करवाचौथ व्रत की पारण विधि व खास नियम
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करवाचौथ व्रत की पारण विधि व खास नियम

करवाचौथ व्रत की पारण विधि और खास नियमों की सम्पूर्ण जानकारी। जानें सही समय और तरीका व्रत खोलने का।

करवाचौथ पारण के बारे में

किसी भी व्रत को तोड़ने के लिए पारण किया जाता है। यह वह समय होता है जब व्रती अपना उपवास तोड़ते हैं और भोजन ग्रहण करते हैं। वैसे तो लगभग हर व्रत का उपवास तोड़ने की विधी एक सी ही रहती है, लेकिन कुछ व्रत में पारण करते समय भी विशेष ध्यान रखना होता है। तो ऐसे में आज हम करवाचौथ के बारे में जानेंगे कि व्रती इस दौरान अपने व्रत का समापन कैसे करें।

करवाचौथ व्रत पारण विधि

करवाचौथ के व्रत में दिनभर उपवास रखकर रात में चन्द्रमा को अ‌र्घ्य देने के उपरांत ही भोजन करने का विधान है। करवाचौथ व्रत का उत्सव अधिकतर महिलाएं अपने परिवार में प्रचलित प्रथा के अनुसार ही मनाती हैं, लेकिन अधिकतर स्त्रियां इस दिन निराहार रहकर चन्द्रोदय की प्रतीक्षा करती हैं। और चंद्र दर्शन के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करती हैं।

करवाचौथ व्रत का पारण कैसे करें?

  • इस व्रत का पारण रात्रि में चंद्रदेव के दर्शन करने के उपरांत विधिवत पूजा करके किया जाता है।
  • चंद्रदेव की पूजा करने के पश्चात् सुहागनें अपने पति का तिलक करती हैं और उनकी आरती उतारती हैं।
  • जिसके बाद सुहागनें अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके कुछ मीठा खाकर अपना व्रत खोलती हैं।
  • अंत में भोजन ग्रहण करने से पहले घर के सभी बड़ों का आशीर्वाद लेना भी करवाचौथ के दिन अत्यंत फलदायक एवं शुभ होता है।
  • ध्यान दें कि किसी भी नमकीन चीज को खाकर अपना व्रत न खोलें।

करवाचौथ के दिन क्या करें?

  • करवाचौथ के दिन मां पार्वती को श्रृंगार का सामान अवश्य अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से मां प्रसन्न होकर आपका दांपत्य जीवन खुशियों से भर देती है।
  • इस दिन लाल रंग के ही कपड़े पहनें, क्योंकि लाल रंग सुहागनों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
  • करवाचौथ की पूजा से पहले बेटी के घर मिठाइयां, तोहफे और सूखे मेवे जरूर भेजें।
  • करवा चौथ की पूजा से पहले और बाद में भजन-कीर्तन जरूर करें। इससे वातावरण में सकारात्मकता आती है, और पूजन का पूर्ण फल मिलता है।
  • करवा चौथ के दिन सुहागिनों के लिए श्रीसूक्त का पाठ करना बेहद शुभ फलदायक रहता है, और पुरुषों को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच सौहार्द और प्रेम बना रहता है।

करवाचौथ के दिन क्या न करें?

  • करवाचौथ के दिन देर तक न सोएं क्योंकि यह व्रत सूर्योदय के साथ ही प्रारंभ हो जाता है।
  • व्रत के दौरान झूठ, चुगली, निंदा जैसी बुराइयों से दूर रहें।
  • घर के बड़ों का अपमान न करें। घर में शांति और खुशहाली का माहौल बनाएं रखें।
  • शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से जगाना भी अशुभ माना जाता है।
  • इस दिन भूरे या काले रंग के कपड़ें न पहनें।
  • करवा चौथ पर, महिलाओं को आमतौर पर अधिक मेहनती कार्यो में शामिल न होने की सलाह दी जाती है।
  • व्रत खोलने के बाद भी एकदम से भरपेट भोजन न करें, बल्कि उन्हें हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है।
  • इस दिन सफ़ेद रंग की वस्तुओं का दान न करें।

माना जाता है कि करवाचौथ के व्रत के समान सौभाग्यदायक व्रत अन्य कोई दूसरा नहीं है। अतः सुहागिन स्त्रियाँ अपने सुहाग की रक्षा के लिए पूरे जतन से इस व्रत का पालन करती हैं। आप भी ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें और अपने व्रत को पूरे विधि-विधान के साथ पूर्ण करें।

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Published by Sri Mandir·October 21, 2024

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