधना करते समय ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करें।
  • जातक स्वयं की व पूजा स्थल की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
  • इस दिन भगवान हनुमान को सिंदूर और चमेली का तेल विशेष रूप से अर्पित करें।
  • इस दिन हनुमान चालीसा सुनें या इसका पाठ करें। साथ ही श्रीराम की स्तुति करके उनका स्मरण अवश्य करें।
  • इस दिन आप अपने घर के निकट हनुमान मंदिर पर भगवा रंग की ध्वजा भी चढ़ा सकते हैं।
  • इस दिन हनुमान जी के कई भक्त श्रीराम नाम का जाप करते हैं, ताकि उन्हें प्रभु की असीम कृपा प्राप्त हो सकें।

तो भक्तों, ये थी जानकारी दिवाली पर की जाने वाली हनुमान पूजा के बारे में। आशा है कि आपकी उपासना से बजरंगबली प्रसन्न होंगे और आपकी तथा आपके परिवार की सभी बुरी बलाओं से रक्षा करेंगे।

शुभ दिवाली

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