खाटू श्याम मेला 2025 आने वाला है! भक्ति, श्रद्धा और आनंद से भरपूर इस मेले में आइए और श्याम बाबा की कृपा पाएं। तारीख जानने के लिए अभी पढ़ें!
बाबा खाटू श्याम का प्रसिद्ध लक्खी मेला इस बार भी धूमधाम से आयोजित होने जा रहा है। इस मेले में लाखों भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए जुटते हैं। तो क्या है इस बार के मेले की तैयारियां, क्या कुछ खास होगा इस बार के मेले में। मेले में जाने से पहले किस बात का रखें ध्यान। अगर आप जानना चाहते हैं इन सभी प्रश्नों और मेले से जुड़े अन्य सवालों के जवाब को तो पढ़िए हमारे इस आर्टिकल को और जाने से पहले जान लें सारी जानकारी। ताकि आपको न हो कोई परेशानी।
हारे का सहारा बाबा खाटू श्याम हमारा – यह जयकारा हर भक्त के दिल में गूंजता है। हो भी क्यों न। भक्तों की पीड़ा हरने वाले और उनकी मनोकामनाओं को पूरा करने वाले भीम के पोते और घटोत्कच्छ के पुत्र बाबा खाटू श्याम सभी के दिल में बसते हैं। बाबा की महिमा असीमित है और उनकी चमत्कारी शक्तियों के कारण लाखों भक्त उनके दरबार में पहुंचते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण बाबा के दरबार में देखने को मिलता है। भक्त इनका धन्यवाद अपने आंसुओं से करते दिखते हैं। अगर आप भी देखना चाहते हैं बाबा की चमत्कारी और अद्भुत शक्ति तो राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम धाम में 2025 का मेला जल्द शुरू होने वाला है, जहां जाकर आप अपनी हर मुराद पूरी कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि खाटू श्याम मेला 2025 कब लगेगा?
खाटू श्याम मेला कितने दिन का होता है? ये सवाल हर खाटू श्याम का भक्त जरूर जानना चाहता है, तो उनको बता दें कि इस बार राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम धाम में आयोजित होने वाला फाल्गुन लक्खी मेला 28 फरवरी 2025 से शुरू होकर 11 मार्च 2025 तक चलेगा। भक्तों की बढ़ती संख्या और भक्ति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इस बार मेले की अवधि को बढ़ा दिया है। मेला इस बार 12 दिन तक चलेगा।
खाटू श्याम मेला हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह मेला भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त बर्बरीक की भक्ति और समर्पण को याद करने के लिए आयोजित होता है। खाटू श्याम को हारे हुए और परेशान भक्तों का सहारा माना जाता है। यह मेला धार्मिक आस्था, विश्वास और शांति का प्रतीक है, जहां लाखों भक्त बाबा श्याम से अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए आशीष मांगने जाते हैं।
खाटू श्याम के दर्शन में समय की अवधि पूरी तरह से भीड़ पर निर्भर करती है। यदि भक्तों की संख्या कम हो तो केवल 5 मिनट में बाबा के दर्शन हो सकते हैं, लेकिन भीड़ बढ़ने पर घंटों कतार में लगना पड़ सकता है। इस साल लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिससे दर्शन के लिए लंबी लाइनें लग सकती हैं। मेले के दौरान दर्शन के लिए करीब 8 किमी पैदल चलना पड़ सकता है। हालांकि, प्रशासन ने व्यवस्था की है फिर भी 5 घंटे का समय लग सकता है।
खाटू श्याम मेले में विभिन्न धार्मिक गतिविधियां होती हैं। मेले के दौरान खाटू श्याम के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और जागरण आयोजित होते हैं। श्रद्धालु श्याम कुंड में पवित्र स्नान करते हैं। मेले में एक भव्य जुलूस भी निकाला जाता है, जिसमें खाटू श्याम की मूर्ति रथ पर सवार होती है और उसे गांव के चारों ओर घुमाया जाता है। यह श्रद्धालुओं के लिए आस्था और समर्पण का प्रतीक होता है। इसके अलावा, मेले में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम होते हैं, जो भक्तों को शांति और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
खाटू श्याम मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान श्याम के दर्शन करने आते हैं, जिसके कारण बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है। ऐसे में मेले में जाने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आसनी से और आराम का अनुभव ले सकें। तो इसके लिए सबसे पहले यात्रा की योजना समय से बनाएं। क्योंकि मेला सीजन में ट्रेनों और बसों में भीड़ रहती है। मौसम के हिसाब से आरामदायक कपड़े और जरूरी सामान साथ रखें। यात्रा में पानी और हल्का खाना रखें, ताकि भीड़-भाड़ में कोई परेशानी न हो। मंदिर में प्रवेश करते समय शांति बनाए रखें और धार्मिक अनुशासन का पालन करें। साथ ही सुरक्षा के उपायों का भी ध्यान रखें।
खाटू श्याम धाम, राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको जयपुर आना होगा। जयपुर तक आप ट्रेन, बस या फ्लाइट से पहुंच सकते हैं। अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं तो जयपुर रेलवे स्टेशन आएं, फिर सिंधी बस स्टैंड से बस या टैक्सी लेकर खाटू श्याम मंदिर तक जा सकते हैं, जो करीब 80 किलोमीटर दूर है। फ्लाइट से यात्रा करने पर, जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से टैक्सी या बस लेकर खाटू श्याम मंदिर तक जा सकते हैं, जो कि एयरपोर्ट से लगभग 94 किलोमीटर दूर है।
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